Comments - लघु कथा - पगडंडी - Open Books Online2024-03-29T13:56:08Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A845124&xn_auth=noनीलम जी आपकी लघुकथा "पगडंडी"…tag:openbooks.ning.com,2017-09-11:5170231:Comment:8802262017-09-11T06:34:06.785ZUma Vishwakarmahttp://openbooks.ning.com/profile/UmaVishwakarma
<p>नीलम जी आपकी लघुकथा "पगडंडी" बहुत ही अच्छी है | "सड़क और पगडंडी" पात्र मानों जीवंत हो उठे हो |</p>
<p>नीलम जी आपकी लघुकथा "पगडंडी" बहुत ही अच्छी है | "सड़क और पगडंडी" पात्र मानों जीवंत हो उठे हो |</p> आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आदाब…tag:openbooks.ning.com,2017-03-27:5170231:Comment:8451322017-03-27T12:17:32.054ZMohammed Arifhttp://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आदाब, बहुत अच्छी लघुकथा । एक बात कहना चाहूँगा कि इस कथानक पर ढेरों लघुकथाएँ लिखीं जा चुकी है ।
आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आदाब, बहुत अच्छी लघुकथा । एक बात कहना चाहूँगा कि इस कथानक पर ढेरों लघुकथाएँ लिखीं जा चुकी है । मोहतरमा नीलम जी आदाब,लघुकथा अ…tag:openbooks.ning.com,2017-03-27:5170231:Comment:8451262017-03-27T09:40:31.659ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
मोहतरमा नीलम जी आदाब,लघुकथा अच्छी बनी है,इसके लिये बधाई स्वीकार करें ।<br />
लघुकथा की इब्तिदा में 'काले कोलतार'लिखने की क्या ज़रूरत जबकि सभी जानते हैं कि कोलतार काला ही होता है ?<br />
दूसरी बात,'आमोदरफ्त'ग़लत है,सही शब्द है "आमद-ओ-रफ्त",देखियेगा ।
मोहतरमा नीलम जी आदाब,लघुकथा अच्छी बनी है,इसके लिये बधाई स्वीकार करें ।<br />
लघुकथा की इब्तिदा में 'काले कोलतार'लिखने की क्या ज़रूरत जबकि सभी जानते हैं कि कोलतार काला ही होता है ?<br />
दूसरी बात,'आमोदरफ्त'ग़लत है,सही शब्द है "आमद-ओ-रफ्त",देखियेगा ।