Comments - प्यार पर चंद क्षणिकाएँ : .......(. 500 वीं प्रस्तुति ) - Open Books Online2024-03-29T09:07:30Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A994809&xn_auth=noआदरणीया vijay nikoreजी , सृज…tag:openbooks.ning.com,2019-11-13:5170231:Comment:9960512019-11-13T14:11:26.092ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीया <span> </span><a href="http://openbooksonline.com/profile/vijaynikore" class="fn url">vijay nikore</a>जी , सृजन आपकी आत्मीय प्रशंसा का दिल से आभार।</p>
<p>आदरणीया <span> </span><a href="http://openbooksonline.com/profile/vijaynikore" class="fn url">vijay nikore</a>जी , सृजन आपकी आत्मीय प्रशंसा का दिल से आभार।</p> बहुत ही सुन्दर क्षणिकाएँ लिखी…tag:openbooks.ning.com,2019-11-05:5170231:Comment:9957472019-11-05T14:03:19.826Zvijay nikorehttp://openbooks.ning.com/profile/vijaynikore
<p>बहुत ही सुन्दर क्षणिकाएँ लिखीं। हार्दिक बधाई, मित्र सुशील जी।</p>
<p>बहुत ही सुन्दर क्षणिकाएँ लिखीं। हार्दिक बधाई, मित्र सुशील जी।</p> दरणीया शेख़ उस्मानी साहिब , आद…tag:openbooks.ning.com,2019-11-05:5170231:Comment:9958262019-11-05T11:12:18.299ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>दरणीया शेख़ उस्मानी साहिब , आदाब। . सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है ।</p>
<p>दरणीया शेख़ उस्मानी साहिब , आदाब। . सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है ।</p> आदरणीया सुरेन्द्र नाथ जी सृजन…tag:openbooks.ning.com,2019-11-05:5170231:Comment:9958252019-11-05T11:11:28.082ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीया सुरेन्द्र नाथ जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है ।</p>
<p>आदरणीया सुरेन्द्र नाथ जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है ।</p> आद0 सुशील सरना जी सादर अभिवाद…tag:openbooks.ning.com,2019-11-01:5170231:Comment:9953952019-11-01T07:50:26.875Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 सुशील सरना जी सादर अभिवादन। 500वी क्षणिकाएँ,, वाह वाह। इस कामयाबी पर आपको मुबारकबाद। यह क्षणिका भी बेहतरीन। </p>
<p>आद0 सुशील सरना जी सादर अभिवादन। 500वी क्षणिकाएँ,, वाह वाह। इस कामयाबी पर आपको मुबारकबाद। यह क्षणिका भी बेहतरीन। </p> अर्धसहस्त्रीय-रचना पोस्ट/भावप…tag:openbooks.ning.com,2019-10-31:5170231:Comment:9955482019-10-31T17:17:56.564ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>अर्धसहस्त्रीय-रचना पोस्ट/भावपूर्ण सटीक, सार्थक व सारगर्भित क्षणिकाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई आदरणीय सुशील सरना साहिब।</p>
<p>अर्धसहस्त्रीय-रचना पोस्ट/भावपूर्ण सटीक, सार्थक व सारगर्भित क्षणिकाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई आदरणीय सुशील सरना साहिब।</p> आदरणीय ऊषा जी सृजन के भावों क…tag:openbooks.ning.com,2019-10-29:5170231:Comment:9954132019-10-29T08:45:22.554ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय ऊषा जी सृजन के भावों को आत्मीय सम्मान से अलंकृत करने का तहे दिल से शुक्रिया।</p>
<p>आदरणीय ऊषा जी सृजन के भावों को आत्मीय सम्मान से अलंकृत करने का तहे दिल से शुक्रिया।</p> आदरणीय श्री सुशील सरना जी, अत…tag:openbooks.ning.com,2019-10-29:5170231:Comment:9954102019-10-29T07:12:13.805ZUshahttp://openbooks.ning.com/profile/Usha
<p>आदरणीय श्री सुशील सरना जी, अति सुन्दर । सरल, सौम्य व् हृदय के उस अहसास का सुन्दर चित्रण जो प्रत्येक व्यक्ति कुछ इसी प्रकार करता होगा किन्तु इतनी खूबसूरती से इन्हे प्रस्तुत करने के लिये बधाई स्वीकार करें सर। सादर।</p>
<p>आदरणीय श्री सुशील सरना जी, अति सुन्दर । सरल, सौम्य व् हृदय के उस अहसास का सुन्दर चित्रण जो प्रत्येक व्यक्ति कुछ इसी प्रकार करता होगा किन्तु इतनी खूबसूरती से इन्हे प्रस्तुत करने के लिये बधाई स्वीकार करें सर। सादर।</p> आदरणीय समर कबीर साहिब, आदाब .…tag:openbooks.ning.com,2019-10-28:5170231:Comment:9950062019-10-28T13:09:17.504ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब, आदाब ... सृजन पर आपकी आत्मीय प्रशंसा का तहे दिल से शुक्रिया। </p>
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<p>आदरणीय समर कबीर साहिब, आदाब ... सृजन पर आपकी आत्मीय प्रशंसा का तहे दिल से शुक्रिया। </p>
<p></p> जनाब सुशील सरना जी आदाब,पहले…tag:openbooks.ning.com,2019-10-28:5170231:Comment:9949982019-10-28T10:23:25.166ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,पहले तो 500 वीं प्रस्तुति के लिए बधाई ।</p>
<p>उम्द: क्षणिकाएँ लिखी हैं आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,पहले तो 500 वीं प्रस्तुति के लिए बधाई ।</p>
<p>उम्द: क्षणिकाएँ लिखी हैं आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>