Comments - भाई बैरी से मिलके भाई को मार डाले | - Open Books Online2024-03-29T11:26:24Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A864087&xn_auth=noआद0 श्याम नारायण जी ग़ज़ल पर सा…tag:openbooks.ning.com,2017-07-06:5170231:Comment:8652162017-07-06T11:13:37.401Zरामबली गुप्ताhttp://openbooks.ning.com/profile/RAMBALIGUPTA
आद0 श्याम नारायण जी ग़ज़ल पर सार्थक प्रयास के लिये बधाई स्वीकारें। शिल्प और कथ्य दोनों को स्पष्ट करने के लिए आपको अभी काफी मेहनत करनी होगी। मात्रिक बहर में लय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
आद0 श्याम नारायण जी ग़ज़ल पर सार्थक प्रयास के लिये बधाई स्वीकारें। शिल्प और कथ्य दोनों को स्पष्ट करने के लिए आपको अभी काफी मेहनत करनी होगी। मात्रिक बहर में लय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। आद0 श्यामनारायण वर्मा जी सादर…tag:openbooks.ning.com,2017-07-02:5170231:Comment:8645762017-07-02T09:12:25.850Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
आद0 श्यामनारायण वर्मा जी सादर अभिवादन, गजल का सार्थक प्रयास पर बधाई स्वीकारें।
आद0 श्यामनारायण वर्मा जी सादर अभिवादन, गजल का सार्थक प्रयास पर बधाई स्वीकारें। जनाब श्याम नारायण वर्मा जी आद…tag:openbooks.ning.com,2017-07-01:5170231:Comment:8645562017-07-01T11:12:16.985ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
जनाब श्याम नारायण वर्मा जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा हुआ है,इसके लिये बधाई स्वीकार करें ।<br />
ये मात्रिक बह्र है इसलिये इसको बह्र के मानक के साथ साथ लय का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है,इसके अलावा शिल्प का भी ध्यान रखना आवश्यक है ।
जनाब श्याम नारायण वर्मा जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा हुआ है,इसके लिये बधाई स्वीकार करें ।<br />
ये मात्रिक बह्र है इसलिये इसको बह्र के मानक के साथ साथ लय का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है,इसके अलावा शिल्प का भी ध्यान रखना आवश्यक है ।