"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-128 - Open Books Online2024-03-29T00:55:03Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/128?commentId=5170231%3AComment%3A1054961&feed=yes&xn_auth=noआप सभी हाजरात का गज़ल तक आने औ…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10556382021-02-26T18:27:42.004Zनादिर ख़ानhttps://openbooks.ning.com/profile/Nadir
<p>आप सभी हाजरात का गज़ल तक आने और हौसला अफजाई करने का बहुत बहुत शुक्रिया </p>
<p>आप सभी हाजरात का गज़ल तक आने और हौसला अफजाई करने का बहुत बहुत शुक्रिया </p> आदरणीय कृष जी गज़ल का उम्दा प्…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10553852021-02-26T18:15:07.785Zनादिर ख़ानhttps://openbooks.ning.com/profile/Nadir
<p>आदरणीय कृष जी गज़ल का उम्दा प्रयास हुआ बधाई स्वीकारें प्रयासरत रहें ...</p>
<p>आदरणीय कृष जी गज़ल का उम्दा प्रयास हुआ बधाई स्वीकारें प्रयासरत रहें ...</p> आदरणीया राजेश कुमारी जी उम्दा…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10553842021-02-26T18:11:23.939Zनादिर ख़ानhttps://openbooks.ning.com/profile/Nadir
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी उम्दा गज़ल की बधाई गिरः भी खूब लगाई बहुत मुबारकबाद </p>
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<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी उम्दा गज़ल की बधाई गिरः भी खूब लगाई बहुत मुबारकबाद </p>
<p></p> "ओबीओ लाइव तरही मोशाइर:" अंक-…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10554532021-02-26T18:01:55.865ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>"ओबीओ लाइव तरही मोशाइर:" अंक-128 को सफल बनाने के लिये सभी ग़ज़लकारों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p>
<p>"ओबीओ लाइव तरही मोशाइर:" अंक-128 को सफल बनाने के लिये सभी ग़ज़लकारों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p> संजय शुक्ला जी बहुत खूब tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10555572021-02-26T17:45:25.676Zनादिर ख़ानhttps://openbooks.ning.com/profile/Nadir
<p>संजय शुक्ला जी बहुत खूब </p>
<p>संजय शुक्ला जी बहुत खूब </p> बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय दण्…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10553832021-02-26T16:45:41.852ZDINESH KUMAR VISHWAKARMAhttps://openbooks.ning.com/profile/DINESHKUMARVISHWAKARMA
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय दण्डपाणि जी</p>
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय दण्डपाणि जी</p> आग औरों की बुझाने चले हैं वो…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10555542021-02-26T16:18:06.883Zmunish tanhahttps://openbooks.ning.com/profile/munishtanha
<p>आग औरों की बुझाने चले हैं वो देखो;<br/>जिनसे घर में ही लगी आग बुझाई न गई।</p>
<p>आदरणीय राजेश कुमारी जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई कुबुल कीजिये</p>
<p>आग औरों की बुझाने चले हैं वो देखो;<br/>जिनसे घर में ही लगी आग बुझाई न गई।</p>
<p>आदरणीय राजेश कुमारी जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई कुबुल कीजिये</p> बहुत बहुत शुक्रिया आपका ।आप ग़…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10553822021-02-26T16:16:19.752ZDINESH KUMAR VISHWAKARMAhttps://openbooks.ning.com/profile/DINESHKUMARVISHWAKARMA
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आपका ।आप ग़ज़ल तक आए और हौसला बढ़ाया।</p>
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आपका ।आप ग़ज़ल तक आए और हौसला बढ़ाया।</p> जी बहुत बहुत आभार आदरणीय अमित…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10554512021-02-26T16:15:19.310ZDINESH KUMAR VISHWAKARMAhttps://openbooks.ning.com/profile/DINESHKUMARVISHWAKARMA
<p>जी बहुत बहुत आभार आदरणीय अमित जी</p>
<p>जी बहुत बहुत आभार आदरणीय अमित जी</p> आदरणीय ऋचा यादव जी बहुत अच्छी…tag:openbooks.ning.com,2021-02-26:5170231:Comment:10555532021-02-26T16:15:06.308Zmunish tanhahttps://openbooks.ning.com/profile/munishtanha
<p>आदरणीय ऋचा यादव जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई कुबुल कीजिये</p>
<p>आदरणीय ऋचा यादव जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई कुबुल कीजिये</p>