"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150 - Open Books Online2024-03-29T15:58:39Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/150?commentId=5170231%3AComment%3A1096311&feed=yes&xn_auth=noसादर अभिवादन स्वीकार करें आदर…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10963032022-12-29T18:22:59.942ZDINESH KUMAR VISHWAKARMAhttps://openbooks.ning.com/profile/DINESHKUMARVISHWAKARMA
<p>सादर अभिवादन स्वीकार करें आदरणीया।बहुत बहुत आभार आपका ।</p>
<p>सादर अभिवादन स्वीकार करें आदरणीया।बहुत बहुत आभार आपका ।</p> आदरणीय कमल जी नमस्कार
अच्छी ग़…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10963022022-12-29T18:08:32.116ZRicha Yadavhttps://openbooks.ning.com/profile/RichaYadav
<p>आदरणीय कमल जी नमस्कार</p>
<p>अच्छी ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>सादर</p>
<p>आदरणीय कमल जी नमस्कार</p>
<p>अच्छी ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>सादर</p> आदरणीय दिनेश जी नमस्कार
ख़ूब ग़…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10964512022-12-29T18:07:10.105ZRicha Yadavhttps://openbooks.ning.com/profile/RichaYadav
<p>आदरणीय दिनेश जी नमस्कार</p>
<p>ख़ूब ग़ज़ल हुई बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>सादर</p>
<p>आदरणीय दिनेश जी नमस्कार</p>
<p>ख़ूब ग़ज़ल हुई बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>सादर</p> "ओबीओ लाइव तरही मुशाइर:"-अंक-…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10963392022-12-29T18:02:58.894ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशाइर:"-अंक-150 को सफल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p>
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशाइर:"-अंक-150 को सफल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p> जी हार्दिक आभार आपका
सादर नमस…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10963382022-12-29T16:57:32.880ZRakhee jainhttps://openbooks.ning.com/profile/Rakheejain
<p>जी हार्दिक आभार आपका</p>
<p>सादर नमस्कार आदरणीय</p>
<p>जी हार्दिक आभार आपका</p>
<p>सादर नमस्कार आदरणीय</p> जी आदरणीय दिल से शुक्रिया आपक…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10964502022-12-29T16:56:34.232ZRakhee jainhttps://openbooks.ning.com/profile/Rakheejain
<p>जी आदरणीय दिल से शुक्रिया आपका</p>
<p>मैं सुधार करती हूंमार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार आपका</p>
<p></p>
<p>जी आदरणीय दिल से शुक्रिया आपका</p>
<p>मैं सुधार करती हूंमार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार आपका</p>
<p></p> आ जैफ जी, अच्छी गजल हुई है।…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10965242022-12-29T16:46:01.653ZAnjuman Mansury 'Arzoo'https://openbooks.ning.com/profile/Anjuman
<p></p>
<div class="description" id="desc_5170231Comment1095953"><div class="xg_user_generated"><p>आ जैफ जी, अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।</p>
</div>
</div>
<p></p>
<p></p>
<div class="description" id="desc_5170231Comment1095953"><div class="xg_user_generated"><p>आ जैफ जी, अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।</p>
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<p></p> सादर नमन आदरणीय दण्डपाणि जी।…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10965232022-12-29T16:37:58.269ZDINESH KUMAR VISHWAKARMAhttps://openbooks.ning.com/profile/DINESHKUMARVISHWAKARMA
<p>सादर नमन आदरणीय दण्डपाणि जी। आपने उत्साह बढ़ाया, इस हेतु हृदयतल से आभार आपका ।</p>
<p>सादर नमन आदरणीय दण्डपाणि जी। आपने उत्साह बढ़ाया, इस हेतु हृदयतल से आभार आपका ।</p> सादर अभिवादन स्वीकार करें आदर…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10963002022-12-29T16:35:47.426ZDINESH KUMAR VISHWAKARMAhttps://openbooks.ning.com/profile/DINESHKUMARVISHWAKARMA
<p>सादर अभिवादन स्वीकार करें आदरणीय पुरोहित जी।ग़ज़ल तक आकर उत्साह वर्धन हेतु आभार आपका।</p>
<p>सादर अभिवादन स्वीकार करें आदरणीय पुरोहित जी।ग़ज़ल तक आकर उत्साह वर्धन हेतु आभार आपका।</p> आदरणीय अजय गुप्ता जी आदाब, तर…tag:openbooks.ning.com,2022-12-29:5170231:Comment:10963362022-12-29T16:14:29.385Zअमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवीhttps://openbooks.ning.com/profile/0q7lh6g5bl2lz
<p>आदरणीय अजय गुप्ता जी आदाब, तरही मिसरे पर अच्छी ग़ज़ल कही है आपने मुबारकबाद पेश करता हूँ।</p>
<p>'वो पल ही क्या है जब तेरा तसव्वुर सा नहीं रहता'... 'तसव्वुर सा' शब्द विन्यास सही नहीं है, मुनासिब समझें तो यूँ कर सकते हैं -</p>
<p>'वो पल ही क्या तसव्वुर जब मुझे तेरा नहीं रहता' </p>
<p>आदरणीय अजय गुप्ता जी आदाब, तरही मिसरे पर अच्छी ग़ज़ल कही है आपने मुबारकबाद पेश करता हूँ।</p>
<p>'वो पल ही क्या है जब तेरा तसव्वुर सा नहीं रहता'... 'तसव्वुर सा' शब्द विन्यास सही नहीं है, मुनासिब समझें तो यूँ कर सकते हैं -</p>
<p>'वो पल ही क्या तसव्वुर जब मुझे तेरा नहीं रहता' </p>