Comments - ग़ज़ल - Open Books Online2024-03-29T05:45:21Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A729174&xn_auth=noमोहतरम जनाब गिरिराज साहिब , न…tag:openbooks.ning.com,2016-01-07:5170231:Comment:7306382016-01-07T16:12:03.652ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooks.ning.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मोहतरम जनाब गिरिराज साहिब , नया साल मुबारक हो , हौसला अफ़ज़ाई का शुक्रिया। ..</p>
<p>मोहतरम जनाब गिरिराज साहिब , नया साल मुबारक हो , हौसला अफ़ज़ाई का शुक्रिया। ..</p> आदरणीय तस्दीक भाई , आपकी नये…tag:openbooks.ning.com,2016-01-07:5170231:Comment:7299292016-01-07T06:41:55.474Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooks.ning.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीय तस्दीक भाई , आपकी नये साल की गज़ल बहुत अच्छी लगी , दिली मुबारकबाद स्वीकार करें ।</p>
<p>आदरणीय तस्दीक भाई , आपकी नये साल की गज़ल बहुत अच्छी लगी , दिली मुबारकबाद स्वीकार करें ।</p> जनाब गुमनाम पिथौरागढ़ी साहिब औ…tag:openbooks.ning.com,2016-01-04:5170231:Comment:7298552016-01-04T15:01:28.261ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooks.ning.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब गुमनाम पिथौरागढ़ी साहिब और जनाब शेख शहज़ाद उस्मानी साहिब ,हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया / नये साल की मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं। ..</p>
<p>जनाब गुमनाम पिथौरागढ़ी साहिब और जनाब शेख शहज़ाद उस्मानी साहिब ,हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया / नये साल की मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं। ..</p> वाह अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई ,..…tag:openbooks.ning.com,2016-01-04:5170231:Comment:7295382016-01-04T13:55:29.714Zgumnaam pithoragarhihttp://openbooks.ning.com/profile/gumnaampithoragarhi
<p>वाह अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई ,..........................</p>
<p>वाह अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई ,..........................</p> नया साल आपकी लेखनी को भी मुबा…tag:openbooks.ning.com,2016-01-04:5170231:Comment:7296142016-01-04T06:21:37.164ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
नया साल आपकी लेखनी को भी मुबारक हो जनाब तस्दीक़ अहमद ख़ान साहब, बहुत बढ़िया समसामयिक सार्थक रचना।
नया साल आपकी लेखनी को भी मुबारक हो जनाब तस्दीक़ अहमद ख़ान साहब, बहुत बढ़िया समसामयिक सार्थक रचना। मोह्तरम जनाब , समर कबीर सा हि…tag:openbooks.ning.com,2016-01-04:5170231:Comment:7295132016-01-04T05:34:18.353ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooks.ning.com/profile/TasdiqAhmedKhan
मोह्तरम जनाब , समर कबीर सा हिब, आप को भी नया सा ल मुबा रक हो ।।।। हौसला अफ़्जा ई का तहे दिल से शुक्रिया ।।।
मोह्तरम जनाब , समर कबीर सा हिब, आप को भी नया सा ल मुबा रक हो ।।।। हौसला अफ़्जा ई का तहे दिल से शुक्रिया ।।। जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,न…tag:openbooks.ning.com,2016-01-04:5170231:Comment:7295112016-01-04T05:11:24.987ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,नए साल का पैग़ाम देती बहुत अच्छी ग़ज़ल कही आपने ढेरों दाद कुबूल फरमाएं !
जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,नए साल का पैग़ाम देती बहुत अच्छी ग़ज़ल कही आपने ढेरों दाद कुबूल फरमाएं !