"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40 - Open Books Online2024-03-28T14:53:33Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/40?feed=yes&xn_auth=noवाह अशफाक़ साहब, बहुत ख़ूब ग़ज़ल…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4653612013-10-31T18:29:30.894Zसन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"https://openbooks.ning.com/profile/SandeepSinghSidhu
<p>वाह अशफाक़ साहब, बहुत ख़ूब ग़ज़ल कही है...दाद-ओ-मुबारकबाद!!!</p>
<p>वाह अशफाक़ साहब, बहुत ख़ूब ग़ज़ल कही है...दाद-ओ-मुबारकबाद!!!</p> भाई अरुण अभिनव जी,. हर शेर पर…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4655582013-10-31T18:29:23.994ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>भाई अरुण अभिनव जी,. हर शेर पर दाद कुबूल करें <br/><br/></p>
<p>भाई अरुण अभिनव जी,. हर शेर पर दाद कुबूल करें <br/><br/></p> बहुत ही बढ़िया ग़ज़ल हुई है । का…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4656202013-10-31T18:29:23.941Zडॉ. सूर्या बाली "सूरज"https://openbooks.ning.com/profile/02eamj4esk9aa
<p><span>बहुत ही बढ़िया ग़ज़ल हुई है । काफी शेर पसंद आये। दाद कबूलें </span></p>
<p><span>बहुत ही बढ़िया ग़ज़ल हुई है । काफी शेर पसंद आये। दाद कबूलें </span></p> आप भी जिंदाबाद !!!!!फिर तो हम…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4656192013-10-31T18:28:05.510Zवीनस केसरीhttps://openbooks.ning.com/profile/1q1lxk02g9ue6
<p>आप भी जिंदाबाद !!!!!<br/><br/><span style="font-size: 13px;">फिर तो हम "शुभ शुभ" हो लेते हैं :))))))))))))))</span></p>
<p>आप भी जिंदाबाद !!!!!<br/><br/><span style="font-size: 13px;">फिर तो हम "शुभ शुभ" हो लेते हैं :))))))))))))))</span></p> आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद। tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4653602013-10-31T18:27:30.269Zडॉ. सूर्या बाली "सूरज"https://openbooks.ning.com/profile/02eamj4esk9aa
<p>आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद। </p>
<p>आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद। </p> आदरणीया राजेश कुमारी जी, एक स…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4653592013-10-31T18:27:15.527ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी, एक सुन्दर कोशिश के लिए दिल से बधाई.. <br/>सादर<br/><br/></p>
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी, एक सुन्दर कोशिश के लिए दिल से बधाई.. <br/>सादर<br/><br/></p> सुना है देख के तुमको खिल हैं…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4655572013-10-31T18:26:44.971ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>सुना है देख के तुमको खिल हैं दिल में गुलाब,</p>
<p>ज़रा इधर भी तो आओ किसी बहाने से॥ खिले हैं गुलाब ,शायद टंकण त्रुटि है । शेर बढ़िया हुआ है । </p>
<p></p>
<p>गिरह का शेर भी बहुत उम्दा लगा, मक्ता तो वाह वाह,पूरी ग़ज़ल अच्छी हुई है, बधाई डॉ साहब । </p>
<p>सुना है देख के तुमको खिल हैं दिल में गुलाब,</p>
<p>ज़रा इधर भी तो आओ किसी बहाने से॥ खिले हैं गुलाब ,शायद टंकण त्रुटि है । शेर बढ़िया हुआ है । </p>
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<p>गिरह का शेर भी बहुत उम्दा लगा, मक्ता तो वाह वाह,पूरी ग़ज़ल अच्छी हुई है, बधाई डॉ साहब । </p> आदरणीय डॉक्टर साहब आप जैसे गु…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4653582013-10-31T18:26:18.937ZSachin Devhttps://openbooks.ning.com/profile/SachinDev
<p>आदरणीय डॉक्टर साहब आप जैसे गुणीजन की तारीफ पाकर उत्साह दो गुना हुआ ....... आपका हार्दिक आभार </p>
<p>आदरणीय डॉक्टर साहब आप जैसे गुणीजन की तारीफ पाकर उत्साह दो गुना हुआ ....... आपका हार्दिक आभार </p> आपकी मुहब्बतों के लिए क्या कह…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4654572013-10-31T18:25:44.656Zवीनस केसरीhttps://openbooks.ning.com/profile/1q1lxk02g9ue6
<p>आपकी मुहब्बतों के लिए क्या कहूं डॉ साहब ... शुक्रगुजार हूँ </p>
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<p>करम बनाए रखें </p>
<p>आपकी मुहब्बतों के लिए क्या कहूं डॉ साहब ... शुक्रगुजार हूँ </p>
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<p>करम बनाए रखें </p> आपकी नवाजिश है हुज़ूर ... हमतो…tag:openbooks.ning.com,2013-10-31:5170231:Comment:4656182013-10-31T18:25:00.869Zवीनस केसरीhttps://openbooks.ning.com/profile/1q1lxk02g9ue6
<p>आपकी नवाजिश है हुज़ूर ... हमतो भागते भागते तरही में भाग ले लिए इसी में खुश थे </p>
<p>आपकी नवाजिश है हुज़ूर ... हमतो भागते भागते तरही में भाग ले लिए इसी में खुश थे </p>