"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-118 - Open Books Online2024-03-29T07:51:25Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/118?commentId=5170231%3AComment%3A1004882&feed=yes&xn_auth=noमुहतरम जनाब लक्ष्मण धामी 'मुस…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10050062020-04-25T17:11:56.782Zअमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवीhttps://openbooks.ning.com/profile/0q7lh6g5bl2lz
<p>मुहतरम जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर ' जी, हौसला अफ़ज़ाई के लिए सादर धन्यवाद। </p>
<p>मुहतरम जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर ' जी, हौसला अफ़ज़ाई के लिए सादर धन्यवाद। </p> आदरणीय जनाब Dayaram Methani …tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10052322020-04-25T17:06:07.052Zअमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवीhttps://openbooks.ning.com/profile/0q7lh6g5bl2lz
<p>आदरणीय जनाब Dayaram Methani जी, आदाब, अहक़र की ग़ज़ल पर हाज़िरी और हौसला अफ़ज़ाई के लिये बेहद मशकूर हूँ। सादर धन्यवाद। </p>
<p>आदरणीय जनाब Dayaram Methani जी, आदाब, अहक़र की ग़ज़ल पर हाज़िरी और हौसला अफ़ज़ाई के लिये बेहद मशकूर हूँ। सादर धन्यवाद। </p> जनाब Amit Kumar "Amit" जी, ग़…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10051492020-04-25T17:01:08.124Zअमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवीhttps://openbooks.ning.com/profile/0q7lh6g5bl2lz
<p><span>जनाब Amit Kumar "Amit" जी, ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और हौसला अफ़ज़ाई के लिये सादर धन्यवाद। </span></p>
<p><span>जनाब Amit Kumar "Amit" जी, ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और हौसला अफ़ज़ाई के लिये सादर धन्यवाद। </span></p> आ. भाई अमित जी, हार्दिक आभार ।tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10052312020-04-25T16:46:31.267Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई अमित जी, हार्दिक आभार ।</p>
<p>आ. भाई अमित जी, हार्दिक आभार ।</p> आ. भाई दयाराम जी, गजल पर उपस्…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10052302020-04-25T16:44:09.921Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई दयाराम जी, गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई दयाराम जी, गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p> आदरणीय राणा प्रताप सिंह जी.
न…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10050042020-04-25T15:59:44.923Zसालिक गणवीरhttps://openbooks.ning.com/profile/SalikGanvir
<p>आदरणीय <span style="text-decoration: underline;">राणा प्रताप सिंह जी.</span></p>
<p><span style="text-decoration: underline;">नाम का उच्चारण सही है. हौसला अफजाई के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ.आप जैसे गुणीजनों का मार्गदर्शन मिलता रहा तो यक़ीन मानिए मैं भी लिखना सीख जाऊँगा. मैं उम्मीद करता हूँ कि भविष्य में भी आपका प्रेम और मार्ग दर्शन मिलता रहेगा.</span></p>
<p>आदरणीय <span style="text-decoration: underline;">राणा प्रताप सिंह जी.</span></p>
<p><span style="text-decoration: underline;">नाम का उच्चारण सही है. हौसला अफजाई के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ.आप जैसे गुणीजनों का मार्गदर्शन मिलता रहा तो यक़ीन मानिए मैं भी लिखना सीख जाऊँगा. मैं उम्मीद करता हूँ कि भविष्य में भी आपका प्रेम और मार्ग दर्शन मिलता रहेगा.</span></p> न गले मिलो न मिलाओ हाथ, महामा…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10052282020-04-25T15:50:43.624ZDayaram Methanihttps://openbooks.ning.com/profile/DayaramMethani
<p><span>न गले मिलो न मिलाओ हाथ, महामारी है ये किया करो</span><br/><span>वो बीमारी जिस का इलाज हो न तो लाज़िमी है बचा करो........सुंदर व सामियक संदेश देती गज़ल। बहुत बहुत बधाई आदरणीय अजय गुप्ता जी।</span></p>
<p><span>न गले मिलो न मिलाओ हाथ, महामारी है ये किया करो</span><br/><span>वो बीमारी जिस का इलाज हो न तो लाज़िमी है बचा करो........सुंदर व सामियक संदेश देती गज़ल। बहुत बहुत बधाई आदरणीय अजय गुप्ता जी।</span></p> आ. भाई अजय जी, अच्छी गजल हुई…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10050022020-04-25T15:49:41.212Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई अजय जी, अच्छी गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई अजय जी, अच्छी गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।</p> आ. अमरूद्दीन जी, अच्छी गजल हु…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10051482020-04-25T15:48:23.873Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. अमरूद्दीन जी, अच्छी गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. अमरूद्दीन जी, अच्छी गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।</p> बहुत सुंदर गज़ल के लिए बहुत ब…tag:openbooks.ning.com,2020-04-25:5170231:Comment:10052272020-04-25T15:47:15.797ZDayaram Methanihttps://openbooks.ning.com/profile/DayaramMethani
<p>बहुत सुंदर गज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई आदणीय अमीरुद्दीन खान जी।</p>
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<p>बहुत सुंदर गज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई आदणीय अमीरुद्दीन खान जी।</p>
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