Comments - दोहा गीत - मिथिलेश वामनकर - Open Books Online2024-03-28T10:23:13Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A825577&xn_auth=noआदरणीय डॉ. विजय शंकर सर, इस प…tag:openbooks.ning.com,2017-01-07:5170231:Comment:8266262017-01-07T17:03:58.161Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय डॉ. विजय शंकर सर, <span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर</span></p>
<p>आदरणीय डॉ. विजय शंकर सर, <span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर</span></p> प्रिय मिथिलेश वामनकर जी , सुन…tag:openbooks.ning.com,2017-01-07:5170231:Comment:8267142017-01-07T16:22:46.881ZDr. Vijai Shankerhttp://openbooks.ning.com/profile/DrVijaiShanker
प्रिय मिथिलेश वामनकर जी , सुन्दर समर्पित गीत , बधाई , सादर।
प्रिय मिथिलेश वामनकर जी , सुन्दर समर्पित गीत , बधाई , सादर। आदरणीय रामबली गुप्ता जी, इस प…tag:openbooks.ning.com,2017-01-07:5170231:Comment:8265622017-01-07T09:04:57.000Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p><span>आदरणीय रामबली गुप्ता जी, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. <span>आप सही कह रहे हैं. पुरुषत्व का उच्चारण पुरूषत्व हो रहा है. उसे पौरुषता करना होगा. //पौरुषता</span><span> का वो करें// </span>सादर</span></p>
<p><span>आदरणीय रामबली गुप्ता जी, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. <span>आप सही कह रहे हैं. पुरुषत्व का उच्चारण पुरूषत्व हो रहा है. उसे पौरुषता करना होगा. //पौरुषता</span><span> का वो करें// </span>सादर</span></p> आदरणीय मिथिलेश भाई जी इस शानद…tag:openbooks.ning.com,2017-01-07:5170231:Comment:8263752017-01-07T01:01:20.823Zरामबली गुप्ताhttp://openbooks.ning.com/profile/RAMBALIGUPTA
आदरणीय मिथिलेश भाई जी इस शानदार गीत के लिए बल भर बधाई लीजिये। बहुत ही बेहतरीन गीत हुआ है।पुरुषत्व वाली लाइन में मात्रा भार 12 हो रहा है। थोड़ा पुनः देख लीजियेगा।सादर
आदरणीय मिथिलेश भाई जी इस शानदार गीत के लिए बल भर बधाई लीजिये। बहुत ही बेहतरीन गीत हुआ है।पुरुषत्व वाली लाइन में मात्रा भार 12 हो रहा है। थोड़ा पुनः देख लीजियेगा।सादर आदरणीय अरुण कुमार निगम सर, इ…tag:openbooks.ning.com,2017-01-06:5170231:Comment:8262592017-01-06T10:13:39.192Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p><span>आदरणीय<span> </span><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/arunkumarnigam" class="fn url">अरुण कुमार निगम</a> सर, </span><span> </span><span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। सादर</span></p>
<p><span>आदरणीय<span> </span><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/arunkumarnigam" class="fn url">अरुण कुमार निगम</a> सर, </span><span> </span><span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। सादर</span></p> आदरणीय मिथिलेश जी, सावित्री फ…tag:openbooks.ning.com,2017-01-06:5170231:Comment:8261062017-01-06T04:11:46.051Zअरुण कुमार निगमhttp://openbooks.ning.com/profile/arunkumarnigam
<p>आदरणीय मिथिलेश जी, सावित्री फुले को समर्पित सशक्त दोहा गीत हेतु बधाइयाँ. </p>
<p>आदरणीय मिथिलेश जी, सावित्री फुले को समर्पित सशक्त दोहा गीत हेतु बधाइयाँ. </p> आदरणीय सुशील सरना सर, इस प्र…tag:openbooks.ning.com,2017-01-04:5170231:Comment:8259972017-01-04T16:45:20.901Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय सुशील सरना सर, <span> </span><span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। सादर </span><span><br/></span></p>
<p>आदरणीय सुशील सरना सर, <span> </span><span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। सादर </span><span><br/></span></p> आदरणीय गोपाल सर, इस प्रयास की…tag:openbooks.ning.com,2017-01-04:5170231:Comment:8262102017-01-04T16:43:38.931Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय गोपाल सर, <span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। आप सही कह रहे हैं. पुरुषत्व का उच्चारण पुरूषत्व हो रहा है. उसे पौरुषता करना होगा. //पौरुषता<span> का वो करें//</span></span></p>
<p>सादर </p>
<p>आदरणीय गोपाल सर, <span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। आप सही कह रहे हैं. पुरुषत्व का उच्चारण पुरूषत्व हो रहा है. उसे पौरुषता करना होगा. //पौरुषता<span> का वो करें//</span></span></p>
<p>सादर </p> आदरणीय गिरिराज सर, इस प्रयास…tag:openbooks.ning.com,2017-01-04:5170231:Comment:8262092017-01-04T16:41:41.386Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय गिरिराज सर, <span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। </span></p>
<p>आदरणीय गिरिराज सर, <span>इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार, बहुत बहुत धन्यवाद। </span></p> आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी इस स…tag:openbooks.ning.com,2017-01-04:5170231:Comment:8261912017-01-04T14:55:10.292ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी इस सुंदर,सार्थक दोहा गीत के लिए हार्दिक बधाई। </p>
<p>आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी इस सुंदर,सार्थक दोहा गीत के लिए हार्दिक बधाई। </p>