मुम्बई में ठाकरे साहव - Open Books Online2024-03-29T00:26:46Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/5170231:Topic:108738?commentId=5170231%3AComment%3A111109&x=1&feed=yes&xn_auth=noकसाब को दामाद बनाकर रखे …tag:openbooks.ning.com,2011-07-20:5170231:Comment:1111092011-07-20T13:35:04.746ZRash Bihari Ravihttps://openbooks.ning.com/profile/ravikumargiri
<p>कसाब को दामाद बनाकर रखे हैं लोग तो उसे कुछ नहीं कह रहे राज साहब जैसे उनका ओ बहनोई लगता हो मगर up बिहार वालो को मौका मिलते कुछ ना कुछ बोलते हैं हमें लगता हैं की उनके गलत स्थान पर कोई up या बिहार वाला कभी बार कर दिया था . </p>
<p>कसाब को दामाद बनाकर रखे हैं लोग तो उसे कुछ नहीं कह रहे राज साहब जैसे उनका ओ बहनोई लगता हो मगर up बिहार वालो को मौका मिलते कुछ ना कुछ बोलते हैं हमें लगता हैं की उनके गलत स्थान पर कोई up या बिहार वाला कभी बार कर दिया था . </p>