आदरनीया आपकी पारखी नजर के हम मुरीद हो गए ,संस्कृत में किसी विद्वान ने ठीक कहा है "अयोग्या पुरुषो नास्ति योजक तत्र दुर्लभ्:'' आपकी नेक सलाह पार जरूर अमल करूँगा ,सादर .......लोकेश सिंह
At 10:13am on September 21, 2012, लोकेश सिंह said…
आदरणीया राजेश जी सराहना के लिए ह्र्द्याभार ....लोकेश सिंह
माह की सक्रीय सदस्या के रूप में आपके चयन पर हार्दिक शुभकामनाएं !! आपकी सक्रियता ओ बी ओ की समृद्धि की परिचायक है आपकी सशक्त धारदार रचनाएँ यूं ही पढने को मिलती रहें !! बहुत बहुत बधाई !!
सादर अभिवादन, यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे | हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा | आपका गणेश जी "बागी"
आपकी रचना अनुमोदन हेतु प्राप्त है, किन्तु यह रचना पूर्व प्रकाशित होने के कारण अनुमोदित नहीं किया जा सकता, ओपन बुक्स ऑनलाइन के नियमानुसार केवल अप्रकाशित रचनाओं का ही अनुमोदन किया जाता है, अधिक जानकारी हेतु नीचे दिए गए लिंक पर ओ बी ओ नियम देखे |
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
Rajesh kumari's Comments
Comment Wall (38 comments)
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कुदरत का अनमोल करिश्मा
बेटा हो या बेटी।
जानू एक समान सभी को
बेटा हो या बेटी।।
लाल बिहारी लालः सचिव लाल कला मंच,नई दिल्ली
मेरी रचना पढने के लिए धन्यवाद । आपकी टिप्पड़ी से मन में प्रसन्नता हुई
आपका स्वागत है आदरणीया राजेश कुमारी जी हार्दिक स्वागत है मेरी मित्र सूची में
सादर प्रणाम
बहुत बहुत शुक्रिया आपका सादर आभार aadarneeyaa rajesh kumaari ma'am स्नेह और आशीष यूँ ही सदैव बनाये रखिये
आदरनीया आपकी पारखी नजर के हम मुरीद हो गए ,संस्कृत में किसी विद्वान ने ठीक कहा है "अयोग्या पुरुषो नास्ति योजक तत्र दुर्लभ्:'' आपकी नेक सलाह पार जरूर अमल करूँगा ,सादर .......लोकेश सिंह
आदरणीया राजेश जी सराहना के लिए ह्र्द्याभार ....लोकेश सिंह
मेरे व्यंगचित्र आपको पसंद आ रहे हैं जो मेरे परिश्रम की सार्थकता का प्रमाण है. साधुवाद !
आपका हार्दिक धन्यवाद आदरणीय राजेश कुमारी जी
विनम्र आभार
आपका स्नेह,मान मिला उसका आभारी हूँ सादर प्रणाम
बहुत बहुत धन्यवाद् राजेश कुमारी जी
राजेश कुमारी जी सादर नमस्कार ! आपका आशीर्वाद और बधाई मिली उसके लिए बहुत -२ हार्दिक धन्यवाद..स्नेह बनाये रखे!
सादर नमस्कार ,
आपका बहुत -२ हार्दिक धन्यवाद..स्नेह बनाये रखे
आशा है आगे भी आपका आशीर्वाद और सराहना हमेशा मिलता रहेगी .
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
आदरणीया श्रीमती राजेश कुमारी जी
सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे |
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आपका
गणेश जी "बागी"
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन
धन्याबाद आपके द्वारा किया गया उत्साहवर्धन ही मुझे लिखने की प्रेरणा देता है.
प्रिय सदस्य / सदस्या
आपकी रचना अनुमोदन हेतु प्राप्त है, किन्तु यह रचना पूर्व प्रकाशित होने के कारण अनुमोदित नहीं किया जा सकता, ओपन बुक्स ऑनलाइन के नियमानुसार केवल अप्रकाशित रचनाओं का ही अनुमोदन किया जाता है, अधिक जानकारी हेतु नीचे दिए गए लिंक पर ओ बी ओ नियम देखे |
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आपका
एडमिन
ओपन बुक्स ऑनलाइन
जी, मुझे कोई आपत्ति नहीं है.
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