"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार) - Open Books Online2024-03-29T15:54:27Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/1?commentId=5170231%3AComment%3A648161&feed=yes&xn_auth=noबेहतरीन लघुकथा tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6490742015-04-30T18:30:35.741Zमिथिलेश वामनकरhttps://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>बेहतरीन लघुकथा </p>
<p>बेहतरीन लघुकथा </p> विरोधभास ही विपरीत परिस्थितिय…tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6492452015-04-30T18:30:11.083Zमिथिलेश वामनकरhttps://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>विरोधभास ही विपरीत परिस्थितियों की परिणिति है सर </p>
<p>विरोधभास ही विपरीत परिस्थितियों की परिणिति है सर </p> आदरणीय ख्रिष्ण भाई जी, अभी सर…tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6492442015-04-30T18:29:00.777Zमिथिलेश वामनकरhttps://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय ख्रिष्ण भाई जी, अभी सर नहीं बना हूँ एक अभ्यासी ही हूँ आपकी तरह </p>
<p>आदरणीय ख्रिष्ण भाई जी, अभी सर नहीं बना हूँ एक अभ्यासी ही हूँ आपकी तरह </p> आदरणीय जितेन्द्र सर आपसे लघुक…tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6490732015-04-30T18:28:55.139ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttps://openbooks.ning.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>आदरणीय जितेन्द्र सर आपसे लघुकथा पर सकारात्मक टिप्पणी पाकर रचनाकर्म सार्थक हो गया! सादर आभार!</p>
<p>आदरणीय जितेन्द्र सर आपसे लघुकथा पर सकारात्मक टिप्पणी पाकर रचनाकर्म सार्थक हो गया! सादर आभार!</p> मेड इन इलाहाबाद ट्रान्सपोर्टे…tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6493162015-04-30T18:28:21.491ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>मेड इन इलाहाबाद ट्रान्सपोर्टेड टू पटियाला..भाईजी.. :-)))</p>
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<p>मेड इन इलाहाबाद ट्रान्सपोर्टेड टू पटियाला..भाईजी.. :-)))</p>
<p></p> सही कहा दीदी tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6490722015-04-30T18:27:37.344Zमिथिलेश वामनकरhttps://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>सही कहा दीदी </p>
<p>सही कहा दीदी </p> आ० आपके जैसे लघुकथा के मर्मज्…tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6490712015-04-30T18:27:34.923ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttps://openbooks.ning.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>आ० आपके जैसे लघुकथा के मर्मज्ञ से रचना को अनुमोदन मिलना मेरे लिए उपलब्धि की तरह है,हार्दिक आभार सर जी!</p>
<p>आ० आपके जैसे लघुकथा के मर्मज्ञ से रचना को अनुमोदन मिलना मेरे लिए उपलब्धि की तरह है,हार्दिक आभार सर जी!</p> सुंदर प्रस्तुति आ. राजेश जी ब…tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6491652015-04-30T18:27:34.325ZMAHIMA SHREEhttps://openbooks.ning.com/profile/MAHIMASHREE
<p>सुंदर प्रस्तुति आ. राजेश जी बधाई, सादर</p>
<p>सुंदर प्रस्तुति आ. राजेश जी बधाई, सादर</p> हार्दिक आभार आ. पंकज जी tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6493152015-04-30T18:26:52.424ZSudhir Dwivedihttps://openbooks.ning.com/profile/SudhirDwivedi
<p>हार्दिक आभार आ. पंकज जी </p>
<p>हार्दिक आभार आ. पंकज जी </p> बहुत अच्छी लघुकथा, बधाई आदरणी…tag:openbooks.ning.com,2015-04-30:5170231:Comment:6491642015-04-30T18:26:29.247Zजितेन्द्र पस्टारियाhttps://openbooks.ning.com/profile/JitendraPastariya
<p>बहुत अच्छी लघुकथा, बधाई आदरणीया डा.नूतन जी</p>
<p>बहुत अच्छी लघुकथा, बधाई आदरणीया डा.नूतन जी</p>