Open Books Online2024-03-29T11:28:47Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458https://storage.ning.com/topology/rest/1.0/file/get/2991294152?profile=RESIZE_48X48&width=48&height=48&crop=1%3A1https://openbooks.ning.com/forum/topic/listForContributor?user=2pn79ivh3g4tj&feed=yes&xn_auth=no"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165tag:openbooks.ning.com,2024-03-15:5170231:Topic:11166842024-03-15T04:55:22.514Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p>परम आत्मीय स्वजन,</p>
<p>ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 165 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | </p>
<p>इस बार का मिसरा जनाब फ़रहत अब्बास शाह साहिब की ग़ज़ल से लिया गया है |</p>
<p></p>
<p><strong>'रास्ता बदलने में देर कितनी लगती है'</strong></p>
<p>फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन<br></br> 212 1222 212 1222<br></br> हजज़ मुरब्बा अश्तर मुज़ाहिफ़<br></br> रदीफ़ -में देर कितनी लगती है</p>
<p>क़ाफ़िया:-(अलने की तुक) जलने,पिघलने,ढलने,मलने,मसलने,निकलने आदि ।</p>
<p></p>
<p>मुशायरे की अवधि केवल दो दिन होगी । मुशायरे की…</p>
<p>परम आत्मीय स्वजन,</p>
<p>ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 165 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | </p>
<p>इस बार का मिसरा जनाब फ़रहत अब्बास शाह साहिब की ग़ज़ल से लिया गया है |</p>
<p></p>
<p><strong>'रास्ता बदलने में देर कितनी लगती है'</strong></p>
<p>फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन<br/> 212 1222 212 1222<br/> हजज़ मुरब्बा अश्तर मुज़ाहिफ़<br/> रदीफ़ -में देर कितनी लगती है</p>
<p>क़ाफ़िया:-(अलने की तुक) जलने,पिघलने,ढलने,मलने,मसलने,निकलने आदि ।</p>
<p></p>
<p>मुशायरे की अवधि केवल दो दिन होगी । मुशायरे की शुरुआत दिनांक 28 मार्च दिन गुरुवार को हो जाएगी और दिनांक 29 मार्च दिन शुक्रवार समाप्त होते ही मुशायरे का समापन कर दिया जायेगा.</p>
<p><strong>नियम एवं शर्तें:-</strong></p>
<p>"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" में प्रति सदस्य अधिकतम एक ग़ज़ल ही प्रस्तुत की जा सकेगी |</p>
<p>एक ग़ज़ल में कम से कम 5 और ज्यादा से ज्यादा 11 अशआर ही होने चाहिए |</p>
<p>तरही मिसरा मतले को छोड़कर पूरी ग़ज़ल में कहीं न कहीं अवश्य इस्तेमाल करें | बिना तरही मिसरे वाली ग़ज़ल को स्थान नहीं दिया जायेगा |</p>
<p>शायरों से निवेदन है कि अपनी ग़ज़ल अच्छी तरह से देवनागरी के फ़ण्ट में टाइप कर लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड टेक्स्ट में ही पोस्ट करें | इमेज या ग़ज़ल का स्कैन रूप स्वीकार्य नहीं है |</p>
<p>ग़ज़ल पोस्ट करते समय कोई भूमिका न लिखें, सीधे ग़ज़ल पोस्ट करें, अंत में अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल आदि भी न लगाएं | ग़ज़ल के अंत में मंच के नियमानुसार केवल "मौलिक व अप्रकाशित" लिखें |</p>
<p>वे साथी जो ग़ज़ल विधा के जानकार नहीं, अपनी रचना वरिष्ठ साथी की इस्लाह लेकर ही प्रस्तुत करें</p>
<p>नियम विरूद्ध, अस्तरीय ग़ज़लें और बेबहर मिसरों वाले शेर बिना किसी सूचना से हटाये जा सकते हैं जिस पर कोई आपत्ति स्वीकार्य नहीं होगी |</p>
<p>ग़ज़ल केवल स्वयं के प्रोफाइल से ही पोस्ट करें, किसी सदस्य की ग़ज़ल किसी अन्य सदस्य द्वारा पोस्ट नहीं की जाएगी ।</p>
<p><strong>विशेष अनुरोध:-</strong></p>
<p>सदस्यों से विशेष अनुरोध है कि ग़ज़लों में बार बार संशोधन की गुजारिश न करें | ग़ज़ल को पोस्ट करते समय अच्छी तरह से पढ़कर टंकण की त्रुटियां अवश्य दूर कर लें | मुशायरे के दौरान होने वाली चर्चा में आये सुझावों को एक जगह नोट करते रहें और संकलन आ जाने पर किसी भी समय संशोधन का अनुरोध प्रस्तुत करें | </p>
<p></p>
<p>मुशायरे के सम्बन्ध मे किसी तरह की जानकारी हेतु नीचे दिये लिंक पर पूछताछ की जा सकती है....</p>
<p></p>
<p>"OBO लाइव तरही मुशायरे" के सम्बन्ध मे पूछताछ</p>
<p>फिलहाल Reply Box बंद रहेगा जो 28 मार्च दिन गुरुवार लगते ही खोल दिया जायेगा, यदि आप अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सके है तो <a href="http://www.openbooksonline.com/">www.openbooksonline.com</a>पर जाकर प्रथम बार sign upकर लें.</p>
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/forum/categories/5170231:Category:5827/listForCategory" target="_blank" rel="noopener">"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" के पिछ्ले अंकों को पढ़ने हेतु यहाँ क्लिक करें...</a></p>
<p></p>
<p>मंच संचालक</p>
<p>जनाब समर कबीर </p>
<p>(वरिष्ठ सदस्य)</p>
<p>ओपन बुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम</p> "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-108 (विषयमुक्त)tag:openbooks.ning.com,2024-03-12:5170231:Topic:11167842024-03-12T15:28:22.544Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">आदरणीय साथियो,<br></br></font></p>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">सादर नमन।</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">.</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-108</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का गोष्ठी को विषयमुक्त…</font></div>
<p><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">आदरणीय साथियो,<br/></font></p>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">सादर नमन।</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-108</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का गोष्ठी को विषयमुक्त रखा गया है। आप अपने मनपसंद विषय पर </font>लघुकथा प्रस्तुत कर सकते हैं<font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">। तो आइए मिलजुलकर</font> इस गोष्ठी को सफल बनाएँ। </div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">. </font></div>
<div><strong><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओ</font>बीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-<font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">108</font></strong></div>
<div><strong>(विषयमुक्त) </strong></div>
<div><strong>अवधि : 30-03-2024 से 31-03-2024</strong><strong> </strong></div>
<div><strong>.</strong></div>
<div><b>अति आवश्यक सूचना:-</b></div>
<div>1. सदस्यगण आयोजन अवधि के दौरान अपनी केवल एक लघुकथा पोस्ट कर सकते हैं।</div>
<div>2. रचनाकारों से निवेदन है कि अपनी रचना/ टिप्पणियाँ केवल देवनागरी फॉण्ट में टाइप कर, लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड/नॉन इटेलिक टेक्स्ट में ही पोस्ट करें।</div>
<div>3. टिप्पणियाँ केवल "रनिंग टेक्स्ट" में ही लिखें, 10-15 शब्द की टिप्पणी को 3-4 पंक्तियों में विभक्त न करें। ऐसा करने से आयोजन के पन्नों की संख्या अनावश्यक रूप में बढ़ जाती है तथा "पेज जम्पिंग" की समस्या आ जाती है। </div>
<div>4. एक-दो शब्द की चलताऊ टिप्पणी देने से गुरेज़ करें। ऐसी हल्की टिप्पणी मंच और रचनाकार का अपमान मानी जाती है।आयोजनों के वातावरण को टिप्पणियों के माध्यम से समरस बनाये रखना उचित है, किन्तु बातचीत में असंयमित तथ्य न आ पाए इसके प्रति टिप्पणीकारों से सकारात्मकता तथा संवेदनशीलता अपेक्षित है। देखा गया कि कई साथी अपनी रचना पोस्ट करने के बाद गायब हो जाते हैं, या केवल अपनी रचना के आस पास ही मंडराते रहते हैंI कुछेक साथी दूसरों की रचना पर टिप्पणी करना तो दूर वे अपनी रचना पर आई टिप्पणियों तक की पावती देने तक से गुरेज़ करते हैंI ऐसा रवैया कतई ठीक नहींI यह रचनाकार के साथ-साथ टिप्पणीकर्ता का भी अपमान हैI</div>
<div>5. नियमों के विरुद्ध, विषय से भटकी हुई तथा अस्तरीय प्रस्तुति तथा गलत थ्रेड में पोस्ट हुई रचना/टिप्पणी को बिना कोई कारण बताये हटाया जा सकता है। यह अधिकार प्रबंधन-समिति के सदस्यों के पास सुरक्षित रहेगा, जिस पर कोई बहस नहीं की जाएगी.<br/><div>6. रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका, अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल/स्माइली आदि लिखने/लगाने की आवश्यकता नहीं है।</div>
<div>7. प्रविष्टि के अंत में मंच के नियमानुसार <strong>"मौलिक व अप्रकाशित"</strong> अवश्य लिखें।</div>
<div>8. आयोजन से दौरान रचना में संशोधन हेतु कोई अनुरोध स्वीकार्य न होगा। रचनाओं का संकलन आने के बाद ही संशोधन हेतु अनुरोध करें। </div>
</div>
<div>. </div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">यदि आप किसी कारणवश अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सकें है तो <a href="http://www.openbooksonline.com/" rel="noopener" target="_blank">www.openbooksonline.com</a> पर जाकर प्रथम बार <a href="http://www.openbooksonline.com/main/authorization/signUp?" rel="noopener" target="_blank">sign up</a> कर लें.</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div><a href="http://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:637805" rel="noopener" target="_blank">लघुकथा के नियम, शिल्प एवं संरचना सम्बन्धी जानकारी हेतु यहाँ क्लिक करें</a></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div>मंच संचालक</div>
<div>योगराज प्रभाकर</div>
<div>(प्रधान संपादक)</div> "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161tag:openbooks.ning.com,2024-03-12:5170231:Topic:11168822024-03-12T15:19:51.895Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p>आदरणीय साहित्य प्रेमियो,<br></br> <br></br> जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर नव-हस्ताक्षरों, के लिए अपनी कलम की धार को और भी तीक्ष्ण करने का अवसर प्रदान करता है. इसी क्रम में प्रस्तुत है :<br></br> <br></br> <strong>"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161</strong><br></br> <br></br> <strong>विषय : "होली के रंग"</strong><br></br> <br></br> <b>आयोजन अवधि- 16 मार्च 2024, दिन शनिवार से 17 मार्च 2024, दिन रविवार </b>की समाप्ति तक अर्थात कुल दो दिन.<br></br> <br></br> <strong>ध्यान रहे :</strong> बात बेशक…</p>
<p>आदरणीय साहित्य प्रेमियो,<br/> <br/> जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर नव-हस्ताक्षरों, के लिए अपनी कलम की धार को और भी तीक्ष्ण करने का अवसर प्रदान करता है. इसी क्रम में प्रस्तुत है :<br/> <br/> <strong>"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161</strong><br/> <br/> <strong>विषय : "होली के रंग"</strong><br/> <br/> <b>आयोजन अवधि- 16 मार्च 2024, दिन शनिवार से 17 मार्च 2024, दिन रविवार </b>की समाप्ति तक अर्थात कुल दो दिन.<br/> <br/> <strong>ध्यान रहे :</strong> बात बेशक छोटी हो लेकिन 'घाव करे गंभीर’ करने वाली हो तो पद्य- समारोह का आनन्द बहुगुणा हो जाए. आयोजन के लिए दिये विषय को केन्द्रित करते हुए आप सभी अपनी मौलिक एवं अप्रकाशित रचना पद्य-साहित्य की किसी भी विधा में स्वयं द्वारा लाइव पोस्ट कर सकते हैं. साथ ही अन्य साथियों की रचना पर लाइव टिप्पणी भी कर सकते हैं.<br/> <br/> <strong>उदाहरण स्वरुप पद्य-साहित्य की कुछ विधाओं का नाम सूचीबद्ध किये जा रहे हैं --</strong><br/> <br/> तुकांत कविता, अतुकांत आधुनिक कविता, हास्य कविता, गीत-नवगीत, ग़ज़ल, नज़्म, हाइकू, सॉनेट, व्यंग्य काव्य, मुक्तक, शास्त्रीय-छंद जैसे दोहा, चौपाई, कुंडलिया, कवित्त, सवैया, हरिगीतिका आदि.<br/> <br/> <strong>अति आवश्यक सूचना :-</strong><br/> <br/> रचनाओं की संख्या पर कोई बन्धन नहीं है. किन्तु, एक से अधिक रचनाएँ प्रस्तुत करनी हों तो पद्य-साहित्य की अलग अलग विधाओं अथवा अलग अलग छंदों में रचनाएँ प्रस्तुत हों.<br/> रचना केवल स्वयं के प्रोफाइल से ही पोस्ट करें, अन्य सदस्य की रचना किसी और सदस्य द्वारा पोस्ट नहीं की जाएगी.<br/> रचनाकारों से निवेदन है कि अपनी रचना अच्छी तरह से देवनागरी के फॉण्ट में टाइप कर लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड टेक्स्ट में ही पोस्ट करें.<br/> रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका न लिखें, सीधे अपनी रचना पोस्ट करें, अंत में अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल आदि भी न लगाएं.<br/> प्रविष्टि के अंत में मंच के नियमानुसार केवल <strong>"मौलिक व अप्रकाशित"</strong> लिखें.<br/> नियमों के विरुद्ध, विषय से भटकी हुई तथा अस्तरीय प्रस्तुति को बिना कोई कारण बताये तथा बिना कोई पूर्व सूचना दिए हटाया जा सकता है. यह अधिकार प्रबंधन-समिति के सदस्यों के पास सुरक्षित रहेगा, जिस पर कोई बहस नहीं की जाएगी.<br/> सदस्यगण बार-बार संशोधन हेतु अनुरोध न करें, बल्कि उनकी रचनाओं पर प्राप्त सुझावों को भली-भाँति अध्ययन कर संकलन आने के बाद संशोधन हेतु अनुरोध करें. सदस्यगण ध्यान रखें कि रचनाओं में किन्हीं दोषों या गलतियों पर सुझावों के अनुसार संशोधन कराने को किसी सुविधा की तरह लें, न कि किसी अधिकार की तरह.<br/> <br/> आयोजनों के वातावरण को टिप्पणियों के माध्यम से समरस बनाये रखना उचित है. लेकिन बातचीत में असंयमित तथ्य न आ पायें इसके प्रति टिप्पणीकारों से सकारात्मकता तथा संवेदनशीलता अपेक्षित है.<br/> <br/> इस तथ्य पर ध्यान रहे कि स्माइली आदि का असंयमित अथवा अव्यावहारिक प्रयोग तथा बिना अर्थ के पोस्ट आयोजन के स्तर को हल्का करते हैं.</p>
<p></p>
<p>रचनाओं पर टिप्पणियाँ यथासंभव देवनागरी फाण्ट में ही करें. अनावश्यक रूप से स्माइली अथवा रोमन फाण्ट का उपयोग न करें. रोमन फाण्ट में टिप्पणियाँ करना, एक ऐसा रास्ता है जो अन्य कोई उपाय न रहने पर ही अपनाया जाय.<br/> <br/> <strong>फिलहाल Reply Box बंद रहेगा जो - 16 मार्च </strong><strong>2024, दिन शनिवार लगते ही खोल दिया जायेगा।</strong><br/> <br/> यदि आप किसी कारणवश अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सके है तो <a rel="nofollow" href="http://www.openbooksonline.com/">www.openbooksonline.com</a> पर जाकर प्रथम बार sign up कर लें.</p>
<p>महा-उत्सव के सम्बन्ध मे किसी तरह की जानकारी हेतु नीचे दिये लिंक पर पूछताछ की जा सकती है ...<br/> <a rel="nofollow noopener" href="http://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:58395" target="_blank">"OBO लाइव महा उत्सव" के सम्बन्ध मे पूछताछ</a><br/> <br/> <a rel="nofollow noopener" href="http://www.openbooksonline.com/forum/categories/5170231:Category:5828/listForCategory" target="_blank">"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" के पिछ्ले अंकों को पढ़ने हेतु यहाँ क्लिक करें</a><br/> <br/> मंच संचालक</p>
<p style="text-align: center;">ई. गणेश जी बाग़ी <br/> (संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक)<br/> ओपन बुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम परिवार</p> "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-107 (विषय: इंसानियत)tag:openbooks.ning.com,2024-02-25:5170231:Topic:11167352024-02-25T12:32:30.231Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">आदरणीय साथियो,<br></br></font></p>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">सादर नमन।</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">.</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-107</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का…</font></div>
<p><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">आदरणीय साथियो,<br/></font></p>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">सादर नमन।</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-107</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का विषय <strong>'इंसानियत<span>'</span>,</strong> तो आइए इस विषय के किसी भी पहलू को कलमबंद करके एक </font>प्रभावोत्पादक लघुकथा रचकर इस गोष्ठी को सफल बनाएँ। </div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">. </font></div>
<div><strong><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओ</font>बीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-<font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">107</font></strong></div>
<div><strong>विषय:<span> </span><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">'इंसानियत<span>'</span></font> </strong></div>
<div><strong>अवधि : 28-02-2024 से 29-02-2024</strong><strong> </strong></div>
<div><strong>.</strong></div>
<div><b>अति आवश्यक सूचना:-</b></div>
<div>1. सदस्यगण आयोजन अवधि के दौरान अपनी केवल एक लघुकथा पोस्ट कर सकते हैं।</div>
<div>2. रचनाकारों से निवेदन है कि अपनी रचना/ टिप्पणियाँ केवल देवनागरी फॉण्ट में टाइप कर, लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड/नॉन इटेलिक टेक्स्ट में ही पोस्ट करें।</div>
<div>3. टिप्पणियाँ केवल "रनिंग टेक्स्ट" में ही लिखें, 10-15 शब्द की टिप्पणी को 3-4 पंक्तियों में विभक्त न करें। ऐसा करने से आयोजन के पन्नों की संख्या अनावश्यक रूप में बढ़ जाती है तथा "पेज जम्पिंग" की समस्या आ जाती है। </div>
<div>4. एक-दो शब्द की चलताऊ टिप्पणी देने से गुरेज़ करें। ऐसी हल्की टिप्पणी मंच और रचनाकार का अपमान मानी जाती है।आयोजनों के वातावरण को टिप्पणियों के माध्यम से समरस बनाये रखना उचित है, किन्तु बातचीत में असंयमित तथ्य न आ पाए इसके प्रति टिप्पणीकारों से सकारात्मकता तथा संवेदनशीलता अपेक्षित है। देखा गया कि कई साथी अपनी रचना पोस्ट करने के बाद गायब हो जाते हैं, या केवल अपनी रचना के आस पास ही मंडराते रहते हैंI कुछेक साथी दूसरों की रचना पर टिप्पणी करना तो दूर वे अपनी रचना पर आई टिप्पणियों तक की पावती देने तक से गुरेज़ करते हैंI ऐसा रवैया कतई ठीक नहींI यह रचनाकार के साथ-साथ टिप्पणीकर्ता का भी अपमान हैI</div>
<div>5. नियमों के विरुद्ध, विषय से भटकी हुई तथा अस्तरीय प्रस्तुति तथा गलत थ्रेड में पोस्ट हुई रचना/टिप्पणी को बिना कोई कारण बताये हटाया जा सकता है। यह अधिकार प्रबंधन-समिति के सदस्यों के पास सुरक्षित रहेगा, जिस पर कोई बहस नहीं की जाएगी.<br/><div>6. रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका, अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल/स्माइली आदि लिखने/लगाने की आवश्यकता नहीं है।</div>
<div>7. प्रविष्टि के अंत में मंच के नियमानुसार <strong>"मौलिक व अप्रकाशित"</strong> अवश्य लिखें।</div>
<div>8. आयोजन से दौरान रचना में संशोधन हेतु कोई अनुरोध स्वीकार्य न होगा। रचनाओं का संकलन आने के बाद ही संशोधन हेतु अनुरोध करें। </div>
</div>
<div>. </div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">यदि आप किसी कारणवश अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सकें है तो <a href="http://www.openbooksonline.com/" rel="noopener" target="_blank">www.openbooksonline.com</a> पर जाकर प्रथम बार <a href="http://www.openbooksonline.com/main/authorization/signUp?" rel="noopener" target="_blank">sign up</a> कर लें.</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div><a href="http://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:637805" rel="noopener" target="_blank">लघुकथा के नियम, शिल्प एवं संरचना सम्बन्धी जानकारी हेतु यहाँ क्लिक करें</a></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div>मंच संचालक</div>
<div>योगराज प्रभाकर</div>
<div>(प्रधान संपादक)</div> "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164tag:openbooks.ning.com,2024-02-14:5170231:Topic:11164392024-02-14T18:10:58.198Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p>परम आत्मीय स्वजन,</p>
<p>ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 164 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा जनाब सीमाब अकबरआबादी साहिब की ग़ज़ल से लिया गया है |</p>
<p>'दो आरज़ू में कट गए दो इन्तिज़ार में'</p>
<p>मफ़ऊल फ़ाइलात मुफ़ाईल फ़ाइलुन<br></br> 221 2121 1221 212</p>
<p>मुज़ारे मुसम्मन अख़रब मक़्फ़ूफ़ महज़ूफ़</p>
<p>रदीफ़ --में</p>
<p>क़ाफ़िया:-(आर की तुक) बे-क़रार, सोगवार,दाग़दार, बहार, यार आदि ।</p>
<p>मुशायरे की अवधि केवल दो दिन होगी । मुशायरे की शुरुआत दिनांक 23 फरवरी दिन शुक्रवार को हो जाएगी और दिनांक…</p>
<p>परम आत्मीय स्वजन,</p>
<p>ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 164 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा जनाब सीमाब अकबरआबादी साहिब की ग़ज़ल से लिया गया है |</p>
<p>'दो आरज़ू में कट गए दो इन्तिज़ार में'</p>
<p>मफ़ऊल फ़ाइलात मुफ़ाईल फ़ाइलुन<br/> 221 2121 1221 212</p>
<p>मुज़ारे मुसम्मन अख़रब मक़्फ़ूफ़ महज़ूफ़</p>
<p>रदीफ़ --में</p>
<p>क़ाफ़िया:-(आर की तुक) बे-क़रार, सोगवार,दाग़दार, बहार, यार आदि ।</p>
<p>मुशायरे की अवधि केवल दो दिन होगी । मुशायरे की शुरुआत दिनांक 23 फरवरी दिन शुक्रवार को हो जाएगी और दिनांक 24 फरवरी दिन शनिवार समाप्त होते ही मुशायरे का समापन कर दिया जायेगा.</p>
<p>नियम एवं शर्तें:-</p>
<p>"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" में प्रति सदस्य अधिकतम एक ग़ज़ल ही प्रस्तुत की जा सकेगी |</p>
<p>एक ग़ज़ल में कम से कम 5 और ज्यादा से ज्यादा 11 अशआर ही होने चाहिए |</p>
<p>तरही मिसरा मतले को छोड़कर पूरी ग़ज़ल में कहीं न कहीं अवश्य इस्तेमाल करें | बिना तरही मिसरे वाली ग़ज़ल को स्थान नहीं दिया जायेगा |</p>
<p>शायरों से निवेदन है कि अपनी ग़ज़ल अच्छी तरह से देवनागरी के फ़ण्ट में टाइप कर लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड टेक्स्ट में ही पोस्ट करें | इमेज या ग़ज़ल का स्कैन रूप स्वीकार्य नहीं है |</p>
<p>ग़ज़ल पोस्ट करते समय कोई भूमिका न लिखें, सीधे ग़ज़ल पोस्ट करें, अंत में अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल आदि भी न लगाएं | ग़ज़ल के अंत में मंच के नियमानुसार केवल "मौलिक व अप्रकाशित" लिखें |</p>
<p>वे साथी जो ग़ज़ल विधा के जानकार नहीं, अपनी रचना वरिष्ठ साथी की इस्लाह लेकर ही प्रस्तुत करें</p>
<p>नियम विरूद्ध, अस्तरीय ग़ज़लें और बेबहर मिसरों वाले शेर बिना किसी सूचना से हटाये जा सकते हैं जिस पर कोई आपत्ति स्वीकार्य नहीं होगी |</p>
<p>ग़ज़ल केवल स्वयं के प्रोफाइल से ही पोस्ट करें, किसी सदस्य की ग़ज़ल किसी अन्य सदस्य द्वारा पोस्ट नहीं की जाएगी ।</p>
<p></p>
<p>विशेष अनुरोध:-</p>
<p></p>
<p>सदस्यों से विशेष अनुरोध है कि ग़ज़लों में बार बार संशोधन की गुजारिश न करें | ग़ज़ल को पोस्ट करते समय अच्छी तरह से पढ़कर टंकण की त्रुटियां अवश्य दूर कर लें | मुशायरे के दौरान होने वाली चर्चा में आये सुझावों को एक जगह नोट करते रहें और संकलन आ जाने पर किसी भी समय संशोधन का अनुरोध प्रस्तुत करें | </p>
<p></p>
<p>मुशायरे के सम्बन्ध मे किसी तरह की जानकारी हेतु नीचे दिये लिंक पर पूछताछ की जा सकती है....</p>
<p></p>
<p>"OBO लाइव तरही मुशायरे" के सम्बन्ध मे पूछताछ</p>
<p>फिलहाल Reply Box बंद रहेगा जो 23 फरवरी दिन शुक्रवार लगते ही खोल दिया जायेगा, यदि आप अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सके है तो <a href="http://www.openbooksonline.com/">www.openbooksonline.com</a>पर जाकर प्रथम बार sign upकर लें.</p>
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<p></p>
<p>मंच संचालक</p>
<p>जनाब समर कबीर </p>
<p>(वरिष्ठ सदस्य)</p>
<p>ओपन बुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम</p> "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-160tag:openbooks.ning.com,2024-02-06:5170231:Topic:11163172024-02-06T18:22:00.409Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p>आदरणीय साहित्य प्रेमियो,<br></br> <br></br> जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर नव-हस्ताक्षरों, के लिए अपनी कलम की धार को और भी तीक्ष्ण करने का अवसर प्रदान करता है. इसी क्रम में प्रस्तुत है :<br></br> <br></br> <strong>"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-160</strong><br></br> <br></br> <strong>विषय : "मिलन और बिरह"</strong><br></br> <br></br> <b>आयोजन अवधि- 10 फरवरी 2024, दिन शनिवार से 11 फरवरी 2024, दिन रविवार </b>की समाप्ति तक अर्थात कुल दो दिन.<br></br> <br></br> <strong>ध्यान रहे :</strong> बात बेशक…</p>
<p>आदरणीय साहित्य प्रेमियो,<br/> <br/> जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर नव-हस्ताक्षरों, के लिए अपनी कलम की धार को और भी तीक्ष्ण करने का अवसर प्रदान करता है. इसी क्रम में प्रस्तुत है :<br/> <br/> <strong>"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-160</strong><br/> <br/> <strong>विषय : "मिलन और बिरह"</strong><br/> <br/> <b>आयोजन अवधि- 10 फरवरी 2024, दिन शनिवार से 11 फरवरी 2024, दिन रविवार </b>की समाप्ति तक अर्थात कुल दो दिन.<br/> <br/> <strong>ध्यान रहे :</strong> बात बेशक छोटी हो लेकिन 'घाव करे गंभीर’ करने वाली हो तो पद्य- समारोह का आनन्द बहुगुणा हो जाए. आयोजन के लिए दिये विषय को केन्द्रित करते हुए आप सभी अपनी मौलिक एवं अप्रकाशित रचना पद्य-साहित्य की किसी भी विधा में स्वयं द्वारा लाइव पोस्ट कर सकते हैं. साथ ही अन्य साथियों की रचना पर लाइव टिप्पणी भी कर सकते हैं.<br/> <br/> <strong>उदाहरण स्वरुप पद्य-साहित्य की कुछ विधाओं का नाम सूचीबद्ध किये जा रहे हैं --</strong><br/> <br/> तुकांत कविता, अतुकांत आधुनिक कविता, हास्य कविता, गीत-नवगीत, ग़ज़ल, नज़्म, हाइकू, सॉनेट, व्यंग्य काव्य, मुक्तक, शास्त्रीय-छंद जैसे दोहा, चौपाई, कुंडलिया, कवित्त, सवैया, हरिगीतिका आदि.<br/> <br/> <strong>अति आवश्यक सूचना :-</strong><br/> <br/> रचनाओं की संख्या पर कोई बन्धन नहीं है. किन्तु, एक से अधिक रचनाएँ प्रस्तुत करनी हों तो पद्य-साहित्य की अलग अलग विधाओं अथवा अलग अलग छंदों में रचनाएँ प्रस्तुत हों.<br/> रचना केवल स्वयं के प्रोफाइल से ही पोस्ट करें, अन्य सदस्य की रचना किसी और सदस्य द्वारा पोस्ट नहीं की जाएगी.<br/> रचनाकारों से निवेदन है कि अपनी रचना अच्छी तरह से देवनागरी के फॉण्ट में टाइप कर लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड टेक्स्ट में ही पोस्ट करें.<br/> रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका न लिखें, सीधे अपनी रचना पोस्ट करें, अंत में अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल आदि भी न लगाएं.<br/> प्रविष्टि के अंत में मंच के नियमानुसार केवल <strong>"मौलिक व अप्रकाशित"</strong> लिखें.<br/> नियमों के विरुद्ध, विषय से भटकी हुई तथा अस्तरीय प्रस्तुति को बिना कोई कारण बताये तथा बिना कोई पूर्व सूचना दिए हटाया जा सकता है. यह अधिकार प्रबंधन-समिति के सदस्यों के पास सुरक्षित रहेगा, जिस पर कोई बहस नहीं की जाएगी.<br/> सदस्यगण बार-बार संशोधन हेतु अनुरोध न करें, बल्कि उनकी रचनाओं पर प्राप्त सुझावों को भली-भाँति अध्ययन कर संकलन आने के बाद संशोधन हेतु अनुरोध करें. सदस्यगण ध्यान रखें कि रचनाओं में किन्हीं दोषों या गलतियों पर सुझावों के अनुसार संशोधन कराने को किसी सुविधा की तरह लें, न कि किसी अधिकार की तरह.<br/> <br/> आयोजनों के वातावरण को टिप्पणियों के माध्यम से समरस बनाये रखना उचित है. लेकिन बातचीत में असंयमित तथ्य न आ पायें इसके प्रति टिप्पणीकारों से सकारात्मकता तथा संवेदनशीलता अपेक्षित है.<br/> <br/> इस तथ्य पर ध्यान रहे कि स्माइली आदि का असंयमित अथवा अव्यावहारिक प्रयोग तथा बिना अर्थ के पोस्ट आयोजन के स्तर को हल्का करते हैं.</p>
<p></p>
<p>रचनाओं पर टिप्पणियाँ यथासंभव देवनागरी फाण्ट में ही करें. अनावश्यक रूप से स्माइली अथवा रोमन फाण्ट का उपयोग न करें. रोमन फाण्ट में टिप्पणियाँ करना, एक ऐसा रास्ता है जो अन्य कोई उपाय न रहने पर ही अपनाया जाय.<br/> <br/> <strong>फिलहाल Reply Box बंद रहेगा जो - 10 फरवरी </strong><strong>2024, दिन शनिवार लगते ही खोल दिया जायेगा।</strong><br/> <br/> यदि आप किसी कारणवश अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सके है तो <a rel="nofollow" href="http://www.openbooksonline.com/">www.openbooksonline.com</a> पर जाकर प्रथम बार sign up कर लें.</p>
<p>महा-उत्सव के सम्बन्ध मे किसी तरह की जानकारी हेतु नीचे दिये लिंक पर पूछताछ की जा सकती है ...<br/> <a rel="nofollow noopener" href="http://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:58395" target="_blank">"OBO लाइव महा उत्सव" के सम्बन्ध मे पूछताछ</a><br/> <br/> <a rel="nofollow noopener" href="http://www.openbooksonline.com/forum/categories/5170231:Category:5828/listForCategory" target="_blank">"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" के पिछ्ले अंकों को पढ़ने हेतु यहाँ क्लिक करें</a><br/> <br/> मंच संचालक</p>
<p>ई. गणेश जी बाग़ी <br/> (संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक)<br/> ओपन बुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम परिवार</p> "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-106 (विषय: प्रतीक्षा)tag:openbooks.ning.com,2024-01-18:5170231:Topic:11150372024-01-18T17:30:51.101Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">आदरणीय साथियो,<br></br></font></p>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">सादर नमन।</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">.</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-106</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का…</font></div>
<p><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">आदरणीय साथियो,<br/></font></p>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">सादर नमन।</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-106</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का विषय <strong>'प्रतीक्षा<span>'</span>,</strong> तो आइए इस विषय के किसी भी पहलू को कलमबंद करके एक </font>प्रभावोत्पादक लघुकथा रचकर इस गोष्ठी को सफल बनाएँ। </div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">. </font></div>
<div><strong><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओ</font>बीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-<font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">106</font></strong></div>
<div><strong>विषय:<span> </span><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">'प्रतीक्षा<span>'</span></font> </strong></div>
<div><strong>अवधि : 30-01-2024 से 31-01-2024</strong><strong> </strong></div>
<div><strong>.</strong></div>
<div><b>अति आवश्यक सूचना:-</b></div>
<div>1. सदस्यगण आयोजन अवधि के दौरान अपनी केवल एक लघुकथा पोस्ट कर सकते हैं।</div>
<div>2. रचनाकारों से निवेदन है कि अपनी रचना/ टिप्पणियाँ केवल देवनागरी फॉण्ट में टाइप कर, लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड/नॉन इटेलिक टेक्स्ट में ही पोस्ट करें।</div>
<div>3. टिप्पणियाँ केवल "रनिंग टेक्स्ट" में ही लिखें, 10-15 शब्द की टिप्पणी को 3-4 पंक्तियों में विभक्त न करें। ऐसा करने से आयोजन के पन्नों की संख्या अनावश्यक रूप में बढ़ जाती है तथा "पेज जम्पिंग" की समस्या आ जाती है। </div>
<div>4. एक-दो शब्द की चलताऊ टिप्पणी देने से गुरेज़ करें। ऐसी हल्की टिप्पणी मंच और रचनाकार का अपमान मानी जाती है।आयोजनों के वातावरण को टिप्पणियों के माध्यम से समरस बनाये रखना उचित है, किन्तु बातचीत में असंयमित तथ्य न आ पाए इसके प्रति टिप्पणीकारों से सकारात्मकता तथा संवेदनशीलता अपेक्षित है। देखा गया कि कई साथी अपनी रचना पोस्ट करने के बाद गायब हो जाते हैं, या केवल अपनी रचना के आस पास ही मंडराते रहते हैंI कुछेक साथी दूसरों की रचना पर टिप्पणी करना तो दूर वे अपनी रचना पर आई टिप्पणियों तक की पावती देने तक से गुरेज़ करते हैंI ऐसा रवैया कतई ठीक नहींI यह रचनाकार के साथ-साथ टिप्पणीकर्ता का भी अपमान हैI</div>
<div>5. नियमों के विरुद्ध, विषय से भटकी हुई तथा अस्तरीय प्रस्तुति तथा गलत थ्रेड में पोस्ट हुई रचना/टिप्पणी को बिना कोई कारण बताये हटाया जा सकता है। यह अधिकार प्रबंधन-समिति के सदस्यों के पास सुरक्षित रहेगा, जिस पर कोई बहस नहीं की जाएगी.<br/><div>6. रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका, अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल/स्माइली आदि लिखने/लगाने की आवश्यकता नहीं है।</div>
<div>7. प्रविष्टि के अंत में मंच के नियमानुसार <strong>"मौलिक व अप्रकाशित"</strong> अवश्य लिखें।</div>
<div>8. आयोजन से दौरान रचना में संशोधन हेतु कोई अनुरोध स्वीकार्य न होगा। रचनाओं का संकलन आने के बाद ही संशोधन हेतु अनुरोध करें। </div>
</div>
<div>. </div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">यदि आप किसी कारणवश अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सकें है तो <a href="http://www.openbooksonline.com/" rel="noopener" target="_blank">www.openbooksonline.com</a> पर जाकर प्रथम बार <a href="http://www.openbooksonline.com/main/authorization/signUp?" rel="noopener" target="_blank">sign up</a> कर लें.</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div><a href="http://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:637805" rel="noopener" target="_blank">लघुकथा के नियम, शिल्प एवं संरचना सम्बन्धी जानकारी हेतु यहाँ क्लिक करें</a></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div>मंच संचालक</div>
<div>योगराज प्रभाकर</div>
<div>(प्रधान संपादक)</div> "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-163tag:openbooks.ning.com,2024-01-08:5170231:Topic:11145602024-01-08T18:30:15.542Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p>परम आत्मीय स्वजन,</p>
<p>ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 163 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है |</p>
<p>इस बार का मिसरा 'जान एलिया' साहिब की ग़ज़ल से लिया गया है |</p>
<p><strong>"मैंने भी एक शख़्स का क़र्ज़ अदा नहीं किया"</strong><br></br>मुफ़तइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़तइलुन मुफ़ाइलुन<br></br>2112 1212 2112 1212</p>
<p>बह्र-ए-रजज़ मुसम्मन मतव्वी मख़्बून<br></br>नोट:-इस बह्र के दूसरे और चौथे रुक्न में एक साकिन(यानी अतिरिक्त लघु) लेने की इजाज़त है ।</p>
<p>रदीफ़ --नहीं किया</p>
<p>काफिया :-अलिफ़ का (आ स्वर)…</p>
<p>परम आत्मीय स्वजन,</p>
<p>ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 163 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है |</p>
<p>इस बार का मिसरा 'जान एलिया' साहिब की ग़ज़ल से लिया गया है |</p>
<p><strong>"मैंने भी एक शख़्स का क़र्ज़ अदा नहीं किया"</strong><br/>मुफ़तइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़तइलुन मुफ़ाइलुन<br/>2112 1212 2112 1212</p>
<p>बह्र-ए-रजज़ मुसम्मन मतव्वी मख़्बून<br/>नोट:-इस बह्र के दूसरे और चौथे रुक्न में एक साकिन(यानी अतिरिक्त लघु) लेने की इजाज़त है ।</p>
<p>रदीफ़ --नहीं किया</p>
<p>काफिया :-अलिफ़ का (आ स्वर) वफ़ा,गिला,क्या,कहा,जुदा आदि</p>
<p></p>
<p>मुशायरे की अवधि केवल दो दिन होगी । मुशायरे की शुरुआत दिनांक 26 जनवरी दिन शुक्रवार को हो जाएगी और दिनांक 27 जनवरी दिन शनिवार समाप्त होते ही मुशायरे का समापन कर दिया जायेगा.</p>
<p>नियम एवं शर्तें:-</p>
<p>"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" में प्रति सदस्य अधिकतम एक ग़ज़ल ही प्रस्तुत की जा सकेगी |</p>
<p>एक ग़ज़ल में कम से कम 5 और ज्यादा से ज्यादा 11 अशआर ही होने चाहिए |</p>
<p>तरही मिसरा मतले को छोड़कर पूरी ग़ज़ल में कहीं न कहीं अवश्य इस्तेमाल करें | बिना तरही मिसरे वाली ग़ज़ल को स्थान नहीं दिया जायेगा |</p>
<p>शायरों से निवेदन है कि अपनी ग़ज़ल अच्छी तरह से देवनागरी के फ़ण्ट में टाइप कर लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड टेक्स्ट में ही पोस्ट करें | इमेज या ग़ज़ल का स्कैन रूप स्वीकार्य नहीं है |</p>
<p>ग़ज़ल पोस्ट करते समय कोई भूमिका न लिखें, सीधे ग़ज़ल पोस्ट करें, अंत में अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल आदि भी न लगाएं | ग़ज़ल के अंत में मंच के नियमानुसार केवल "मौलिक व अप्रकाशित" लिखें |</p>
<p>वे साथी जो ग़ज़ल विधा के जानकार नहीं, अपनी रचना वरिष्ठ साथी की इस्लाह लेकर ही प्रस्तुत करें</p>
<p>नियम विरूद्ध, अस्तरीय ग़ज़लें और बेबहर मिसरों वाले शेर बिना किसी सूचना से हटाये जा सकते हैं जिस पर कोई आपत्ति स्वीकार्य नहीं होगी |</p>
<p>ग़ज़ल केवल स्वयं के प्रोफाइल से ही पोस्ट करें, किसी सदस्य की ग़ज़ल किसी अन्य सदस्य द्वारा पोस्ट नहीं की जाएगी ।</p>
<p></p>
<p>विशेष अनुरोध:-</p>
<p></p>
<p>सदस्यों से विशेष अनुरोध है कि ग़ज़लों में बार बार संशोधन की गुजारिश न करें | ग़ज़ल को पोस्ट करते समय अच्छी तरह से पढ़कर टंकण की त्रुटियां अवश्य दूर कर लें | मुशायरे के दौरान होने वाली चर्चा में आये सुझावों को एक जगह नोट करते रहें और संकलन आ जाने पर किसी भी समय संशोधन का अनुरोध प्रस्तुत करें | </p>
<p></p>
<p>मुशायरे के सम्बन्ध मे किसी तरह की जानकारी हेतु नीचे दिये लिंक पर पूछताछ की जा सकती है....</p>
<p></p>
<p>"OBO लाइव तरही मुशायरे" के सम्बन्ध मे पूछताछ</p>
<p>फिलहाल Reply Box बंद रहेगा जो 26 जनवरी दिन शुक्रवार लगते ही खोल दिया जायेगा, यदि आप अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सके है तो <a href="http://www.openbooksonline.com/">www.openbooksonline.com</a>पर जाकर प्रथम बार sign upकर लें.</p>
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/forum/categories/5170231:Category:5827/listForCategory" target="_blank" rel="noopener">"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" के पिछ्ले अंकों को पढ़ने हेतु यहाँ क्लिक करें...</a></p>
<p></p>
<p>मंच संचालक</p>
<p>जनाब समर कबीर </p>
<p>(वरिष्ठ सदस्य)</p>
<p>ओपन बुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम</p> "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-159tag:openbooks.ning.com,2024-01-08:5170231:Topic:11145582024-01-08T18:19:35.326Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p>आदरणीय साहित्य प्रेमियो,<br></br> <br></br> जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर नव-हस्ताक्षरों, के लिए अपनी कलम की धार को और भी तीक्ष्ण करने का अवसर प्रदान करता है. इसी क्रम में प्रस्तुत है :<br></br> <br></br> <strong>"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-159</strong><br></br> <br></br> <strong>विषय : "प्रतिशोध"</strong><br></br> <br></br> <b>आयोजन अवधि- 13 जनवरी 2024, दिन शनिवार से 14 जनवरी 2024, दिन रविवार </b>की समाप्ति तक अर्थात कुल दो दिन.<br></br> <br></br> <strong>ध्यान रहे :</strong> बात बेशक छोटी…</p>
<p>आदरणीय साहित्य प्रेमियो,<br/> <br/> जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर नव-हस्ताक्षरों, के लिए अपनी कलम की धार को और भी तीक्ष्ण करने का अवसर प्रदान करता है. इसी क्रम में प्रस्तुत है :<br/> <br/> <strong>"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-159</strong><br/> <br/> <strong>विषय : "प्रतिशोध"</strong><br/> <br/> <b>आयोजन अवधि- 13 जनवरी 2024, दिन शनिवार से 14 जनवरी 2024, दिन रविवार </b>की समाप्ति तक अर्थात कुल दो दिन.<br/> <br/> <strong>ध्यान रहे :</strong> बात बेशक छोटी हो लेकिन 'घाव करे गंभीर’ करने वाली हो तो पद्य- समारोह का आनन्द बहुगुणा हो जाए. आयोजन के लिए दिये विषय को केन्द्रित करते हुए आप सभी अपनी मौलिक एवं अप्रकाशित रचना पद्य-साहित्य की किसी भी विधा में स्वयं द्वारा लाइव पोस्ट कर सकते हैं. साथ ही अन्य साथियों की रचना पर लाइव टिप्पणी भी कर सकते हैं.<br/> <br/> <strong>उदाहरण स्वरुप पद्य-साहित्य की कुछ विधाओं का नाम सूचीबद्ध किये जा रहे हैं --</strong><br/> <br/> तुकांत कविता, अतुकांत आधुनिक कविता, हास्य कविता, गीत-नवगीत, ग़ज़ल, नज़्म, हाइकू, सॉनेट, व्यंग्य काव्य, मुक्तक, शास्त्रीय-छंद जैसे दोहा, चौपाई, कुंडलिया, कवित्त, सवैया, हरिगीतिका आदि.<br/> <br/> <strong>अति आवश्यक सूचना :-</strong><br/> <br/> रचनाओं की संख्या पर कोई बन्धन नहीं है. किन्तु, एक से अधिक रचनाएँ प्रस्तुत करनी हों तो पद्य-साहित्य की अलग अलग विधाओं अथवा अलग अलग छंदों में रचनाएँ प्रस्तुत हों.<br/> रचना केवल स्वयं के प्रोफाइल से ही पोस्ट करें, अन्य सदस्य की रचना किसी और सदस्य द्वारा पोस्ट नहीं की जाएगी.<br/> रचनाकारों से निवेदन है कि अपनी रचना अच्छी तरह से देवनागरी के फॉण्ट में टाइप कर लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड टेक्स्ट में ही पोस्ट करें.<br/> रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका न लिखें, सीधे अपनी रचना पोस्ट करें, अंत में अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल आदि भी न लगाएं.<br/> प्रविष्टि के अंत में मंच के नियमानुसार केवल <strong>"मौलिक व अप्रकाशित"</strong> लिखें.<br/> नियमों के विरुद्ध, विषय से भटकी हुई तथा अस्तरीय प्रस्तुति को बिना कोई कारण बताये तथा बिना कोई पूर्व सूचना दिए हटाया जा सकता है. यह अधिकार प्रबंधन-समिति के सदस्यों के पास सुरक्षित रहेगा, जिस पर कोई बहस नहीं की जाएगी.<br/> सदस्यगण बार-बार संशोधन हेतु अनुरोध न करें, बल्कि उनकी रचनाओं पर प्राप्त सुझावों को भली-भाँति अध्ययन कर संकलन आने के बाद संशोधन हेतु अनुरोध करें. सदस्यगण ध्यान रखें कि रचनाओं में किन्हीं दोषों या गलतियों पर सुझावों के अनुसार संशोधन कराने को किसी सुविधा की तरह लें, न कि किसी अधिकार की तरह.<br/> <br/> आयोजनों के वातावरण को टिप्पणियों के माध्यम से समरस बनाये रखना उचित है. लेकिन बातचीत में असंयमित तथ्य न आ पायें इसके प्रति टिप्पणीकारों से सकारात्मकता तथा संवेदनशीलता अपेक्षित है.<br/> <br/> इस तथ्य पर ध्यान रहे कि स्माइली आदि का असंयमित अथवा अव्यावहारिक प्रयोग तथा बिना अर्थ के पोस्ट आयोजन के स्तर को हल्का करते हैं.</p>
<p></p>
<p>रचनाओं पर टिप्पणियाँ यथासंभव देवनागरी फाण्ट में ही करें. अनावश्यक रूप से स्माइली अथवा रोमन फाण्ट का उपयोग न करें. रोमन फाण्ट में टिप्पणियाँ करना, एक ऐसा रास्ता है जो अन्य कोई उपाय न रहने पर ही अपनाया जाय.<br/> <br/> <strong>फिलहाल Reply Box बंद रहेगा जो - 13 जनवरी </strong><strong>2024, दिन शनिवार लगते ही खोल दिया जायेगा।</strong><br/> <br/> यदि आप किसी कारणवश अभी तक ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार से नहीं जुड़ सके है तो <a rel="nofollow" href="http://www.openbooksonline.com/">www.openbooksonline.com</a> पर जाकर प्रथम बार sign up कर लें.</p>
<p>महा-उत्सव के सम्बन्ध मे किसी तरह की जानकारी हेतु नीचे दिये लिंक पर पूछताछ की जा सकती है ...<br/> <a rel="nofollow noopener" href="http://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:58395" target="_blank">"OBO लाइव महा उत्सव" के सम्बन्ध मे पूछताछ</a><br/> <br/> <a rel="nofollow noopener" href="http://www.openbooksonline.com/forum/categories/5170231:Category:5828/listForCategory" target="_blank">"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" के पिछ्ले अंकों को पढ़ने हेतु यहाँ क्लिक करें</a><br/> <br/> मंच संचालक</p>
<p>ई. गणेश जी बाग़ी <br/> (संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक)<br/> ओपन बुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम परिवार</p> "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-105 (विषय: शुभचिंतक)tag:openbooks.ning.com,2023-12-17:5170231:Topic:11138652023-12-17T18:14:29.521Zrashmi tarikahttps://openbooks.ning.com/profile/rashmitarika458
<p><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">आदरणीय साथियो,<br></br></font></p>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">सादर नमन।</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">.</font></div>
<div><font color="#000000" face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-105</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का…</font></div>
<p><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">आदरणीय साथियो,<br/></font></p>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">सादर नमन।</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">.</font></div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" <strong>अंक-105</strong> में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। इस बार का विषय <strong>'शुभचिंतक<span>'</span>,</strong> तो आइए इस विषय के किसी भी पहलू को कलमबंद करके एक </font>प्रभावोत्पादक लघुकथा रचकर इस गोष्ठी को सफल बनाएँ। </div>
<div><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">. </font></div>
<div><strong><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">"ओ</font>बीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-<font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">105</font></strong></div>
<div><strong>विषय:<span> </span><font face="Arial, Helvetica Neue, Helvetica, sans-serif" color="#000000">'शुभचिंतक<span>'</span></font> </strong></div>
<div><strong>अवधि : 30-12-2023 से 31-12-2023</strong><strong> </strong></div>
<div><strong>.</strong></div>
<div><b>अति आवश्यक सूचना:-</b></div>
<div>1. सदस्यगण आयोजन अवधि के दौरान अपनी केवल एक लघुकथा पोस्ट कर सकते हैं।</div>
<div>2. रचनाकारों से निवेदन है कि अपनी रचना/ टिप्पणियाँ केवल देवनागरी फॉण्ट में टाइप कर, लेफ्ट एलाइन, काले रंग एवं नॉन बोल्ड/नॉन इटेलिक टेक्स्ट में ही पोस्ट करें।</div>
<div>3. टिप्पणियाँ केवल "रनिंग टेक्स्ट" में ही लिखें, १०-१५ शब्द की टिप्पणी को ३-४ पंक्तियों में विभक्त न करें। ऐसा करने से आयोजन के पन्नों की संख्या अनावश्यक रूप में बढ़ जाती है तथा "पेज जम्पिंग" की समस्या आ जाती है। </div>
<div>4. एक-दो शब्द की चलताऊ टिप्पणी देने से गुरेज़ करें। ऐसी हल्की टिप्पणी मंच और रचनाकार का अपमान मानी जाती है।आयोजनों के वातावरण को टिप्पणियों के माध्यम से समरस बनाये रखना उचित है, किन्तु बातचीत में असंयमित तथ्य न आ पाए इसके प्रति टिप्पणीकारों से सकारात्मकता तथा संवेदनशीलता अपेक्षित है। देखा गया कि कई साथी अपनी रचना पोस्ट करने के बाद गायब हो जाते हैं, या केवल अपनी रचना के आस पास ही मंडराते रहते हैंI कुछेक साथी दूसरों की रचना पर टिप्पणी करना तो दूर वे अपनी रचना पर आई टिप्पणियों तक की पावती देने तक से गुरेज़ करते हैंI ऐसा रवैया कतई ठीक नहींI यह रचनाकार के साथ-साथ टिप्पणीकर्ता का भी अपमान हैI</div>
<div>5. नियमों के विरुद्ध, विषय से भटकी हुई तथा अस्तरीय प्रस्तुति तथा गलत थ्रेड में पोस्ट हुई रचना/टिप्पणी को बिना कोई कारण बताये हटाया जा सकता है। यह अधिकार प्रबंधन-समिति के सदस्यों के पास सुरक्षित रहेगा, जिस पर कोई बहस नहीं की जाएगी.<br/><div>6. रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका, अपना नाम, पता, फोन नंबर, दिनांक अथवा किसी भी प्रकार के सिम्बल/स्माइली आदि लिखने/लगाने की आवश्यकता नहीं है।</div>
<div>7. प्रविष्टि के अंत में मंच के नियमानुसार <strong>"मौलिक व अप्रकाशित"</strong> अवश्य लिखें।</div>
<div>8. आयोजन से दौरान रचना में संशोधन हेतु कोई अनुरोध स्वीकार्य न होगा। रचनाओं का संकलन आने के बाद ही संशोधन हेतु अनुरोध करें। </div>
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<div>मंच संचालक</div>
<div>योगराज प्रभाकर</div>
<div>(प्रधान संपादक)</div>