"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-69 - Open Books Online2024-03-29T08:22:59Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/69-2?commentId=5170231%3AComment%3A782698&feed=yes&xn_auth=noविषयानुरूप सुंदर छंद रचना के…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7833142016-07-09T18:29:40.609Zसतविन्द्र कुमार राणाhttps://openbooks.ning.com/profile/28fn40mg3o5v9
विषयानुरूप सुंदर छंद रचना के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया प्रतिभा जी
विषयानुरूप सुंदर छंद रचना के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया प्रतिभा जी सहभागिता सार्थक हुई आपकी उपस्…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7831562016-07-09T18:29:27.823ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
सहभागिता सार्थक हुई आपकी उपस्थिति व हौसला अफ़ज़ाई से। सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी।
सहभागिता सार्थक हुई आपकी उपस्थिति व हौसला अफ़ज़ाई से। सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी। आ.कांता जी आपकी रचना पर देरी…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7832272016-07-09T18:29:20.882Zनयना(आरती)कानिटकरhttps://openbooks.ning.com/profile/NayanaAratiKanitkar
आ.कांता जी आपकी रचना पर देरी से आ पाई।क्षमा, सुकून से पढ़ के संकलन में लिखूंगी
आ.कांता जी आपकी रचना पर देरी से आ पाई।क्षमा, सुकून से पढ़ के संकलन में लिखूंगी अंतिम क्षणोंं में अपनी प्रस्त…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7833132016-07-09T18:28:55.711ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>अंतिम क्षणोंं में अपनी प्रस्तुति से आयोजन को समृद्ध करने केलिए हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सतविन्दर जी</p>
<p>शुभेच्छाएँ</p>
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<p>अंतिम क्षणोंं में अपनी प्रस्तुति से आयोजन को समृद्ध करने केलिए हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सतविन्दर जी</p>
<p>शुभेच्छाएँ</p>
<p> </p> छन्न पकैया छंद से रिमझिम का स…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7831552016-07-09T18:28:13.854Zसतविन्द्र कुमार राणाhttps://openbooks.ning.com/profile/28fn40mg3o5v9
छन्न पकैया छंद से रिमझिम का समा बाँधने के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय समर कबीर जी।
छन्न पकैया छंद से रिमझिम का समा बाँधने के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय समर कबीर जी। बारिश का एक रूप तो भयावह और प…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7831542016-07-09T18:27:35.994ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>बारिश का एक रूप तो भयावह और परेशानी का भी है. ऐसी प्रस्तुति से वर्षा के प्रासंगिक प्रारूप का खाका खिंच गया. हार्दिक बधाइयाँ. तथा, आयोजन में सहभागिता के लिए हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानीजी..</p>
<p></p>
<p>बारिश का एक रूप तो भयावह और परेशानी का भी है. ऐसी प्रस्तुति से वर्षा के प्रासंगिक प्रारूप का खाका खिंच गया. हार्दिक बधाइयाँ. तथा, आयोजन में सहभागिता के लिए हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानीजी..</p>
<p></p> हौसला अफ़ज़ाई हेतु तहे दिल से…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7830562016-07-09T18:27:34.702ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
हौसला अफ़ज़ाई हेतु तहे दिल से बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सतविंदर कुमार जी।
हौसला अफ़ज़ाई हेतु तहे दिल से बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सतविंदर कुमार जी। हल्की हल्की फुहारें ,रिमझिम स…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7831532016-07-09T18:27:23.999Zrajesh kumarihttps://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p><span>हल्की हल्की फुहारें ,</span><br/><span>रिमझिम सी बूँदें ,</span><br/><span>जब पड़तीं हैं मुंह पर ,</span><br/><span>याद दिलातीं हैं ,</span><br/><span>माँ का आँचल भीगा हुआ ,</span><br/><span>चेहरे को पोंछता हुआ ,</span><br/><span>ताज़गी से भरता हुआ।</span><br/><span>********************----बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति </span></p>
<p>प्रदत्त विषय को सार्थक करती सुन्दर प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई आ० डॉ० विजय शंकर जी </p>
<p><span>हल्की हल्की फुहारें ,</span><br/><span>रिमझिम सी बूँदें ,</span><br/><span>जब पड़तीं हैं मुंह पर ,</span><br/><span>याद दिलातीं हैं ,</span><br/><span>माँ का आँचल भीगा हुआ ,</span><br/><span>चेहरे को पोंछता हुआ ,</span><br/><span>ताज़गी से भरता हुआ।</span><br/><span>********************----बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति </span></p>
<p>प्रदत्त विषय को सार्थक करती सुन्दर प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई आ० डॉ० विजय शंकर जी </p> सादर हार्दिक धन्यवाद अनुमोदन…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7832262016-07-09T18:27:01.567ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
सादर हार्दिक धन्यवाद अनुमोदन व प्रोत्साहन देने के लिए आदरणीय डॉ. विजय शंकर जी।
सादर हार्दिक धन्यवाद अनुमोदन व प्रोत्साहन देने के लिए आदरणीय डॉ. विजय शंकर जी। अनुपम एवम् मोहक गीत रचना पर ब…tag:openbooks.ning.com,2016-07-09:5170231:Comment:7831522016-07-09T18:26:59.249Zसतविन्द्र कुमार राणाhttps://openbooks.ning.com/profile/28fn40mg3o5v9
अनुपम एवम् मोहक गीत रचना पर बहुत बहुत बधाई आदरणीयआदरणीय सतीश जी।
अनुपम एवम् मोहक गीत रचना पर बहुत बहुत बधाई आदरणीयआदरणीय सतीश जी।