बचपन की संवेदना ::: © - Open Books Online
2024-03-28T10:29:14Z
https://openbooks.ning.com/forum/topics/5170231:Topic:36581?commentId=5170231%3AComment%3A36586&feed=yes&xn_auth=no
आज के दोर में संवेदना कम होती…
tag:openbooks.ning.com,2010-11-30:5170231:Comment:36772
2010-11-30T17:27:23.376Z
Bhasker Agrawal
https://openbooks.ning.com/profile/BhaskerAgrawal
आज के दोर में संवेदना कम होती जा रही है ओर समझ बढ़ती जा रही है....चलो कुछ कम हो रहा है तो कुछ बढ़ भी रहा है...अब ..अशोक जी ने व्याख्यान लिख दिए पर उन जीवों की कोई मदद नही की तभी तो आपके इस प्रश्न ने जन्म लिया.....चलो कुछ तो नया जन्म लिया...
आज के दोर में संवेदना कम होती जा रही है ओर समझ बढ़ती जा रही है....चलो कुछ कम हो रहा है तो कुछ बढ़ भी रहा है...अब ..अशोक जी ने व्याख्यान लिख दिए पर उन जीवों की कोई मदद नही की तभी तो आपके इस प्रश्न ने जन्म लिया.....चलो कुछ तो नया जन्म लिया...
सच है आधुनिकता के तकाज़े के न…
tag:openbooks.ning.com,2010-11-30:5170231:Comment:36718
2010-11-30T09:20:58.990Z
Abhinav Arun
https://openbooks.ning.com/profile/ArunKumarPandeyAbhinav
सच है आधुनिकता के तकाज़े के नाम पर , व्यस्तता के बीच हम बहुत कुछ खो रहे हैं शायद | किससे सीखें ? कहने को तो हम हैं मानव sarva-shreshtha !
सच है आधुनिकता के तकाज़े के नाम पर , व्यस्तता के बीच हम बहुत कुछ खो रहे हैं शायद | किससे सीखें ? कहने को तो हम हैं मानव sarva-shreshtha !
जोगेंदर सिंह ने अत्यंत महत्वप…
tag:openbooks.ning.com,2010-11-30:5170231:Comment:36663
2010-11-30T02:05:03.009Z
prabhat kumar roy
https://openbooks.ning.com/profile/prabhatkumarroy
जोगेंदर सिंह ने अत्यंत महत्वपूर्ण परिवर्तन की तरफ संकेत किया है. आज के दौर में संवेदना खतम हो चली है.
जोगेंदर सिंह ने अत्यंत महत्वपूर्ण परिवर्तन की तरफ संकेत किया है. आज के दौर में संवेदना खतम हो चली है.
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मित्रों आप लोगों से मरती स…
tag:openbooks.ning.com,2010-11-29:5170231:Comment:36586
2010-11-29T10:39:25.259Z
Jogendra Singh जोगेन्द्र सिंह
https://openbooks.ning.com/profile/JogendraSingh
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मित्रों आप लोगों से मरती संवेदना पर विचार आमंत्रित हैं.....<br />
सबसे बड़ा सवाल यही है कि मात्र लिख देना काफी होता है......?<br />
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मित्रों आप लोगों से मरती संवेदना पर विचार आमंत्रित हैं.....<br />
सबसे बड़ा सवाल यही है कि मात्र लिख देना काफी होता है......?<br />
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