Comments - " टूटन का पुष्पण" - कविता/ अर्पणा शर्मा, भोपाल - Open Books Online2024-03-28T23:28:10Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A943168&xn_auth=noआ. अपर्णा जी, अच्छी रचना हुई…tag:openbooks.ning.com,2018-08-06:5170231:Comment:9437312018-08-06T13:59:35.282Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. अपर्णा जी, अच्छी रचना हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. अपर्णा जी, अच्छी रचना हुई है । हार्दिक बधाई ।</p> आदरणीया अर्पणा जी, अच्छी भावप…tag:openbooks.ning.com,2018-08-06:5170231:Comment:9435552018-08-06T11:29:34.815ZNeelam Upadhyayahttp://openbooks.ning.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीया अर्पणा जी, अच्छी भावपूर्ण रचना हुयी है। बधाई। </p>
<p>आदरणीया अर्पणा जी, अच्छी भावपूर्ण रचना हुयी है। बधाई। </p> जनाब समर साहाब, आदरणीया प्रति…tag:openbooks.ning.com,2018-08-05:5170231:Comment:9431982018-08-05T07:59:28.170ZArpana Sharmahttp://openbooks.ning.com/profile/ArpanaSharma
<p>जनाब समर साहाब, आदरणीया प्रतिभा जी, जनाब मोहम्मद आरिफ जी- मेरी कविता की पसंदगी के लिये आप सभी का तहेदिल शुक्रिया।</p>
<p></p>
<p>मैं पटल पर और समय देने का यथासंभव प्रयास करती हूँ । आपके सुझाव ह्रदयग्राह्य हैं। </p>
<p>जनाब समर साहाब, आदरणीया प्रतिभा जी, जनाब मोहम्मद आरिफ जी- मेरी कविता की पसंदगी के लिये आप सभी का तहेदिल शुक्रिया।</p>
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<p>मैं पटल पर और समय देने का यथासंभव प्रयास करती हूँ । आपके सुझाव ह्रदयग्राह्य हैं। </p> बहुत ही सुन्दर रचना एक एक शब…tag:openbooks.ning.com,2018-08-05:5170231:Comment:9431862018-08-05T06:28:38.225Zpratibha pandehttp://openbooks.ning.com/profile/pratibhapande
<p>बहुत ही सुन्दर रचना एक एक शब्द भावों से पगा है हार्दिक बधाई प्रिय अर्पणा जी</p>
<p>बहुत ही सुन्दर रचना एक एक शब्द भावों से पगा है हार्दिक बधाई प्रिय अर्पणा जी</p> आदरणीया अर्पणा जी आदाब,
…tag:openbooks.ning.com,2018-08-05:5170231:Comment:9433722018-08-05T04:12:43.006ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
<p>आदरणीया अर्पणा जी आदाब,</p>
<p> बहुत ही बेहतरीन कविता । हार्दिक बधाई स्वीकार करें । मैं आली जनाब मोहतरम समर कबीर साहब की बात से सहमत हूँ ।</p>
<p>आदरणीया अर्पणा जी आदाब,</p>
<p> बहुत ही बेहतरीन कविता । हार्दिक बधाई स्वीकार करें । मैं आली जनाब मोहतरम समर कबीर साहब की बात से सहमत हूँ ।</p> मुहतरमा अर्पणा शर्मा जी आदाब,…tag:openbooks.ning.com,2018-08-04:5170231:Comment:9431692018-08-04T12:51:28.946ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>मुहतरमा अर्पणा शर्मा जी आदाब,अच्छी कविता है, इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>मंच पर दूसरे रचनाकार भी आपकी अमूल्य टिप्पणी की प्रतीक्षा करते हैं,कृपया अपनी सक्रियता दिखाएँ ।</p>
<p>मुहतरमा अर्पणा शर्मा जी आदाब,अच्छी कविता है, इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>मंच पर दूसरे रचनाकार भी आपकी अमूल्य टिप्पणी की प्रतीक्षा करते हैं,कृपया अपनी सक्रियता दिखाएँ ।</p>