Comments - वफ़ा के दायरे - लघु कथा - Open Books Online2024-03-29T07:17:30Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A795721&xn_auth=noसर्वप्रथम ओ बी ओ पर न आने…tag:openbooks.ning.com,2016-09-06:5170231:Comment:7980812016-09-06T05:28:22.026ZVIRENDER VEER MEHTAhttp://openbooks.ning.com/profile/VIRENDERMEHTAVEERMEHTA
<p><span>सर्वप्रथम ओ बी ओ पर न आने के कारण जवाब देने में देरी के लिए क्षमा.. भाई शेख शहजाद उस्मानी जी कथा पर आपकी स्नेहिल टिप्पणी के लिए दिल से आभार ... रचना में 'शैरी' नाम शायद आप को अच्छा नहीं लगा, लेकिन वस्तुतः भाई जी ये नाम मैंने वास्तविक जीवन की एक घटना से लिया इसलिए इसे मैंने इसे परिवर्तित नहीं किया .... सादर . </span></p>
<p><span>सर्वप्रथम ओ बी ओ पर न आने के कारण जवाब देने में देरी के लिए क्षमा.. भाई शेख शहजाद उस्मानी जी कथा पर आपकी स्नेहिल टिप्पणी के लिए दिल से आभार ... रचना में 'शैरी' नाम शायद आप को अच्छा नहीं लगा, लेकिन वस्तुतः भाई जी ये नाम मैंने वास्तविक जीवन की एक घटना से लिया इसलिए इसे मैंने इसे परिवर्तित नहीं किया .... सादर . </span></p> सर्वप्रथम ओ बी ओ पर न आने…tag:openbooks.ning.com,2016-09-06:5170231:Comment:7980782016-09-06T05:23:46.611ZVIRENDER VEER MEHTAhttp://openbooks.ning.com/profile/VIRENDERMEHTAVEERMEHTA
<p>सर्वप्रथम ओ बी ओ पर न आने के कारण जवाब देने में देरी के लिए क्षमा... आदरणीय समर कबीर जी रचना आप को अच्छी लगी उसके लिए दिल से आभार... बस यूँ समझिये कि कथा में कही बात पाठक तक पहुचने का प्रयास सफल हो यही रचनाकार का पहला लक्ष्य होता है ... सादर ...</p>
<p>सर्वप्रथम ओ बी ओ पर न आने के कारण जवाब देने में देरी के लिए क्षमा... आदरणीय समर कबीर जी रचना आप को अच्छी लगी उसके लिए दिल से आभार... बस यूँ समझिये कि कथा में कही बात पाठक तक पहुचने का प्रयास सफल हो यही रचनाकार का पहला लक्ष्य होता है ... सादर ...</p> भूख संदर्भित बेहतरीन कथ्य सम्…tag:openbooks.ning.com,2016-08-29:5170231:Comment:7959322016-08-29T14:04:33.808ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
भूख संदर्भित बेहतरीन कथ्य सम्प्रेषित करती चित्र खींचती रचना के लिए बहुत बहुत हार्दिक बधाई आपको मोहतरम जनाब वीरेन्द्र वीर मेहता जी। बढ़िया शिल्प। नाम - 'शैरी' की जगह कोई आम नाम शायद अच्छा लगता।
भूख संदर्भित बेहतरीन कथ्य सम्प्रेषित करती चित्र खींचती रचना के लिए बहुत बहुत हार्दिक बधाई आपको मोहतरम जनाब वीरेन्द्र वीर मेहता जी। बढ़िया शिल्प। नाम - 'शैरी' की जगह कोई आम नाम शायद अच्छा लगता। जनाब वीरेंद्र वीर मेहता जी आद…tag:openbooks.ning.com,2016-08-29:5170231:Comment:7960322016-08-29T09:24:22.359ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
जनाब वीरेंद्र वीर मेहता जी आदाब,बहुत बढ़िया लगी आपकी लघुकथा,इस प्रस्तुति पर दिल से बधाई स्वीकार करें ।
जनाब वीरेंद्र वीर मेहता जी आदाब,बहुत बढ़िया लगी आपकी लघुकथा,इस प्रस्तुति पर दिल से बधाई स्वीकार करें ।