Comments - कुछ दोहे .....( प्राची ) - Open Books Online2024-03-28T21:58:06Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A736757&xn_auth=noसभी दोहे सारगर्भित बने है यहा…tag:openbooks.ning.com,2016-02-04:5170231:Comment:7378732016-02-04T05:48:05.379Zkanta royhttp://openbooks.ning.com/profile/kantaroy
सभी दोहे सारगर्भित बने है यहाँ आपके आदरणीया प्राची जी । पढकर मन आनंद आनंद हुआ । बधाई स्वीकार करें ।
सभी दोहे सारगर्भित बने है यहाँ आपके आदरणीया प्राची जी । पढकर मन आनंद आनंद हुआ । बधाई स्वीकार करें । khoobsoorat aur achhee dohe -…tag:openbooks.ning.com,2016-02-04:5170231:Comment:7380222016-02-04T05:42:25.441ZMUKESH SRIVASTAVAhttp://openbooks.ning.com/profile/MUKESHSRIVASTAVA
<p>khoobsoorat aur achhee dohe - badhaee</p>
<p>khoobsoorat aur achhee dohe - badhaee</p> आदरणीया डॉ प्राची सिंह जी, बह…tag:openbooks.ning.com,2016-02-03:5170231:Comment:7378472016-02-03T18:31:06.108Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p>आदरणीया डॉ प्राची सिंह जी, बहुत ही शानदार दोहावली हुई है. आपका शब्द संयोजन अद्भुत है. इस शानदार प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई. सादर नमन </p>
<p>आदरणीया डॉ प्राची सिंह जी, बहुत ही शानदार दोहावली हुई है. आपका शब्द संयोजन अद्भुत है. इस शानदार प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई. सादर नमन </p> दोहे पसंद कर हौसला अफजाई करने…tag:openbooks.ning.com,2016-02-03:5170231:Comment:7379302016-02-03T10:03:47.292ZDr.Prachi Singhhttp://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>दोहे पसंद कर हौसला अफजाई करने के लिए धन्यवाद आ० समर कबीर जी , आ० सतविंदर कुमार जी , आ० सुशील सरना जी , आ० हरि प्रकाश दूबे जी, आ० लक्ष्मण धामी जी </p>
<p>दोहे पसंद कर हौसला अफजाई करने के लिए धन्यवाद आ० समर कबीर जी , आ० सतविंदर कुमार जी , आ० सुशील सरना जी , आ० हरि प्रकाश दूबे जी, आ० लक्ष्मण धामी जी </p> आ० प्राची बहन सुन्दर दोहे हुए…tag:openbooks.ning.com,2016-02-02:5170231:Comment:7376602016-02-02T19:03:55.376Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ० प्राची बहन सुन्दर दोहे हुए हैं हार्दिक बधाई l</p>
<p>आ० प्राची बहन सुन्दर दोहे हुए हैं हार्दिक बधाई l</p> आदरणीया डॉ. प्राची सिंह जी, ब…tag:openbooks.ning.com,2016-02-01:5170231:Comment:7376082016-02-01T19:29:00.463ZHari Prakash Dubeyhttp://openbooks.ning.com/profile/HariPrakashDubey
<p>आदरणीया डॉ. प्राची सिंह जी, बहुत ही सुन्दर दोहावली है, बहुत बहुत बधाई आपको ! सादर </p>
<p>आदरणीया डॉ. प्राची सिंह जी, बहुत ही सुन्दर दोहावली है, बहुत बहुत बधाई आपको ! सादर </p> मन के कञ्चन भाव सब, आँके ना न…tag:openbooks.ning.com,2016-02-01:5170231:Comment:7372962016-02-01T14:43:10.022ZSushil Sarnahttp://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>मन के कञ्चन भाव सब, आँके ना निर्मोल<br/>सौदागर की लो प्रथम, नीयत ज़रा टटोल</p>
<p>वाह आदरणीया प्राची सिंह जी वाह ... जीवन को परिभाषित करते इन गूढ़ और संदेशप्रद दोहों की प्रस्तुति पर आपको नमन करता हूँ। सुंदर शब्द चयन भावों की गरिमा को अलंकृत करते प्रतीत होते हैं। मनभावन इस प्रस्तुति के लिए दिल से मुबारकबाद कबूल फरमाएं।</p>
<p>मन के कञ्चन भाव सब, आँके ना निर्मोल<br/>सौदागर की लो प्रथम, नीयत ज़रा टटोल</p>
<p>वाह आदरणीया प्राची सिंह जी वाह ... जीवन को परिभाषित करते इन गूढ़ और संदेशप्रद दोहों की प्रस्तुति पर आपको नमन करता हूँ। सुंदर शब्द चयन भावों की गरिमा को अलंकृत करते प्रतीत होते हैं। मनभावन इस प्रस्तुति के लिए दिल से मुबारकबाद कबूल फरमाएं।</p> बहुत सुंदर उपदेशक दोहे।हार्दि…tag:openbooks.ning.com,2016-02-01:5170231:Comment:7373922016-02-01T14:36:44.088Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://openbooks.ning.com/profile/28fn40mg3o5v9
बहुत सुंदर उपदेशक दोहे।हार्दिक बधाई आदरणीया प्राची सिंह जी।
बहुत सुंदर उपदेशक दोहे।हार्दिक बधाई आदरणीया प्राची सिंह जी। मोहतरमा डॉ.प्राची सिंह जी आदा…tag:openbooks.ning.com,2016-02-01:5170231:Comment:7374432016-02-01T09:10:39.404ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
मोहतरमा डॉ.प्राची सिंह जी आदाब,बहुत अच्छे दोहे लिखे आपने बधाई स्वीकार करें !
मोहतरमा डॉ.प्राची सिंह जी आदाब,बहुत अच्छे दोहे लिखे आपने बधाई स्वीकार करें !