"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-138 - Open Books Online2024-03-28T14:28:45Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/138?commentId=5170231%3AComment%3A1076067&feed=yes&xn_auth=noआदरणीय ऋचा यादव जी सादर प्रणा…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10759982021-12-29T18:29:31.282ZDeepanjali Dubeyhttps://openbooks.ning.com/profile/DeepanjaliDubey
<p>आदरणीय ऋचा यादव जी सादर प्रणाम बहुत ख़ूब आदरणीया बधाई स्वीकार करें।</p>
<p>आदरणीय ऋचा यादव जी सादर प्रणाम बहुत ख़ूब आदरणीया बधाई स्वीकार करें।</p> "ओबीओ लाइव तरही मुशाइर:" अंक-…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10761402021-12-29T18:27:12.439ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशाइर:" अंक-138 को सफल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p>
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशाइर:" अंक-138 को सफल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p> आदाब।.उपरोक्त दो प्रस्तुतियों…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10761382021-12-29T18:02:57.437ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
आदाब।.उपरोक्त दो प्रस्तुतियों से हटकर गंभीर भावों व संदेशों से युक्त पेशकश हेतु मुबारकबाद जनाब अमित कुमार 'अमित' साहिब।
आदाब।.उपरोक्त दो प्रस्तुतियों से हटकर गंभीर भावों व संदेशों से युक्त पेशकश हेतु मुबारकबाद जनाब अमित कुमार 'अमित' साहिब। आदाब। अच्छी प्रस्तुति हेतु हा…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10762362021-12-29T17:59:49.561ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
आदाब। अच्छी प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय आज़ी तमाम जी। चार अक्षरों के शब्दों में बढ़िया काफ़िये।
आदाब। अच्छी प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय आज़ी तमाम जी। चार अक्षरों के शब्दों में बढ़िया काफ़िये। सहृदय शुक्रिया आ नाहक जी नवाज…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10762352021-12-29T17:58:51.104ZAazi Tamaamhttps://openbooks.ning.com/profile/AaziTamaa
<p>सहृदय शुक्रिया आ नाहक जी नवाजिशों का</p>
<p>सादर</p>
<p>सहृदय शुक्रिया आ नाहक जी नवाजिशों का</p>
<p>सादर</p> वाह आ अमित जी बेहद खूब ग़ज़ल…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10761372021-12-29T17:56:17.709ZAazi Tamaamhttps://openbooks.ning.com/profile/AaziTamaa
<p>वाह आ अमित जी बेहद खूब ग़ज़ल हुई</p>
<p></p>
<p>वाह आ अमित जी बेहद खूब ग़ज़ल हुई</p>
<p></p> आदाब। विषय विशेष के कुछ अहम आ…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10761332021-12-29T17:54:58.763ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
आदाब। विषय विशेष के कुछ अहम आयाम लेते बढ़िया अशआर । हार्दिक बधाई जनाब तस्दीक़ अहमद ख़ान साहिब।
आदाब। विषय विशेष के कुछ अहम आयाम लेते बढ़िया अशआर । हार्दिक बधाई जनाब तस्दीक़ अहमद ख़ान साहिब। आ तसदीक जी बहुत खूब
गुणीजनों…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10760742021-12-29T17:54:29.288ZAazi Tamaamhttps://openbooks.ning.com/profile/AaziTamaa
<p>आ तसदीक जी बहुत खूब</p>
<p>गुणीजनों की इस्लाह सर आँखों पर</p>
<p>आ तसदीक जी बहुत खूब</p>
<p>गुणीजनों की इस्लाह सर आँखों पर</p> खूब कही आ
गुरु जी की इस्लाह क…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10760722021-12-29T17:51:51.262ZAazi Tamaamhttps://openbooks.ning.com/profile/AaziTamaa
<p>खूब कही आ</p>
<p>गुरु जी की इस्लाह काबिल ए गौर</p>
<p>खूब कही आ</p>
<p>गुरु जी की इस्लाह काबिल ए गौर</p> जी आ बेहद उम्दा कोशिश की आपने…tag:openbooks.ning.com,2021-12-29:5170231:Comment:10760712021-12-29T17:50:56.087ZAazi Tamaamhttps://openbooks.ning.com/profile/AaziTamaa
<p>जी आ बेहद उम्दा कोशिश की आपने</p>
<p>गुणीजनों की इस्लाह काबिल ए गौर</p>
<p>जी आ बेहद उम्दा कोशिश की आपने</p>
<p>गुणीजनों की इस्लाह काबिल ए गौर</p>