. कहीं ये उन के मुख़ालिफ़ की कोई चाल न हो सो चाहते हैं कि उन से कोई सवाल न हो. . कोई फ़िराक़ न हो और कोई विसाल न हो उठे वो मौज कि अपना हमें ख़याल न हो. . तेरी तलब में हमें वो मक़ाम पाना है कि लुट भी जाएँ तो लुट जाने का मलाल न हो. . हमें सफ़र जो ये बख़्शा है क्या बने इसका न हो उरूज अगर इस में या ज़वाल न हो. . बशर न हो तो ख़ुदा भी न हो जहाँ में कोई न हो जहाँ में ख़ुदा तो कोई वबाल न हो. . मैं चाहता ह…