Comments - कटाक्षिकाएँ - Open Books Online2024-03-29T12:06:18Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A892026&xn_auth=noबहुत-बहुत आभार आदरणीया कल्पना…tag:openbooks.ning.com,2017-10-30:5170231:Comment:8934252017-10-30T16:47:47.186ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
बहुत-बहुत आभार आदरणीया कल्पना भट्ट जी ।
बहुत-बहुत आभार आदरणीया कल्पना भट्ट जी । बेहद सटीक रचना हुई है जनाब मो…tag:openbooks.ning.com,2017-10-30:5170231:Comment:8932222017-10-30T15:32:32.576ZKALPANA BHATT ('रौनक़')http://openbooks.ning.com/profile/KALPANABHATT832
<p>बेहद सटीक रचना हुई है जनाब मोहम्मद आरिफ साहब, बधाई स्वीकारें|</p>
<p>बेहद सटीक रचना हुई है जनाब मोहम्मद आरिफ साहब, बधाई स्वीकारें|</p> बहुत-बहुत आभार आदरणीय बृजेश क…tag:openbooks.ning.com,2017-10-29:5170231:Comment:8930142017-10-29T06:49:38.848ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
बहुत-बहुत आभार आदरणीय बृजेश कुमार जी ।
बहुत-बहुत आभार आदरणीय बृजेश कुमार जी । सुंदर सटीक रचना के लिए बधाई स…tag:openbooks.ning.com,2017-10-29:5170231:Comment:8927982017-10-29T06:19:09.165Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://openbooks.ning.com/profile/brijeshkumar
सुंदर सटीक रचना के लिए बधाई स्वीकार करें आदरणीय...
सुंदर सटीक रचना के लिए बधाई स्वीकार करें आदरणीय... आली जनाब। मोहतरम समर कबीर साह…tag:openbooks.ning.com,2017-10-26:5170231:Comment:8922302017-10-26T17:39:51.406ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आली जनाब। मोहतरम समर कबीर साहब आदाब, आपकी हौसला अफ़ज़ाई वाली टिप्पणी से अभिभूत हूँ । बहुत-बहुत शुक्रिया ।
आली जनाब। मोहतरम समर कबीर साहब आदाब, आपकी हौसला अफ़ज़ाई वाली टिप्पणी से अभिभूत हूँ । बहुत-बहुत शुक्रिया । आदरणीय वजय शकर जी आदाब, कटाक्…tag:openbooks.ning.com,2017-10-26:5170231:Comment:8922292017-10-26T17:37:27.561ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आदरणीय वजय शकर जी आदाब, कटाक्षिकाओं पर अपनी अमूल्य टिप्पणियों से पोषित करने का आभार । सादर ।
आदरणीय वजय शकर जी आदाब, कटाक्षिकाओं पर अपनी अमूल्य टिप्पणियों से पोषित करने का आभार । सादर । आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी , तीनो…tag:openbooks.ning.com,2017-10-26:5170231:Comment:8919862017-10-26T15:05:56.336ZDr. Vijai Shankerhttp://openbooks.ning.com/profile/DrVijaiShanker
आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी , तीनों कटाक्षिकाएँ , सुन्दर , सारगर्भित एवं विचारोत्तेजक हैं।<br />
घोटालों का शोर बहुत होता है ,<br />
बस शोर ही बहुत होता है।<br />
किसी न किसी को तो लाभ भी होता है।<br />
बस वही नहीं पता होता है।<br />
बधाई, सादर।
आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी , तीनों कटाक्षिकाएँ , सुन्दर , सारगर्भित एवं विचारोत्तेजक हैं।<br />
घोटालों का शोर बहुत होता है ,<br />
बस शोर ही बहुत होता है।<br />
किसी न किसी को तो लाभ भी होता है।<br />
बस वही नहीं पता होता है।<br />
बधाई, सादर। आदरणीय सलीम रज़ा साहब रचना पर…tag:openbooks.ning.com,2017-10-26:5170231:Comment:8920502017-10-26T12:14:25.342ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आदरणीय सलीम रज़ा साहब रचना पर प्रतिक्रिया देकर पोषित करने का बहुत-बहुत आभार ।
आदरणीय सलीम रज़ा साहब रचना पर प्रतिक्रिया देकर पोषित करने का बहुत-बहुत आभार । आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी क…tag:openbooks.ning.com,2017-10-26:5170231:Comment:8921222017-10-26T12:12:46.058ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी कटाक्षिकाओं पर त्वरित सटीक टिप्पणी देने का बहुत-बहुत आभार ।
आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी कटाक्षिकाओं पर त्वरित सटीक टिप्पणी देने का बहुत-बहुत आभार । जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहिब आदाब,…tag:openbooks.ning.com,2017-10-26:5170231:Comment:8919562017-10-26T12:12:28.261ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहिब आदाब,अच्छी क्षणिकाएं लिखीं आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।
जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहिब आदाब,अच्छी क्षणिकाएं लिखीं आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।