"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला) - Open Books Online2024-03-29T11:28:56Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/32-4?commentId=5170231%3AComment%3A900752&feed=yes&xn_auth=no"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9009322017-11-30T18:30:22.412Zयोगराज प्रभाकरhttps://openbooks.ning.com/profile/YograjPrabhakar
<p>"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक 32 को अपनी सहभागिता से सफल बनाने हेतु सभी सुधि साथिओं का हार्दिक धन्यवाद.</p>
<p>"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक 32 को अपनी सहभागिता से सफल बनाने हेतु सभी सुधि साथिओं का हार्दिक धन्यवाद.</p> बहुत बढ़िया उम्दा प्रस्तुति क…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9008562017-11-30T18:28:56.816ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
बहुत बढ़िया उम्दा प्रस्तुति के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद आदरणीया राजेश कुमारी जी।
बहुत बढ़िया उम्दा प्रस्तुति के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद आदरणीया राजेश कुमारी जी। अच्छे विषय/मुद्दे पर उम्दा प्…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9009312017-11-30T18:26:56.705ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
अच्छे विषय/मुद्दे पर उम्दा प्रस्तुति के लिए सादर हार्दिक बधाई आदरणीया नयना (आरती) कनिटकर जी। रचना के आरंभ और अंत के प्रस्तुतिकरण में /शैली में तालमेल नहीं जम पाया। सम्पादन से सही हो सकता है। सादर। शीर्षक पर भी विचार किया जा सकता है।
अच्छे विषय/मुद्दे पर उम्दा प्रस्तुति के लिए सादर हार्दिक बधाई आदरणीया नयना (आरती) कनिटकर जी। रचना के आरंभ और अंत के प्रस्तुतिकरण में /शैली में तालमेल नहीं जम पाया। सम्पादन से सही हो सकता है। सादर। शीर्षक पर भी विचार किया जा सकता है। बहुत २ धन्यवाद आदरणीय विनय सर…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9008552017-11-30T18:25:55.146ZBarkha Shuklahttps://openbooks.ning.com/profile/BarkhaShukla
बहुत २ धन्यवाद आदरणीय विनय सर जी ,आभार ,सादर
बहुत २ धन्यवाद आदरणीय विनय सर जी ,आभार ,सादर आदरणीय तेजवीर सिंह जी , आभार…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9007762017-11-30T18:21:28.810ZDr. Vijai Shankerhttps://openbooks.ning.com/profile/DrVijaiShanker
आदरणीय तेजवीर सिंह जी , आभार एवं धन्यवाद , सादर।
आदरणीय तेजवीर सिंह जी , आभार एवं धन्यवाद , सादर। लड़कियों के विवाह में दूल्हे…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9007752017-11-30T18:20:25.251ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
लड़कियों के विवाह में दूल्हे संबंधित तथ्य छिपा कर होने वाले धोखों और हालात से तालमेल पर केंद्रित विचारोत्तेजक रचना के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब विनय कुमार जी।
लड़कियों के विवाह में दूल्हे संबंधित तथ्य छिपा कर होने वाले धोखों और हालात से तालमेल पर केंद्रित विचारोत्तेजक रचना के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब विनय कुमार जी। आदरणीय महेंद्र कुमार जी , लघु…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9009252017-11-30T18:19:53.947ZDr. Vijai Shankerhttps://openbooks.ning.com/profile/DrVijaiShanker
आदरणीय महेंद्र कुमार जी , लघु - कथा आप तक पहुंची , आप ने स्वीकार किया आभार एवं धन्यवाद , सादर।
आदरणीय महेंद्र कुमार जी , लघु - कथा आप तक पहुंची , आप ने स्वीकार किया आभार एवं धन्यवाद , सादर। इस उत्साह वर्धन के लिए बहुत २…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9010192017-11-30T18:19:48.519ZBarkha Shuklahttps://openbooks.ning.com/profile/BarkhaShukla
इस उत्साह वर्धन के लिए बहुत २ धन्यवाद आदरणीय प्रतिभा जी ,आगे भी आपका मार्गदर्शन मिलता रहे ,आभार ,सादर
इस उत्साह वर्धन के लिए बहुत २ धन्यवाद आदरणीय प्रतिभा जी ,आगे भी आपका मार्गदर्शन मिलता रहे ,आभार ,सादर आदरणीय सुश्री प्रतिभा पांडे ज…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9010182017-11-30T18:19:41.553ZDr. Vijai Shankerhttps://openbooks.ning.com/profile/DrVijaiShanker
आदरणीय सुश्री प्रतिभा पांडे जी , आपकी उपस्थिति एवं विचार प्रेषण के लिए ह्रदय से आभासर एवं धन्यवाद , सादर।
आदरणीय सुश्री प्रतिभा पांडे जी , आपकी उपस्थिति एवं विचार प्रेषण के लिए ह्रदय से आभासर एवं धन्यवाद , सादर। बहुत २ धन्यवाद आदरणीय राजेश ज…tag:openbooks.ning.com,2017-11-30:5170231:Comment:9007742017-11-30T18:16:24.107ZBarkha Shuklahttps://openbooks.ning.com/profile/BarkhaShukla
बहुत २ धन्यवाद आदरणीय राजेश जी ,आभार ,सादर
बहुत २ धन्यवाद आदरणीय राजेश जी ,आभार ,सादर