लोकपाल बिल पे आप लोगों की राय चाहिए - Open Books Online2024-03-29T15:21:56Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/5170231:Topic:120241?commentId=5170231%3AComment%3A120538&feed=yes&xn_auth=noमैं एक कलाकार हूँ कला अकादमी…tag:openbooks.ning.com,2011-08-16:5170231:Comment:1291142011-08-16T07:17:36.517ZRash Bihari Ravihttps://openbooks.ning.com/profile/ravikumargiri
<p>मैं एक कलाकार हूँ कला अकादमी की जड़ तक भ्रष्टाचार ने अपनी पकड़ बना ली है.विगत चार वर्षों से भ्रष्टाचार को समाप्त करने का प्रयाश संबैधानिक और कानूनी तरीके से कर रहा हूँ,परन्तु परिणाम नगण्य है . हिम्मत नहीं हारा है . प्रयाश जरी है .</p>
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<p>lage rahiye sir</p>
<p>मैं एक कलाकार हूँ कला अकादमी की जड़ तक भ्रष्टाचार ने अपनी पकड़ बना ली है.विगत चार वर्षों से भ्रष्टाचार को समाप्त करने का प्रयाश संबैधानिक और कानूनी तरीके से कर रहा हूँ,परन्तु परिणाम नगण्य है . हिम्मत नहीं हारा है . प्रयाश जरी है .</p>
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<p>lage rahiye sir</p> bahut badhiatag:openbooks.ning.com,2011-08-16:5170231:Comment:1282992011-08-16T07:15:50.671ZRash Bihari Ravihttps://openbooks.ning.com/profile/ravikumargiri
<p>bahut badhia</p>
<p>bahut badhia</p> aapne sahi kha hain arun jitag:openbooks.ning.com,2011-08-16:5170231:Comment:1292162011-08-16T07:15:20.799ZRash Bihari Ravihttps://openbooks.ning.com/profile/ravikumargiri
<p>aapne sahi kha hain arun ji</p>
<p>aapne sahi kha hain arun ji</p> ham aapke bato se sahmat haintag:openbooks.ning.com,2011-08-16:5170231:Comment:1282962011-08-16T07:14:34.135ZRash Bihari Ravihttps://openbooks.ning.com/profile/ravikumargiri
<p>ham aapke bato se sahmat hain</p>
<p>ham aapke bato se sahmat hain</p> प्रधान मंत्री से लेकर सभी को…tag:openbooks.ning.com,2011-08-14:5170231:Comment:1278412011-08-14T14:14:16.052Zanish kr singhhttps://openbooks.ning.com/profile/anishkrsingh
<p>प्रधान मंत्री से लेकर सभी को चाहे वो न्यायाधीश ही क्यों ना हो सभी लोकपाल के दायरे में आना ही होगा <br/>हम अन्ना के साथ हैं</p>
<p>प्रधान मंत्री से लेकर सभी को चाहे वो न्यायाधीश ही क्यों ना हो सभी लोकपाल के दायरे में आना ही होगा <br/>हम अन्ना के साथ हैं</p> मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग क…tag:openbooks.ning.com,2011-08-14:5170231:Comment:1266892011-08-14T14:06:20.130Zanish kr singhhttps://openbooks.ning.com/profile/anishkrsingh
<p>मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर मंगलवार से प्रस्तावित अनशन से पहले अन्ना हज़ारे के खिलाफ लगे कांग्रेस के आरोप सत्तारूढ़ दल की ‘घबराहट’ को दर्शाते हैं.</p>
<p> ‘‘इस तरह के आरोप भ्रष्टाचार के सभी पीड़ितों तक अन्ना का आह्वान पहुंचने से कांग्रेस को जाहिरा तौर पर हुई घबराहट दर्शाते हैं.’’</p>
<p> हज़ारे जैसे लोगों का होना इस देश का सौभाग्य है. हज़ारे पद्मभूषण और पद्मश्री जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुके हैं, जो इस बात का पहला आधार है कि यह सब उन्हें उनकी ईमानदारी के बूते…</p>
<p>मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर मंगलवार से प्रस्तावित अनशन से पहले अन्ना हज़ारे के खिलाफ लगे कांग्रेस के आरोप सत्तारूढ़ दल की ‘घबराहट’ को दर्शाते हैं.</p>
<p> ‘‘इस तरह के आरोप भ्रष्टाचार के सभी पीड़ितों तक अन्ना का आह्वान पहुंचने से कांग्रेस को जाहिरा तौर पर हुई घबराहट दर्शाते हैं.’’</p>
<p> हज़ारे जैसे लोगों का होना इस देश का सौभाग्य है. हज़ारे पद्मभूषण और पद्मश्री जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुके हैं, जो इस बात का पहला आधार है कि यह सब उन्हें उनकी ईमानदारी के बूते हासिल हुआ है. उन्होंने कहा कि या तो भ्रष्टाचार को कुचल दें या भ्रष्टाचार आपको कुचल दे, इसके लिये तैयार रहें. हज़ारे का 16 अगस्त को अनशन शुरू करना एक मौका है. अन्ना यहां हमेशा नहीं रहेंगे.</p>
<p> </p> यही एक बुड्ढा हमें ताज़ा हवा ल…tag:openbooks.ning.com,2011-08-12:5170231:Comment:1267142011-08-12T19:38:33.437Zधर्मेन्द्र शर्माhttps://openbooks.ning.com/profile/Dharam
<p>यही एक बुड्ढा हमें ताज़ा हवा लेना सिखा रहा है,<br/> ईमान से चलना और रिश्वत ना देना सिखा रहा है,<br/> कानून तो बियाहे हैं कुतिया की तरह गली गली,<br/> बस अन्ना, तो खुदगर्ज़ होकर जीना सिखा रहा है</p>
<p>यही एक बुड्ढा हमें ताज़ा हवा लेना सिखा रहा है,<br/> ईमान से चलना और रिश्वत ना देना सिखा रहा है,<br/> कानून तो बियाहे हैं कुतिया की तरह गली गली,<br/> बस अन्ना, तो खुदगर्ज़ होकर जीना सिखा रहा है</p> गुरु जी हर तंत्र जनता के लिए…tag:openbooks.ning.com,2011-08-12:5170231:Comment:1263372011-08-12T14:48:34.333ZAbhinav Arunhttps://openbooks.ning.com/profile/ArunKumarPandeyAbhinav
<p>गुरु जी हर तंत्र जनता के लिए है और निसंदेह आज अन्ना जनता की आवाज़ है उन्हें अनसुना नहीं किया जा <span id="6_TRN_8j">sakta !!</span></p>
<p>गुरु जी हर तंत्र जनता के लिए है और निसंदेह आज अन्ना जनता की आवाज़ है उन्हें अनसुना नहीं किया जा <span id="6_TRN_8j">sakta !!</span></p> aap khna thik hain vandana jitag:openbooks.ning.com,2011-08-09:5170231:Comment:1236532011-08-09T13:32:36.462ZRash Bihari Ravihttps://openbooks.ning.com/profile/ravikumargiri
<p>aap khna thik hain vandana ji</p>
<p>aap khna thik hain vandana ji</p> aapki baton ko samarthan kart…tag:openbooks.ning.com,2011-08-09:5170231:Comment:1236522011-08-09T13:31:12.950ZRash Bihari Ravihttps://openbooks.ning.com/profile/ravikumargiri
<p>aapki baton ko samarthan karta huin </p>
<p>aapki baton ko samarthan karta huin </p>