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sanjiv verma 'salil''s Discussions (1,064)

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"shukriya.. sd shukriya..."

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"तपन की अगन से अगन की तपन से।  दिल का हुआ दिल हाथों को मलते।।"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"गज़ल गा के संभला गज़ल गा के बिगडा   कहाँ आ गया दिल फिसलते फिसलते  * किसके फजल से, मिले…"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"अपनेपन से जो जिए, मिली उसी को वाह।  अय हय ही की गूँज ही, है आगे की राह।।"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"हा हा ही ही का चले, यूं ही जी भर दौर। सुन जल्दी ही आएंगे आमों के सर बौर।।"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

" सीमा हुई असीम तो, पाई जी भर दाद।  इसीलिए तो मुक्तिका हो पाई आबाद।।"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"सरेराह बहनों की लुटती है अस्मत .  कहाँ आ गया कारवाँ चलते  चलते .   जिन्हें सोचना चाह…"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"परिंदे हैं आज़ाद पर घोसलों में  सभी लौटते शाम के ढलते ढलते दिवाने जिगर को जलाते खुदी…"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"सुना जब हवाएं करेंगी बगावत रुके हम वहां से निकलते निकलते कहा गुल ने बुलबुल से पलकें…"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

"जो सोचें राजेश जी, रचे 'सलिल' हो धन्य. ताल-मेल का उदाहरण, इस सा कोई न अन्य..पंक्ति-प…"

sanjiv verma 'salil' replied Jan 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक ३१ (Now Closed)

561 Jan 29, 2013
Reply by वीनस केसरी

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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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23 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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23 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"शुक्रिया ज़ैफ़ जी, टिप्पणी में गिरह का शे'र भी डाल देंगे तो उम्मीद करता हूँ कि ग़ज़ल मान्य हो…"
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Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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23 hours ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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