ये सिलवटें भला क्यों ? - Open Books Online2024-03-29T11:18:24Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/5170231:Topic:133728?feed=yes&xn_auth=noek aur nayee jaankaari.
aap k…tag:openbooks.ning.com,2011-08-24:5170231:Comment:1347082011-08-24T19:17:42.361Zआशीष यादवhttps://openbooks.ning.com/profile/Ashishyadav
<p>ek aur nayee jaankaari.</p>
<p>aap ko dhanyawaad ki ye jaankaari aapne hm tk pahuchaee.</p>
<p>ek aur nayee jaankaari.</p>
<p>aap ko dhanyawaad ki ye jaankaari aapne hm tk pahuchaee.</p> चेहरे पर
उभरी सिलवटें
भूले मु…tag:openbooks.ning.com,2011-08-24:5170231:Comment:1344262011-08-24T09:28:16.846ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>चेहरे पर</p>
<p>उभरी सिलवटें</p>
<p>भूले मुस्काना ..</p>
<p>******</p>
<p> </p>
<p>चेहरे पर</p>
<p>उभरी सिलवटें</p>
<p>भूले मुस्काना ..</p>
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<p> </p> एक नयी जानकारी सामने आयी | और…tag:openbooks.ning.com,2011-08-24:5170231:Comment:1344082011-08-24T03:09:21.492ZAbhinav Arunhttps://openbooks.ning.com/profile/ArunKumarPandeyAbhinav
<p>एक नयी जानकारी सामने आयी | और एक नया हाइकू भी | दोनों के लिए आभार डॉ हरदीप जी |</p>
<p>एक नयी जानकारी सामने आयी | और एक नया हाइकू भी | दोनों के लिए आभार डॉ हरदीप जी |</p> आदरणीया डॉ हरदीप कौर संधु जी,…tag:openbooks.ning.com,2011-08-23:5170231:Comment:1341152011-08-23T14:05:31.053ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>आदरणीया डॉ हरदीप कौर संधु जी, सर्वप्रथम तो एक साहित्यिक नई जानकारी देने के लिए बहुत बहुत आभार, ओ बी ओ पर मुझ सहित कई सारे मित्रों ने हाइकु विधा पर कलम आजमाइस की है, किन्तु हाइगा के बारे में जानकर उत्सुकता बढ़ गई है |</p>
<p> </p>
<p>कुछ प्रश्न ....</p>
<p> </p>
<p>//हाइगा में तीन तत्व होते हैं - रंगचित्र + हाइकु कविता + सुलेख //</p>
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<p>चित्र + हाइकु , तो आप के द्वारा दिए गए उदाहरण से स्पष्ट हो रहा है किन्तु "सुलेख" को नहीं समझ सका,</p>
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<p>हालाकि आप द्वारा लिखी गई चित्र के…</p>
<p>आदरणीया डॉ हरदीप कौर संधु जी, सर्वप्रथम तो एक साहित्यिक नई जानकारी देने के लिए बहुत बहुत आभार, ओ बी ओ पर मुझ सहित कई सारे मित्रों ने हाइकु विधा पर कलम आजमाइस की है, किन्तु हाइगा के बारे में जानकर उत्सुकता बढ़ गई है |</p>
<p> </p>
<p>कुछ प्रश्न ....</p>
<p> </p>
<p>//हाइगा में तीन तत्व होते हैं - रंगचित्र + हाइकु कविता + सुलेख //</p>
<p> </p>
<p>चित्र + हाइकु , तो आप के द्वारा दिए गए उदाहरण से स्पष्ट हो रहा है किन्तु "सुलेख" को नहीं समझ सका,</p>
<p> </p>
<p>हालाकि आप द्वारा लिखी गई चित्र के ऊपर हाइकु मेरे समझ से त्रुटिपूर्ण है .......</p>
<p>चेहरे पर =5</p>
<p>पड़ गई सिलवटें =<span style="text-decoration: line-through;">७ </span> = ८</p>
<p>भूले मुस्काना = ५</p>
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<p>आदरणीया कृपया इस विधा पर और प्रकाश डालना चाहेंगी |</p> is tathyaparak evam gyanvardh…tag:openbooks.ning.com,2011-08-23:5170231:Comment:1340102011-08-23T13:36:38.102Zदुष्यंत सेवकhttps://openbooks.ning.com/profile/DushyantSewak
is tathyaparak evam gyanvardhak jaankari ke liye aabhar hardeep ji...
is tathyaparak evam gyanvardhak jaankari ke liye aabhar hardeep ji...