Comments - हाशिये पर आपकी दस्तार है कुछ कीजिये (ग़ज़ल राज) - Open Books Online2024-03-29T00:15:11Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A939644&xn_auth=noबहुत बहुत शुक्रिया आद० अजय गु…tag:openbooks.ning.com,2018-07-25:5170231:Comment:9413412018-07-25T13:44:50.774Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आद० अजय गुप्ता जी </p>
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आद० अजय गुप्ता जी </p>
बहुत खूब। वाह
tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9403912018-07-17T18:08:32.064Zअजय गुप्ता 'अजेयhttp://openbooks.ning.com/profile/3tuckjroyzywi
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<li>बहुत खूब। वाह</li>
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<li>बहुत खूब। वाह</li>
</ol> आद० सुशील सरना जी आपको ग़ज़ल पस…tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9403002018-07-17T13:58:55.111Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>आद० सुशील सरना जी आपको ग़ज़ल पसंद आई मेरी मेहनत सफल हुई दिल से बहुत बहुत शुक्रिया </p>
<p>आद० सुशील सरना जी आपको ग़ज़ल पसंद आई मेरी मेहनत सफल हुई दिल से बहुत बहुत शुक्रिया </p> आद० नीलेश भैया आपको ग़ज़ल पसंद…tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9405202018-07-17T13:58:06.036Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>आद० नीलेश भैया आपको ग़ज़ल पसंद आई तो तसल्ली हुई आपका दिल से बेहद शुक्रिया </p>
<p>आद० नीलेश भैया आपको ग़ज़ल पसंद आई तो तसल्ली हुई आपका दिल से बेहद शुक्रिया </p> आद० बबिता गुप्ता जी आपका दिल…tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9404952018-07-17T13:57:23.802Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>आद० बबिता गुप्ता जी आपका दिल से शुक्रिया </p>
<p>आद० बबिता गुप्ता जी आपका दिल से शुक्रिया </p> आद० बसंत कुमार शर्मा जी ,आपको…tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9405192018-07-17T13:56:57.868Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>आद० बसंत कुमार शर्मा जी ,आपको ग़ज़ल पसंद आई आपका दिल से शुक्रिया </p>
<p>आद० बसंत कुमार शर्मा जी ,आपको ग़ज़ल पसंद आई आपका दिल से शुक्रिया </p> आद० बृजेश कुमार बृज जी आपका द…tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9403892018-07-17T13:56:16.693Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>आद० बृजेश कुमार बृज जी आपका दिल से बहुत बहुत शुक्रिया </p>
<p>आद० बृजेश कुमार बृज जी आपका दिल से बहुत बहुत शुक्रिया </p> बेसबब बेसाख़्ता रफ़्तार है कुछ…tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9402962018-07-17T12:27:57.842ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>बेसबब बेसाख़्ता रफ़्तार है कुछ कीजिये <br/>लड़खड़ाती जिंदगी हर बार है कुछ कीजिये</p>
<p>उठ रही हैं उँगलियाँ सब आपके घर की तरफ़ <br/>हाशिये पर आपकी दस्तार है कुछ कीजिये</p>
<p>वाह आदरणीया राजेश कुमारी जी वाह .... दिलकश अशआर की इस बेहतरीन ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई।</p>
<p>बेसबब बेसाख़्ता रफ़्तार है कुछ कीजिये <br/>लड़खड़ाती जिंदगी हर बार है कुछ कीजिये</p>
<p>उठ रही हैं उँगलियाँ सब आपके घर की तरफ़ <br/>हाशिये पर आपकी दस्तार है कुछ कीजिये</p>
<p>वाह आदरणीया राजेश कुमारी जी वाह .... दिलकश अशआर की इस बेहतरीन ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई।</p> बहुत ख़ूब..अच्छी ग़ज़ल हुई है…tag:openbooks.ning.com,2018-07-17:5170231:Comment:9401932018-07-17T02:51:53.177ZNilesh Shevgaonkarhttp://openbooks.ning.com/profile/NileshShevgaonkar
<p>बहुत ख़ूब..<br/>अच्छी ग़ज़ल हुई है आ. दीदी,<br/>बहुत बहुत बधाई </p>
<p>बहुत ख़ूब..<br/>अच्छी ग़ज़ल हुई है आ. दीदी,<br/>बहुत बहुत बधाई </p> बेहतरीन गजल प्रस्तुति के लिए…tag:openbooks.ning.com,2018-07-16:5170231:Comment:9402702018-07-16T15:32:26.241Zbabitaguptahttp://openbooks.ning.com/profile/babitagupta631
<p>बेहतरीन गजल प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया राजेश दी.</p>
<p>बेहतरीन गजल प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया राजेश दी.</p>