Comments - विकासोन्मुखी (लघुकथा) - Open Books Online2024-03-28T21:06:59Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A994119&xn_auth=noआदाब। आपकी यहाँ उपस्थिति हमें…tag:openbooks.ning.com,2019-10-11:5170231:Comment:9940652019-10-11T20:28:50.206ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। आपकी यहाँ उपस्थिति हमें गौरवान्वित करती है। अनुमोदन और प्रोत्साहन के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया जनाब समर कबीर साहिब। </p>
<p>आदाब। आपकी यहाँ उपस्थिति हमें गौरवान्वित करती है। अनुमोदन और प्रोत्साहन के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया जनाब समर कबीर साहिब। </p> जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदा…tag:openbooks.ning.com,2019-10-11:5170231:Comment:9940562019-10-11T13:31:34.054ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,अच्छी लघुकथा लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,अच्छी लघुकथा लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> आदाब। मेरी रचना के पटल पर त्व…tag:openbooks.ning.com,2019-10-08:5170231:Comment:9942102019-10-08T15:47:18.325ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। मेरी रचना के पटल पर त्वरित उपस्थिति और राय साझा करते हुए मुझे यूं प्रोत्साहित करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया जनाब तेजवीर सिंह साहिब। विजयादशमी पर्व पर हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं।</p>
<p>आदाब। मेरी रचना के पटल पर त्वरित उपस्थिति और राय साझा करते हुए मुझे यूं प्रोत्साहित करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया जनाब तेजवीर सिंह साहिब। विजयादशमी पर्व पर हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मा…tag:openbooks.ning.com,2019-10-08:5170231:Comment:9940012019-10-08T09:17:26.071ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooks.ning.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मानी साहब जी।प्रतीकों के माध्यम से समाज में व्याप्त अनगिनत बुराइयों को सशक्त लघुकथा के रूप में प्रस्तुत करने का सराहनीय कदम।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मानी साहब जी।प्रतीकों के माध्यम से समाज में व्याप्त अनगिनत बुराइयों को सशक्त लघुकथा के रूप में प्रस्तुत करने का सराहनीय कदम।</p>