Comments - मेरे साहित्यिक आदर्श डा. रामविलास शर्मा — डा॰ महेन्द्रभटनागर - Open Books Online2024-03-28T17:14:29Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A98329&xn_auth=noश्रद्धेय महेन्द्रजी,
इस संस्म…tag:openbooks.ning.com,2011-06-28:5170231:Comment:989202011-06-28T10:27:12.850ZSaurabh Pandeyhttp://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>श्रद्धेय महेन्द्रजी,</p>
<p>इस संस्मरणात्मक आलेख पर मेरा सादर नमन स्वीकार करें.</p>
<p>पढ़ने के उपरन्त ऐसा प्रतीत हो रह है गोया एक आत्मीय अतीत को रस-रस जी कर पुनः नया हुआ हूँ. </p>
<p>हमारे लिये जो नाम इतिहासजयी हैं उन्हें इस आत्मीयता से उद्धृत देख कर रोमांचित हो जाना लाजिमी है. कई नाम मेरे लिये निजी हैं, क्योंकि बचपन उन नामों को अपने माहौल में बेतकल्लुफ़ी के माहौल में सुना करता था. आपकी उपस्थिति आशीष प्रदाता है, मार्ग और दिशा सूचक भी हो इस बाल-सुलभ प्रत्याशा के साथ आपके चरणों पर मेरा पुनः…</p>
<p>श्रद्धेय महेन्द्रजी,</p>
<p>इस संस्मरणात्मक आलेख पर मेरा सादर नमन स्वीकार करें.</p>
<p>पढ़ने के उपरन्त ऐसा प्रतीत हो रह है गोया एक आत्मीय अतीत को रस-रस जी कर पुनः नया हुआ हूँ. </p>
<p>हमारे लिये जो नाम इतिहासजयी हैं उन्हें इस आत्मीयता से उद्धृत देख कर रोमांचित हो जाना लाजिमी है. कई नाम मेरे लिये निजी हैं, क्योंकि बचपन उन नामों को अपने माहौल में बेतकल्लुफ़ी के माहौल में सुना करता था. आपकी उपस्थिति आशीष प्रदाता है, मार्ग और दिशा सूचक भी हो इस बाल-सुलभ प्रत्याशा के साथ आपके चरणों पर मेरा पुनः नमन.</p>
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