Comments - नन्हा गुलाब कह रहा है (कविता) - Open Books Online2024-03-19T07:29:58Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1039952&xn_auth=noआद0 कल्पना भट्ट जी सादर अभिवा…tag:openbooks.ning.com,2021-01-05:5170231:Comment:10410892021-01-05T07:19:16.471Zनाथ सोनांचलीhttps://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 कल्पना भट्ट जी सादर अभिवादन। बढ़िया भाव है रचना के। बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>आद0 कल्पना भट्ट जी सादर अभिवादन। बढ़िया भाव है रचना के। बधाई स्वीकार कीजिये</p> आ. कल्पना बहन सादर अभिवादन। ग…tag:openbooks.ning.com,2021-01-01:5170231:Comment:10408182021-01-01T15:49:35.458Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. कल्पना बहन सादर अभिवादन। गीत का अच्छा प्रयास हुआ है ।हार्दिक बधाई।</p>
<p>आ. कल्पना बहन सादर अभिवादन। गीत का अच्छा प्रयास हुआ है ।हार्दिक बधाई।</p> बहना कल्पना भट्ट 'रौनक़' जी आद…tag:openbooks.ning.com,2021-01-01:5170231:Comment:10406462021-01-01T08:45:07.130ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>बहना कल्पना भट्ट 'रौनक़' जी आदाब, अच्छे भाव लिये अच्छी कविता लिखी आपने, बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>कुछ टंकण त्रुटियाँ दूर कर लें ।</p>
<p>बहना कल्पना भट्ट 'रौनक़' जी आदाब, अच्छे भाव लिये अच्छी कविता लिखी आपने, बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>कुछ टंकण त्रुटियाँ दूर कर लें ।</p> नव वर्ष मंगलमय हो, आदरेया ! ग…tag:openbooks.ning.com,2021-01-01:5170231:Comment:10405672021-01-01T02:59:30.249ZChetan Prakashhttps://openbooks.ning.com/profile/ChetanPrakash68
नव वर्ष मंगलमय हो, आदरेया ! गीत हृदय से निकलता है, कवि का सहज स्वाभाविक आल्हाद अथवा पीर की रुदावली है! मात्र लघु और दीर्घ स्वरों की गणना नहीं ! अत: गीत में भाव स्वयं बहता है !
नव वर्ष मंगलमय हो, आदरेया ! गीत हृदय से निकलता है, कवि का सहज स्वाभाविक आल्हाद अथवा पीर की रुदावली है! मात्र लघु और दीर्घ स्वरों की गणना नहीं ! अत: गीत में भाव स्वयं बहता है !