Comments - बदले-बदले लोग - मिथिलेश वामनकर - Open Books Online2024-03-29T15:15:03Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A821433&xn_auth=noआदरणीय महेन्द्र जी, आपकी प्रश…tag:openbooks.ning.com,2016-12-27:5170231:Comment:8228602016-12-27T06:45:07.997Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p><span>आदरणीय महेन्द्र जी, आपकी प्रशंसा पाकर आश्वस्त हूँ. प्रस्तुति के मूल का संधान कर इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर</span></p>
<p><span>आदरणीय महेन्द्र जी, आपकी प्रशंसा पाकर आश्वस्त हूँ. प्रस्तुति के मूल का संधान कर इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर</span></p> //किसी इक शख्स में मसरूफ है अ…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8227682016-12-26T14:28:12.060ZMahendra Kumarhttp://openbooks.ning.com/profile/Mahendra
//किसी इक शख्स में मसरूफ है अहले-वतन यारब। नहीं जो आदमी पूरा, बनाया है ख़ुदा उसको।// इस व्यक्तिपूजा से उपजे मानवीय संवेदना के संकट को जिस आसानी से आपने इस कविता में उतारा है वह काबिले तारीफ़ है आदरणीय मिथिलेश सर। देश के वर्तमान हालातों को बयां करती यह बेहतरीन प्रस्तुति है। मेरी तरफ से आपको ढेरों बधाई। सादर।
//किसी इक शख्स में मसरूफ है अहले-वतन यारब। नहीं जो आदमी पूरा, बनाया है ख़ुदा उसको।// इस व्यक्तिपूजा से उपजे मानवीय संवेदना के संकट को जिस आसानी से आपने इस कविता में उतारा है वह काबिले तारीफ़ है आदरणीय मिथिलेश सर। देश के वर्तमान हालातों को बयां करती यह बेहतरीन प्रस्तुति है। मेरी तरफ से आपको ढेरों बधाई। सादर। आदरणीय गोपाल सर, आपकी प्रशंसा…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8228452016-12-26T10:24:04.325Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय गोपाल सर, आपकी प्रशंसा पाकर मुग्ध हूँ. प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीय गोपाल सर, आपकी प्रशंसा पाकर मुग्ध हूँ. प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p> आदरणीय बृजेश जी, प्रयास की सर…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8227672016-12-26T10:23:28.807Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय बृजेश जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीय बृजेश जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p> आदरणीया सीमा जी, प्रयास की सर…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8226762016-12-26T10:23:04.173Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीया सीमा जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीया सीमा जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p> आदरणीया प्रतिभा जी, प्रस्तुति…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8229182016-12-26T10:22:38.701Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीया प्रतिभा जी, प्रस्तुति के अधिकांश प्रतीक आधुनिक जीवन शैली से ही सम्बंधित है. प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीया प्रतिभा जी, प्रस्तुति के अधिकांश प्रतीक आधुनिक जीवन शैली से ही सम्बंधित है. प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p> आदरणीय आशीष यादव जी, प्रयास क…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8227662016-12-26T10:21:08.247Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय आशीष यादव जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीय आशीष यादव जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p> आदरणीय सुरेन्द्र जी, प्रयास क…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8226752016-12-26T10:20:38.022Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय सुरेन्द्र जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीय सुरेन्द्र जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p> आदरणीया कल्पना जी, प्रयास की…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8229172016-12-26T10:20:22.529Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीया कल्पना जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीया कल्पना जी, प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p> आदरणीय समर कबीर जी, इस प्रयास…tag:openbooks.ning.com,2016-12-26:5170231:Comment:8228432016-12-26T10:19:53.179Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीय समर कबीर जी, इस प्रयास पर आपकी प्रशंसा पाकर अभिभूत हूँ. प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>
<p>आदरणीय समर कबीर जी, इस प्रयास पर आपकी प्रशंसा पाकर अभिभूत हूँ. प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद. सादर </p>