"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-102 - Open Books Online2024-03-28T17:15:30Zhttps://openbooks.ning.com/forum/topics/102-1?commentId=5170231%3AComment%3A980639&feed=yes&xn_auth=noजनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' ज…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9807482019-04-13T17:37:16.635ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब,प्रदत्त विषय पर अच्छी दोहावली रची आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p><span>'हर वादे की चासनी, इससे हुई खराब'</span></p>
<p><span>इस पंक्ति में 'चासनी' को "चाशनी" कर लें ।</span></p>
<p></p>
<p><span>'सच से कोशों दूर ये, इनमें केवल खोट'</span></p>
<p><span>इस पंक्ति में 'कोशों' को "कोसों" कर लें ।</span></p>
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब,प्रदत्त विषय पर अच्छी दोहावली रची आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
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<p><span>'हर वादे की चासनी, इससे हुई खराब'</span></p>
<p><span>इस पंक्ति में 'चासनी' को "चाशनी" कर लें ।</span></p>
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<p><span>'सच से कोशों दूर ये, इनमें केवल खोट'</span></p>
<p><span>इस पंक्ति में 'कोशों' को "कोसों" कर लें ।</span></p> आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सा…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9806712019-04-13T17:35:13.271ZAshok Kumar Raktalehttps://openbooks.ning.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रदत्त विषय पर जनता को जागरूक करने का प्रयास करती सुंदर दोहावली रची है आपने. हार्दिक बधाई स्वीकारें. छंद के मान से कुछ जगह सुधार की संभावना भी रह गई है. सादर </p>
<p>आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रदत्त विषय पर जनता को जागरूक करने का प्रयास करती सुंदर दोहावली रची है आपने. हार्दिक बधाई स्वीकारें. छंद के मान से कुछ जगह सुधार की संभावना भी रह गई है. सादर </p> आदरणीया बबिता गुप्ता जी सादर,…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9806702019-04-13T17:31:00.415ZAshok Kumar Raktalehttps://openbooks.ning.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>आदरणीया बबिता गुप्ता जी सादर, प्रस्तुत छंद रचना को सराहने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार. सादर. </p>
<p>आदरणीया बबिता गुप्ता जी सादर, प्रस्तुत छंद रचना को सराहने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार. सादर. </p> आदरणीया राजेश कुमारी जी सादर…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9806062019-04-13T17:30:18.515ZAshok Kumar Raktalehttps://openbooks.ning.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी सादर नमस्कार, प्रस्तुत छंदों पर आपकी सुन्दरतम प्रतिक्रिया से सृजन कार्य सार्थकता पा गया. आपका बहुत-बहुत आभार. सादर. </p>
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी सादर नमस्कार, प्रस्तुत छंदों पर आपकी सुन्दरतम प्रतिक्रिया से सृजन कार्य सार्थकता पा गया. आपका बहुत-बहुत आभार. सादर. </p> आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सा…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9806052019-04-13T17:29:23.273ZAshok Kumar Raktalehttps://openbooks.ning.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रस्तुत छंदों पर आपकी सराहना से रचना को मान मिला है. हार्दिक आभार आपका. सादर.</p>
<p>आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रस्तुत छंदों पर आपकी सराहना से रचना को मान मिला है. हार्दिक आभार आपका. सादर.</p> आदरणीय भाई नादिर खान साहब साद…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9806692019-04-13T17:26:04.082ZAshok Kumar Raktalehttps://openbooks.ning.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>आदरणीय भाई नादिर खान साहब सादर, प्रस्तुत छंदों पर आपकी सुंदर प्रतिक्रिया सृजन को सफलता प्रदान कर रही है. हार्दिक आभार आपका. सादर. </p>
<p>आदरणीय भाई नादिर खान साहब सादर, प्रस्तुत छंदों पर आपकी सुंदर प्रतिक्रिया सृजन को सफलता प्रदान कर रही है. हार्दिक आभार आपका. सादर. </p> आदरणीय समर कबीर साहब सादर नमस…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9807472019-04-13T17:24:46.503ZAshok Kumar Raktalehttps://openbooks.ning.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>आदरणीय समर कबीर साहब सादर नमस्कार, आपकी सराहना से मेरे प्रयास को बल मिला है. आपका दिली शुक्रिया. सादर </p>
<p>आदरणीय समर कबीर साहब सादर नमस्कार, आपकी सराहना से मेरे प्रयास को बल मिला है. आपका दिली शुक्रिया. सादर </p> आखिरी दो पंक्तियाँ करारा व्यं…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9806622019-04-13T16:02:19.588Zbabitaguptahttps://openbooks.ning.com/profile/babitagupta631
<p>आखिरी दो पंक्तियाँ करारा व्यंग्य करती बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय लक्ष्मण सरजी।</p>
<p>आखिरी दो पंक्तियाँ करारा व्यंग्य करती बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय लक्ष्मण सरजी।</p> मतदाताओं को सजग करती बेहतरीन…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9805052019-04-13T16:00:50.769Zbabitaguptahttps://openbooks.ning.com/profile/babitagupta631
<p>मतदाताओं को सजग करती बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय अशोक सरजी ।</p>
<p>मतदाताओं को सजग करती बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय अशोक सरजी ।</p> खोखले वादों में ना आने की चे…tag:openbooks.ning.com,2019-04-13:5170231:Comment:9806012019-04-13T15:59:48.685Zbabitaguptahttps://openbooks.ning.com/profile/babitagupta631
<p>खोखले वादों में ना आने की चेतावनी देती बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय सतविन्दर सरजी ।</p>
<p>खोखले वादों में ना आने की चेतावनी देती बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय सतविन्दर सरजी ।</p>