"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-54 (विषय: स्त्री) - Open Books Online2024-03-28T08:54:10Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/54-4?commentId=5170231%3AComment%3A993718&feed=yes&xn_auth=no शुक्रिया आदरणीय प्रतिभा पांड…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9939122019-09-30T17:41:45.005Zअजय गुप्ता 'अजेयhttps://openbooks.ning.com/profile/3tuckjroyzywi
<p> शुक्रिया आदरणीय प्रतिभा पांडे जी</p>
<p> शुक्रिया आदरणीय प्रतिभा पांडे जी</p> शुक्रिया उस्मानी साहब आपका स…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9936612019-09-30T17:41:14.512Zअजय गुप्ता 'अजेयhttps://openbooks.ning.com/profile/3tuckjroyzywi
<p> शुक्रिया उस्मानी साहब आपका सुझाव बेहतर है विचार अवश्य करूंगा</p>
<p> शुक्रिया उस्मानी साहब आपका सुझाव बेहतर है विचार अवश्य करूंगा</p> बहुत-बहुत आभार आदरणीय तेजवीर…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9936602019-09-30T17:40:44.283Zअजय गुप्ता 'अजेयhttps://openbooks.ning.com/profile/3tuckjroyzywi
<p>बहुत-बहुत आभार आदरणीय तेजवीर जी</p>
<p>बहुत-बहुत आभार आदरणीय तेजवीर जी</p> हार्दिक आभार आदरणीय मोहन बेगो…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9937282019-09-30T17:32:39.228ZTEJ VEER SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय मोहन बेगोवाल जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय मोहन बेगोवाल जी।</p> हार्दिक आभार आदरणीय प्रतिभा प…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9936592019-09-30T17:31:42.985ZTEJ VEER SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय प्रतिभा पांडे जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय प्रतिभा पांडे जी।</p> हार्दिक आभार आदरणीय शेख उस्मा…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9939112019-09-30T17:30:02.795ZTEJ VEER SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय शेख उस्मानी साहब जी।आपके सभी सुझाव बहुत कारगर और उचित मार्गदर्शन हेतु उत्तम है। प्रयास करुंगा कि इनका समुचित प्रयोग कर सकूं। वैसे मैंने पहले शीर्षक "दादी की सीख" ही रखा था।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय शेख उस्मानी साहब जी।आपके सभी सुझाव बहुत कारगर और उचित मार्गदर्शन हेतु उत्तम है। प्रयास करुंगा कि इनका समुचित प्रयोग कर सकूं। वैसे मैंने पहले शीर्षक "दादी की सीख" ही रखा था।</p> सुन्दर कथा हार्दिक बधाई आदरण…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9938172019-09-30T17:21:57.468Zpratibha pandehttps://openbooks.ning.com/profile/pratibhapande
<p>सुन्दर कथा हार्दिक बधाई आदरणीय बबीता जी</p>
<p>सुन्दर कथा हार्दिक बधाई आदरणीय बबीता जी</p> हमारे देश में विवाह संस्था बह…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9938162019-09-30T17:18:04.860Zpratibha pandehttps://openbooks.ning.com/profile/pratibhapande
<p>हमारे देश में विवाह संस्था बहुत पुख्ता है। छोटी छोटी नोकझोंक उसे कमजोर नहीं करती हैं। बहुत सुन्दर रचना हार्दिक बधाई</p>
<p>हमारे देश में विवाह संस्था बहुत पुख्ता है। छोटी छोटी नोकझोंक उसे कमजोर नहीं करती हैं। बहुत सुन्दर रचना हार्दिक बधाई</p> हार्दिक आभार आदरणीय मोहन बेगो…tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9939102019-09-30T17:09:28.561Zpratibha pandehttps://openbooks.ning.com/profile/pratibhapande
<p>हार्दिक आभार आदरणीय मोहन बेगोवाल जी</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय मोहन बेगोवाल जी</p> बहुत बहुत आभार आदरणीय मोहन जी।tag:openbooks.ning.com,2019-09-30:5170231:Comment:9937272019-09-30T17:08:45.007ZManan Kumar singhhttps://openbooks.ning.com/profile/MananKumarsingh
<p>बहुत बहुत आभार आदरणीय मोहन जी।</p>
<p>बहुत बहुत आभार आदरणीय मोहन जी।</p>