Comments - भूख (एकाँकी) - Open Books Online2024-03-29T13:24:42Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A613252&xn_auth=no "आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी आ…tag:openbooks.ning.com,2015-02-02:5170231:Comment:6137592015-02-02T16:07:12.410Zडिम्पल गौड़http://openbooks.ning.com/profile/1s58pxlpw5cga
<p> "आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी आपकी सुन्दर टिप्पणी के लिए सादर आभार ...</p>
<p> "आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी आपकी सुन्दर टिप्पणी के लिए सादर आभार ...</p> आदरणीय हरी प्रकाश दुबे जी आपक…tag:openbooks.ning.com,2015-02-02:5170231:Comment:6136712015-02-02T16:05:02.481Zडिम्पल गौड़http://openbooks.ning.com/profile/1s58pxlpw5cga
<p>आदरणीय हरी प्रकाश दुबे जी आपकी सुन्दर प्रतिक्रिया मेरे लेखन की गति को और अधिक विकसित कर पाएगी ...| बधाई के लिए धन्यवाद ..सादर </p>
<p>आदरणीय हरी प्रकाश दुबे जी आपकी सुन्दर प्रतिक्रिया मेरे लेखन की गति को और अधिक विकसित कर पाएगी ...| बधाई के लिए धन्यवाद ..सादर </p> सादर आभार आदरणीय गणेश जी बागी…tag:openbooks.ning.com,2015-02-02:5170231:Comment:6135812015-02-02T16:00:15.934Zडिम्पल गौड़http://openbooks.ning.com/profile/1s58pxlpw5cga
<p>सादर आभार आदरणीय गणेश जी बागी जी ...आपके द्वारा सुझाए गए बिंदु वाकई में काबिलेतारीफ हैं ..आपको एक बात बताना चाहती हूँ कि गोपाल का रास्ते में भीख माँगने वाली घटना मैं भी जोड़ना चाह रही थी मगर लगा कि कहीं अधिक लम्बी न हो जाए | अन्य कई महत्वपूर्ण बिंदु भी मुझे बहुत ही महत्वपूर्ण लगे ..सही और सटीक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय तल से आभार व्यक्त करती हूँ |</p>
<p>सादर आभार आदरणीय गणेश जी बागी जी ...आपके द्वारा सुझाए गए बिंदु वाकई में काबिलेतारीफ हैं ..आपको एक बात बताना चाहती हूँ कि गोपाल का रास्ते में भीख माँगने वाली घटना मैं भी जोड़ना चाह रही थी मगर लगा कि कहीं अधिक लम्बी न हो जाए | अन्य कई महत्वपूर्ण बिंदु भी मुझे बहुत ही महत्वपूर्ण लगे ..सही और सटीक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय तल से आभार व्यक्त करती हूँ |</p> आदरणीया डिम्पल गौर जी,संवेदनश…tag:openbooks.ning.com,2015-02-02:5170231:Comment:6135772015-02-02T14:55:42.273Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooks.ning.com/profile/mw
<p><span>आदरणीया डिम्पल गौर जी,संवेदनशील विषय पर प्रभावित करती एकांकी के लिए हार्दिक बधाई आपको</span></p>
<p><span>आदरणीया डिम्पल गौर जी,संवेदनशील विषय पर प्रभावित करती एकांकी के लिए हार्दिक बधाई आपको</span></p> आदरणीया डिम्पल गौर जी,सुन्दर…tag:openbooks.ning.com,2015-02-02:5170231:Comment:6137432015-02-02T14:31:47.576ZHari Prakash Dubeyhttp://openbooks.ning.com/profile/HariPrakashDubey
<p><span>आदरणीया डिम्पल गौर जी,सुन्दर प्रयास ,हार्दिक बधाई आपको ! बाकी "बागी" सर की बात पर गौर करियेगा ! सादर </span></p>
<p><span>आदरणीया डिम्पल गौर जी,सुन्दर प्रयास ,हार्दिक बधाई आपको ! बाकी "बागी" सर की बात पर गौर करियेगा ! सादर </span></p> आदरणीया डिम्पल गौर जी, एकांकी…tag:openbooks.ning.com,2015-02-02:5170231:Comment:6134852015-02-02T07:25:29.855ZEr. Ganesh Jee "Bagi"http://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>आदरणीया डिम्पल गौर जी, एकांकी के लिए जो विषय का चयन आपके द्वारा किया गया है उसपर कई कई बार कई कई बातें कही और लिखी जा चुकी है, विषय संवेदनशील है और मानव हृदय को झकझोर देने वाला है. कुछ विन्दुओं का जिक्र करना चाहता हूँ ....</p>
<p>//गोपाल रास्ते में कई लोगों से भीख माँगता हैं मगर हर कोई उसे दुत्कार देता है//</p>
<p>--भीख में खाना मांगने पर आज भी कई ऐसे लोग हैं जो अवश्य देते हैं. खैर माना कि उसे भीख नहीं मिला.</p>
<p>--क्यों न उस घर में खाना पहले मांगने गया जहाँ उसकी माँ काम करती है, भारतीय…</p>
<p>आदरणीया डिम्पल गौर जी, एकांकी के लिए जो विषय का चयन आपके द्वारा किया गया है उसपर कई कई बार कई कई बातें कही और लिखी जा चुकी है, विषय संवेदनशील है और मानव हृदय को झकझोर देने वाला है. कुछ विन्दुओं का जिक्र करना चाहता हूँ ....</p>
<p>//गोपाल रास्ते में कई लोगों से भीख माँगता हैं मगर हर कोई उसे दुत्कार देता है//</p>
<p>--भीख में खाना मांगने पर आज भी कई ऐसे लोग हैं जो अवश्य देते हैं. खैर माना कि उसे भीख नहीं मिला.</p>
<p>--क्यों न उस घर में खाना पहले मांगने गया जहाँ उसकी माँ काम करती है, भारतीय परिवेश में काम वाली बाई को लोग खाना वगैरह दे देते हैं.</p>
<p>//उसके कदम बरबस ही दावत की मेज तक पहुँच गए ..वह नीचे झुक कर चुपके से पूरियाँ उठाने की कोशिश करने लगता है//</p>
<p>---गुप्ता जी का घर हो या कोई घर हो खाना चुराने पर पिटेगा ही, क्या पहले गोपाल को खाना माँगना नहीं चाहिए था?</p>
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<p>मुझे लगता है कि इन विन्दुओं पर भी लेखिका को ध्यान देने की जरुरत. एक संवेदनशील विषय पर काम करने हेतु बहुत बहुत बधाई स्वीकार करें आदरणीया.</p>