"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99 - Open Books Online2024-03-29T10:10:59Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/99?commentId=5170231%3AComment%3A950852&x=1&feed=yes&xn_auth=no"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा"अंक-9…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9508522018-09-28T18:29:16.116ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा"अंक-99को सफ़ल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का दिल से आभार व धन्यवाद ।</p>
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा"अंक-99को सफ़ल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का दिल से आभार व धन्यवाद ।</p> जनाब अरुण जी आप ग़ज़ल पोस्ट करन…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9508512018-09-28T18:26:22.542ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब अरुण जी आप ग़ज़ल पोस्ट करने के बाद पलटते नहीं ये अच्छी बात नहीं है,इसे बदलने का प्रयास करें ।</p>
<p>जनाब अरुण जी आप ग़ज़ल पोस्ट करने के बाद पलटते नहीं ये अच्छी बात नहीं है,इसे बदलने का प्रयास करें ।</p> अभिशेक जी आदाब ,
उम्दा अशआर क…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9509562018-09-28T18:12:19.546Zmirza javed baighttps://openbooks.ning.com/profile/mirzajavedbaig
<p>अभिशेक जी आदाब ,</p>
<p>उम्दा अशआर के लिए दिली मुबारकबाद</p>
<p>अभिशेक जी आदाब ,</p>
<p>उम्दा अशआर के लिए दिली मुबारकबाद</p> "दुनिया ने किसको बख़्शा ये बत…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9508502018-09-28T18:08:48.498ZGanga Dhar Sharma 'Hindustan'https://openbooks.ning.com/profile/GangaDharSharmaHindustan
<p>"<span>दुनिया ने किसको बख़्शा ये बतलाओ तो ज़रा</span><br/><span>" ऐसा भी कोई है कि सब अच्छा कहें जिसे" ।"......वाह....</span></p>
<p>आदरणीया मंजीत कौर जी , बहुत ही भाव भरी अभ्व्यक्ति के लिए बहुत बहुत बधाई...</p>
<p>"<span>दुनिया ने किसको बख़्शा ये बतलाओ तो ज़रा</span><br/><span>" ऐसा भी कोई है कि सब अच्छा कहें जिसे" ।"......वाह....</span></p>
<p>आदरणीया मंजीत कौर जी , बहुत ही भाव भरी अभ्व्यक्ति के लिए बहुत बहुत बधाई...</p> मोहतरमा बुआ जी आदाब ,
तालिब इ…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9510202018-09-28T18:07:40.360Zmirza javed baighttps://openbooks.ning.com/profile/mirzajavedbaig
<p>मोहतरमा बुआ जी आदाब ,</p>
<p>तालिब इल्म की ग़ज़ल पर इस खूबसूरत नवाज़िश के लिए</p>
<p>दिली शुक्रिया</p>
<p>मोहतरमा बुआ जी आदाब ,</p>
<p>तालिब इल्म की ग़ज़ल पर इस खूबसूरत नवाज़िश के लिए</p>
<p>दिली शुक्रिया</p> जनाब तिवारी जी आदाब ,
हौसला अ…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9510192018-09-28T18:04:31.030Zmirza javed baighttps://openbooks.ning.com/profile/mirzajavedbaig
<p>जनाब तिवारी जी आदाब ,</p>
<p>हौसला अफ़ज़ाई का शुक्रिया</p>
<p>जनाब तिवारी जी आदाब ,</p>
<p>हौसला अफ़ज़ाई का शुक्रिया</p> जनाब तन्हा साहिब आदाब ,
हौसला…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9510182018-09-28T18:03:02.222Zmirza javed baighttps://openbooks.ning.com/profile/mirzajavedbaig
<p>जनाब तन्हा साहिब आदाब ,</p>
<p>हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुतशुक्रिया</p>
<p>जनाब तन्हा साहिब आदाब ,</p>
<p>हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुतशुक्रिया</p> आदरणीया राजेश कुमारी जी , ग़ज़ल…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9510172018-09-28T18:01:12.414Zanjali guptahttps://openbooks.ning.com/profile/anjaligupta
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी , ग़ज़ल को समय देने और हौसला अफ़ज़ाई करने के लिए आपका दिली शुक्रिया</p>
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी , ग़ज़ल को समय देने और हौसला अफ़ज़ाई करने के लिए आपका दिली शुक्रिया</p> मोहतरम जनाब रवि शुक्ला जी आदा…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9510162018-09-28T18:00:56.778Zmirza javed baighttps://openbooks.ning.com/profile/mirzajavedbaig
<p>मोहतरम जनाब रवि शुक्ला जी आदाब, </p>
<p>सुख़न नवाज़ी का बहुत शुक्िया</p>
<p>मोहतरम जनाब रवि शुक्ला जी आदाब, </p>
<p>सुख़न नवाज़ी का बहुत शुक्िया</p> कुछ ग़ज़लें आपकी टिप्पणी की प्र…tag:openbooks.ning.com,2018-09-28:5170231:Comment:9508492018-09-28T17:58:26.825ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>कुछ ग़ज़लें आपकी टिप्पणी की प्रतीक्षा में हैं,अंजली जी ।</p>
<p>कुछ ग़ज़लें आपकी टिप्पणी की प्रतीक्षा में हैं,अंजली जी ।</p>