"ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55 - Open Books Online2024-03-29T16:02:50Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/55-2?commentId=5170231%3AComment%3A652682&feed=yes&xn_auth=noहार्दिक बधाई ,आदरणीय नादिर सा…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6532752015-05-09T18:30:19.798Zजितेन्द्र पस्टारियाhttps://openbooks.ning.com/profile/JitendraPastariya
<p>हार्दिक बधाई ,आदरणीय नादिर साहब. विषय पर सुंदर रचना प्रस्तुत की है आपने.</p>
<p>हार्दिक बधाई ,आदरणीय नादिर साहब. विषय पर सुंदर रचना प्रस्तुत की है आपने.</p> आपकी रचना भावनात्मक लगी, एक ब…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6533492015-05-09T18:30:09.332ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>आपकी रचना भावनात्मक लगी, एक बात मुझे परेशान कर रही है ....क्या कफ़न दर्जी द्वारा सिला जाता है ? </p>
<p>बधाई है इस प्रस्तुति पर आदरणीया राजेश जी.</p>
<p>आपकी रचना भावनात्मक लगी, एक बात मुझे परेशान कर रही है ....क्या कफ़न दर्जी द्वारा सिला जाता है ? </p>
<p>बधाई है इस प्रस्तुति पर आदरणीया राजेश जी.</p> आदरणीय निलेश भाई मुझे याद नही…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6532042015-05-09T18:29:15.168ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>आदरणीय निलेश भाई मुझे याद नहीं कि पहले भी कोई आपकी अतुकांत पढ़ी हो, आपने चौका दिया, बहुत अच्छी कविता हो सकी है, बधाई स्वीकार करें.</p>
<p>आदरणीय निलेश भाई मुझे याद नहीं कि पहले भी कोई आपकी अतुकांत पढ़ी हो, आपने चौका दिया, बहुत अच्छी कविता हो सकी है, बधाई स्वीकार करें.</p> प्रदत्त विषय को समेटती हुई अच…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6533482015-05-09T18:26:42.391ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>प्रदत्त विषय को समेटती हुई अच्छी रचना प्रस्तुत हुई है, बहुत बहुत बधाई आदरणीय नीरज नीर जी.</p>
<p>प्रदत्त विषय को समेटती हुई अच्छी रचना प्रस्तुत हुई है, बहुत बहुत बधाई आदरणीय नीरज नीर जी.</p> आदरणीय सूर्य कान्त जी. विषय प…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6533472015-05-09T18:24:22.406Zजितेन्द्र पस्टारियाhttps://openbooks.ning.com/profile/JitendraPastariya
<p>आदरणीय सूर्य कान्त जी. विषय पर सुंदर प्रस्तुति दी है आपने. बहुत बहुत बधाई आपको</p>
<p>आदरणीय सूर्य कान्त जी. विषय पर सुंदर प्रस्तुति दी है आपने. बहुत बहुत बधाई आपको</p> भाई रमेश जी, आपकी छंदबद्ध रचन…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6534382015-05-09T18:23:32.223ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>भाई रमेश जी, आपकी छंदबद्ध रचना बेहद खुबसूरत हुई है बधाई स्वीकार करें. लिंग सम्बन्धी त्रुटियों पर एक नज़र डाल लें.</p>
<p>भाई रमेश जी, आपकी छंदबद्ध रचना बेहद खुबसूरत हुई है बधाई स्वीकार करें. लिंग सम्बन्धी त्रुटियों पर एक नज़र डाल लें.</p> आदरणीय सूर्यकान्त जी सुन्दर प…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6533462015-05-09T18:23:05.001Zमिथिलेश वामनकरhttps://openbooks.ning.com/profile/mw
आदरणीय सूर्यकान्त जी सुन्दर प्रस्तुति हेतु आपको बहुत बहुत बधाई।
आदरणीय सूर्यकान्त जी सुन्दर प्रस्तुति हेतु आपको बहुत बहुत बधाई। आदरणीय बधाई इस प्रस्तुति पर।tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6533452015-05-09T18:21:06.534Zमिथिलेश वामनकरhttps://openbooks.ning.com/profile/mw
आदरणीय बधाई इस प्रस्तुति पर।
आदरणीय बधाई इस प्रस्तुति पर। पुन: आपकी एक और सुंदर भावपूर्…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6533442015-05-09T18:20:54.694Zजितेन्द्र पस्टारियाhttps://openbooks.ning.com/profile/JitendraPastariya
<p>पुन: आपकी एक और सुंदर भावपूर्ण रचना पढने को मिली ,आदरणीय शुशील जी. हार्दिक बधाई आपको प्रस्तुति पर</p>
<p>पुन: आपकी एक और सुंदर भावपूर्ण रचना पढने को मिली ,आदरणीय शुशील जी. हार्दिक बधाई आपको प्रस्तुति पर</p> एक ऐसी ख्वाहिश जिसमे सबकी ख़ुश…tag:openbooks.ning.com,2015-05-09:5170231:Comment:6534372015-05-09T18:18:26.714ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>एक ऐसी ख्वाहिश जिसमे सबकी ख़ुशी निहित है, अच्छी रचना हुई है आदरणीय मोहन सेठी जी.</p>
<p>एक ऐसी ख्वाहिश जिसमे सबकी ख़ुशी निहित है, अच्छी रचना हुई है आदरणीय मोहन सेठी जी.</p>