Comments - आज़ादी के पुनीत पर्व पर वीर रस की कविता - Open Books Online2024-03-29T15:09:06Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1014918&xn_auth=noआज के हालात को स्पष्टता से बय…tag:openbooks.ning.com,2020-08-25:5170231:Comment:10156042020-08-25T19:59:18.555Zआशीष यादवhttps://openbooks.ning.com/profile/Ashishyadav
<p>आज के हालात को स्पष्टता से बयां करती हुई कविता है। बेहतरीन रचना पर बधाई स्वीकार कीजिए।</p>
<p>आज के हालात को स्पष्टता से बयां करती हुई कविता है। बेहतरीन रचना पर बधाई स्वीकार कीजिए।</p> बहुत सुन्दर भवप्रिय रचना आदरण…tag:openbooks.ning.com,2020-08-19:5170231:Comment:10151002020-08-19T11:56:25.718Zबृजेश कुमार 'ब्रज'https://openbooks.ning.com/profile/brijeshkumar
<p>बहुत सुन्दर भवप्रिय रचना आदरणीय...</p>
<p>बहुत सुन्दर भवप्रिय रचना आदरणीय...</p> आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम…tag:openbooks.ning.com,2020-08-19:5170231:Comment:10151162020-08-19T09:05:21.239Zनाथ सोनांचलीhttps://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम। आपकी उपस्थिति मेरे लिए पुरस्कार स्वरूप होती है। बहुत-बहुत आभार आपका</p>
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम। आपकी उपस्थिति मेरे लिए पुरस्कार स्वरूप होती है। बहुत-बहुत आभार आपका</p> आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी स…tag:openbooks.ning.com,2020-08-19:5170231:Comment:10150902020-08-19T09:04:20.702Zनाथ सोनांचलीhttps://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी सादर अभिवादन। आभार आपका</p>
<p>आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी सादर अभिवादन। आभार आपका</p> जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आद…tag:openbooks.ning.com,2020-08-18:5170231:Comment:10150612020-08-18T10:43:34.753ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब, अच्छी रचना हुई है, बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब, अच्छी रचना हुई है, बधाई स्वीकार करें ।</p> आ. भाई सुरेंद्र नाथ जी, सादर…tag:openbooks.ning.com,2020-08-18:5170231:Comment:10149822020-08-18T03:27:08.587Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सुरेंद्र नाथ जी, सादर अभिवादन । बहुत सुन्दर प्रस्तुति हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई सुरेंद्र नाथ जी, सादर अभिवादन । बहुत सुन्दर प्रस्तुति हुई है । हार्दिक बधाई ।</p> आद0 सुशील सरना जी सादर अभिवाद…tag:openbooks.ning.com,2020-08-17:5170231:Comment:10150282020-08-17T11:04:05.097Zनाथ सोनांचलीhttps://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 सुशील सरना जी सादर अभिवादन। रचना पर आपकी उपस्थिति और प्रतिक्रिया से आह्लादित हूँ। आभार आपका</p>
<p>आद0 सुशील सरना जी सादर अभिवादन। रचना पर आपकी उपस्थिति और प्रतिक्रिया से आह्लादित हूँ। आभार आपका</p> वाह आदरणीय बहुत ही मार्मिक और…tag:openbooks.ning.com,2020-08-16:5170231:Comment:10149462020-08-16T10:49:02.029ZSushil Sarnahttps://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
वाह आदरणीय बहुत ही मार्मिक और यथार्थ परिस्थितियों की जीवन्त अभिव्यक्ति हुई है ।दिल से बधाई सर ।
वाह आदरणीय बहुत ही मार्मिक और यथार्थ परिस्थितियों की जीवन्त अभिव्यक्ति हुई है ।दिल से बधाई सर ।