Comments - अच्छे और बुरे पर्दे (लघुकथा) / शेख़ शहज़ाद उस्मानी - Open Books Online2024-03-28T18:05:34Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A831187&xn_auth=noइस ब्लोग-पोस्ट पर त्वरित प्रत…tag:openbooks.ning.com,2017-01-27:5170231:Comment:8317002017-01-27T14:43:28.087ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
इस ब्लोग-पोस्ट पर त्वरित प्रतिक्रिया देने, राय साझा करने व हौसला अफ़जा़ई हेतु सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीय राजेश कुमारी जी व आदरणीय डॉ. आशुतोष मिश्रा जी। कृपया लघुकथा संदर्भ में कमियों पर भी रोशनी डालकर हमें मार्गदर्शन करें
इस ब्लोग-पोस्ट पर त्वरित प्रतिक्रिया देने, राय साझा करने व हौसला अफ़जा़ई हेतु सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीय राजेश कुमारी जी व आदरणीय डॉ. आशुतोष मिश्रा जी। कृपया लघुकथा संदर्भ में कमियों पर भी रोशनी डालकर हमें मार्गदर्शन करें आदरणीय शेख जी आपकी सोच को सला…tag:openbooks.ning.com,2017-01-27:5170231:Comment:8316892017-01-27T13:48:08.498ZDr Ashutosh Mishrahttp://openbooks.ning.com/profile/DrAshutoshMishra
आदरणीय शेख जी आपकी सोच को सलाम सादर
आदरणीय शेख जी आपकी सोच को सलाम सादर चित्रों के माध्यम से बच्चों क…tag:openbooks.ning.com,2017-01-27:5170231:Comment:8315982017-01-27T12:04:21.694Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>चित्रों के माध्यम से बच्चों को संस्कृति का पाठ पढ़ाना उन्हें नसीहत देना अच्छा लगा काश आज की युवा पीढी इन चित्रों के अर्थ को इनके संकेतों को समझ सके इनको समझाने के लिए योग्य शिक्षक का होना भी उतना ही आवश्यक है |बहुत खूब ...बधाई आपको आद० उस्मानी जी </p>
<p>चित्रों के माध्यम से बच्चों को संस्कृति का पाठ पढ़ाना उन्हें नसीहत देना अच्छा लगा काश आज की युवा पीढी इन चित्रों के अर्थ को इनके संकेतों को समझ सके इनको समझाने के लिए योग्य शिक्षक का होना भी उतना ही आवश्यक है |बहुत खूब ...बधाई आपको आद० उस्मानी जी </p>