Comments - गीत : एक भारत श्रेष्ठ भारत - Open Books Online2024-03-29T10:43:46Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A868915&xn_auth=no Ravi Shukla जी,देशभक्ति के ज…tag:openbooks.ning.com,2017-08-11:5170231:Comment:8728312017-08-11T07:09:29.628ZC.M.Upadhyay "Shoonya Akankshi"http://openbooks.ning.com/profile/CMUpadhyayShoonyaAkankshi
<p><a class="nolink"> </a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RaviShukla">Ravi Shukla</a> जी,<br></br>देशभक्ति के जज्बे से ओतप्रोत <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RaviShukla">शानदार</a> गीत के लिए बधाई स्वीकार करें | <a class="nolink">यूँ तो पूरा गीत ही भावों और सधे शिल्प का संगम है पर </a>रेल सेवा में कार्य करने और अभी भी ट्रेड यूनियन गतिविधियों में सक्रिय रहने के कारण मुझे ये पंक्तियाँ बहुत पसंद आईं :<br></br>"<a class="nolink"> </a>रेल का हमको दिखाई दे रहा है पथ…</p>
<p><a class="nolink"> </a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RaviShukla">Ravi Shukla</a> जी,<br/>देशभक्ति के जज्बे से ओतप्रोत <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RaviShukla">शानदार</a> गीत के लिए बधाई स्वीकार करें | <a class="nolink">यूँ तो पूरा गीत ही भावों और सधे शिल्प का संगम है पर </a>रेल सेवा में कार्य करने और अभी भी ट्रेड यूनियन गतिविधियों में सक्रिय रहने के कारण मुझे ये पंक्तियाँ बहुत पसंद आईं :<br/>"<a class="nolink"> </a>रेल का हमको दिखाई दे रहा है पथ समांतर</p>
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<p>मूल में इसके छिपा है साथ चलना बस निरंतर</p>
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RaviShukla"></a></p>
<p>रेल गाड़ी की तरह सहकार का संदेश गाएं"<br/>बस एक ही सुझाव है कि जहाँ-जहाँ "एं" लिखा है वहाँ "एँ" कर लें तो सुंदरता और बढ़ जाएगी | </p>
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RaviShukla"> </a></p> आदरणीय रवि शुक्ला जी सुंदर एव…tag:openbooks.ning.com,2017-07-30:5170231:Comment:8700292017-07-30T08:46:16.532Zआशीष यादवhttp://openbooks.ning.com/profile/Ashishyadav
आदरणीय रवि शुक्ला जी सुंदर एवं संदेशपरक गीत पर बहुत बहुत बधाई।
आदरणीय रवि शुक्ला जी सुंदर एवं संदेशपरक गीत पर बहुत बहुत बधाई। हमारे गीत का मान देने के लिये…tag:openbooks.ning.com,2017-07-26:5170231:Comment:8689562017-07-26T07:42:45.008ZRavi Shuklahttp://openbooks.ning.com/profile/RaviShukla
<p>हमारे गीत का मान देने के लिये आपका बहुत बहुत आभार आदरणी बसंत कुमार जी</p>
<p>हमारे गीत का मान देने के लिये आपका बहुत बहुत आभार आदरणी बसंत कुमार जी</p> मुग्ध हूँ पढ़कर, देशभक्ति और उ…tag:openbooks.ning.com,2017-07-26:5170231:Comment:8687022017-07-26T03:05:40.537Zबसंत कुमार शर्माhttp://openbooks.ning.com/profile/37vrpfxgzfdi8
<p>मुग्ध हूँ पढ़कर, देशभक्ति और उर्जा से भरपूर लाजबाब गीत के लिए बहुत बहुत बधाई आपको आदरणीय रवि शुक्ला जी </p>
<p>मुग्ध हूँ पढ़कर, देशभक्ति और उर्जा से भरपूर लाजबाब गीत के लिए बहुत बहुत बधाई आपको आदरणीय रवि शुक्ला जी </p> जी सही कह रहे है आप आदरणीय सम…tag:openbooks.ning.com,2017-07-25:5170231:Comment:8686772017-07-25T11:06:06.476ZRavi Shuklahttp://openbooks.ning.com/profile/RaviShukla
<p>जी सही कह रहे है आप आदरणीय समर साहब हैं में अनुस्वार नहीं लगाना टंकण त्रुटि हो गई है इसको और भी टिप्पणिया आने के बाद एक साथ संशोधन करते है । सादर</p>
<p>जी सही कह रहे है आप आदरणीय समर साहब हैं में अनुस्वार नहीं लगाना टंकण त्रुटि हो गई है इसको और भी टिप्पणिया आने के बाद एक साथ संशोधन करते है । सादर</p> जनाब रवि शुक्ला जी आदाब,बहुत…tag:openbooks.ning.com,2017-07-25:5170231:Comment:8686672017-07-25T09:34:29.170ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
जनाब रवि शुक्ला जी आदाब,बहुत सुंदर और सन्देशप्रद गीत लिखा। आपने,बहुत पसंद आया,इस प्रस्तुति पर दिल से बधाई स्वीकार करें ।<br />
दूसरे बन्द की दूसरी पंक्ति 'चली है टोलियां सब' को "चली ह्रें टोलियां सब" कर लीजियेग ।
जनाब रवि शुक्ला जी आदाब,बहुत सुंदर और सन्देशप्रद गीत लिखा। आपने,बहुत पसंद आया,इस प्रस्तुति पर दिल से बधाई स्वीकार करें ।<br />
दूसरे बन्द की दूसरी पंक्ति 'चली है टोलियां सब' को "चली ह्रें टोलियां सब" कर लीजियेग । आदरणीय मोहम्मद आरिफ साहब गीत…tag:openbooks.ning.com,2017-07-25:5170231:Comment:8687502017-07-25T08:33:29.816ZRavi Shuklahttp://openbooks.ning.com/profile/RaviShukla
<p>आदरणीय मोहम्मद आरिफ साहब गीत पर आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया पाकर प्रसन्नता हुई गीतकार के रूप में हम मानते है कि गीतों में सामाजिक सरोकार भी होना चाहिये । केवल मनोरंजन साहित्य का उद्देश्य नहीं हो सकता । आपको गीत पंसद आया हार्दिक आभार स्वीकार करें ।</p>
<p>आदरणीय मोहम्मद आरिफ साहब गीत पर आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया पाकर प्रसन्नता हुई गीतकार के रूप में हम मानते है कि गीतों में सामाजिक सरोकार भी होना चाहिये । केवल मनोरंजन साहित्य का उद्देश्य नहीं हो सकता । आपको गीत पंसद आया हार्दिक आभार स्वीकार करें ।</p> आदरणीय रवि शुक्ला जी आदाब, दे…tag:openbooks.ning.com,2017-07-25:5170231:Comment:8686552017-07-25T06:39:37.591ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आदरणीय रवि शुक्ला जी आदाब, देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत बेहतरीन गीत । आजकल ऐसे गीतों की काफी आवश्यकता है। गीत में आक्रोश भी है,बदलाव का विशेष आग्रह भी है और परिवर्तन की छटपटाहट भी है । ढेरों बधाइयाँ स्वीकार करें ।
आदरणीय रवि शुक्ला जी आदाब, देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत बेहतरीन गीत । आजकल ऐसे गीतों की काफी आवश्यकता है। गीत में आक्रोश भी है,बदलाव का विशेष आग्रह भी है और परिवर्तन की छटपटाहट भी है । ढेरों बधाइयाँ स्वीकार करें ।