"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 45 - Open Books Online2024-03-28T19:32:24Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/45-1?commentId=5170231%3AComment%3A558329&feed=yes&xn_auth=noआदरणीय सौरभ पाण्डेय जी, आपकी…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5586902014-07-12T18:30:01.303Zharivallabh sharmahttps://openbooks.ning.com/profile/harivallabhsharma
<p>आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी, आपकी स्नेहसिक्त टिप्पणी से अभिभूत हुआ ..गीत की उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु आपका आत्मिक आभार..आप का सहज मार्गदर्शन हमें इसी तरह प्रोत्साहित करता रहेगा ..नियमो की अल्पज्ञता हेतु खेद है.आपके सानिध्य में लेखनी परिष्कृत होगी इसका हर्ष है...सादर.</p>
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<p>आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी, आपकी स्नेहसिक्त टिप्पणी से अभिभूत हुआ ..गीत की उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु आपका आत्मिक आभार..आप का सहज मार्गदर्शन हमें इसी तरह प्रोत्साहित करता रहेगा ..नियमो की अल्पज्ञता हेतु खेद है.आपके सानिध्य में लेखनी परिष्कृत होगी इसका हर्ष है...सादर.</p>
<p></p> आदरणीय गिरिराज भंडारी जी आपकी…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5586892014-07-12T18:22:13.010Zharivallabh sharmahttps://openbooks.ning.com/profile/harivallabhsharma
<p>आदरणीय गिरिराज भंडारी जी आपकी सराहना हेतु हार्दिक आभार...स्नेह बनाये रखें कृपया.</p>
<p>आदरणीय गिरिराज भंडारी जी आपकी सराहना हेतु हार्दिक आभार...स्नेह बनाये रखें कृपया.</p> आदरणीय अशोकजी, हम सभी समवेत स…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5589202014-07-12T18:13:10.580ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>आदरणीय अशोकजी, हम सभी समवेत सीख ही तो रहे हैं. सीखने का अनुक्रम कभी रुका कहाँ है ? यह अति उच्च भावदशा हममें सदा विद्यमान रहे. <br/>सादर आदरणीय <br/><br/></p>
<p>आदरणीय अशोकजी, हम सभी समवेत सीख ही तो रहे हैं. सीखने का अनुक्रम कभी रुका कहाँ है ? यह अति उच्च भावदशा हममें सदा विद्यमान रहे. <br/>सादर आदरणीय <br/><br/></p> आदरणीया सीमाशर्माजी, इस मंच प…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5590162014-07-12T18:11:32.141ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>आदरणीया सीमाशर्माजी, इस मंच पर आपका हार्दिक स्वागत है. आयोजन में आपकी प्रतिभागिता हम सबी के लिए उत्साह का कारण बनी है. <br/><br/>परम, या जो नियंता भी है, के परिचय के प्रति आपकी अभिव्यक्ति गहन रूप से उभर कर आयी है. इस प्रस्तुति हेतु सादर धन्यवाद.<br/>शुभ-शुभ<br/><br/></p>
<p>आदरणीया सीमाशर्माजी, इस मंच पर आपका हार्दिक स्वागत है. आयोजन में आपकी प्रतिभागिता हम सबी के लिए उत्साह का कारण बनी है. <br/><br/>परम, या जो नियंता भी है, के परिचय के प्रति आपकी अभिव्यक्ति गहन रूप से उभर कर आयी है. इस प्रस्तुति हेतु सादर धन्यवाद.<br/>शुभ-शुभ<br/><br/></p> इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5586882014-07-12T17:43:38.935Zरमेश कुमार चौहानhttps://openbooks.ning.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन्यवाद</p>
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन्यवाद</p> इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5589192014-07-12T17:43:27.978Zरमेश कुमार चौहानhttps://openbooks.ning.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन्यवाद</p>
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन्यवाद</p> इस प्रोत्साहन के लिये सादर नमनtag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5590142014-07-12T17:43:02.718Zरमेश कुमार चौहानhttps://openbooks.ning.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर नमन</p>
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर नमन</p> इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5589182014-07-12T17:42:14.319Zरमेश कुमार चौहानhttps://openbooks.ning.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन्यवाद</p>
<p>इस प्रोत्साहन के लिये सादर धन्यवाद</p> आपके प्रोत्साहन एवं मार्गदर्श…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5589172014-07-12T17:39:29.237Zरमेश कुमार चौहानhttps://openbooks.ning.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>आपके प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन के बल पर ही मैं प्रयासरत हू, हार्दिक अभिनंदन</p>
<p>आपके प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन के बल पर ही मैं प्रयासरत हू, हार्दिक अभिनंदन</p> परम आदरणीय सर, आपके प्रोत्साह…tag:openbooks.ning.com,2014-07-12:5170231:Comment:5586872014-07-12T17:36:46.230Zरमेश कुमार चौहानhttps://openbooks.ning.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>परम आदरणीय सर, आपके प्रोत्साहन से मैं आनंदित हूं, हार्दिक धन्यवाद</p>
<p>परम आदरणीय सर, आपके प्रोत्साहन से मैं आनंदित हूं, हार्दिक धन्यवाद</p>