Comments - ग़ज़ल -निलेश "नूर" - Open Books Online2024-03-29T05:20:37Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A584088&xn_auth=noशुक्रिया गुमनाम जी, नरेन्द्र…tag:openbooks.ning.com,2014-11-01:5170231:Comment:5849662014-11-01T05:44:33.569ZNilesh Shevgaonkarhttp://openbooks.ning.com/profile/NileshShevgaonkar
<p>शुक्रिया गुमनाम जी, नरेन्द्र सिंह जी, सारथि जी, डॉ. गोपाल नारायण जी, उमेश जी, सौरभ सर, डॉ. आशुतोष मिश्र जी, आ. गिरिराज जी.<br/>बस इसी दाद के लिए हर कवि और शायर रचता है ...यही उसकी सांसों का ईंधन है ..<br/>कोटिश: धन्यवाद </p>
<p>शुक्रिया गुमनाम जी, नरेन्द्र सिंह जी, सारथि जी, डॉ. गोपाल नारायण जी, उमेश जी, सौरभ सर, डॉ. आशुतोष मिश्र जी, आ. गिरिराज जी.<br/>बस इसी दाद के लिए हर कवि और शायर रचता है ...यही उसकी सांसों का ईंधन है ..<br/>कोटिश: धन्यवाद </p> शुक्रिया आ. श्याम नारायण जी tag:openbooks.ning.com,2014-11-01:5170231:Comment:5849632014-11-01T05:41:24.765ZNilesh Shevgaonkarhttp://openbooks.ning.com/profile/NileshShevgaonkar
<p>शुक्रिया आ. श्याम नारायण जी </p>
<p>शुक्रिया आ. श्याम नारायण जी </p> आदरनीय नीलेश भाई , हर शे र बे…tag:openbooks.ning.com,2014-11-01:5170231:Comment:5849372014-11-01T00:20:31.203Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooks.ning.com/profile/girirajbhandari
<p style="text-align: center;">आदरनीय नीलेश भाई , हर शे र बेमिसाल है , पूरी गज़ल के लिये दिली बधाइयाँ स्वीकार करें ।</p>
<p style="text-align: center;">आदरनीय नीलेश भाई , हर शे र बेमिसाल है , पूरी गज़ल के लिये दिली बधाइयाँ स्वीकार करें ।</p> आदरणीय नूर जी कल इस रचना को प…tag:openbooks.ning.com,2014-10-31:5170231:Comment:5849122014-10-31T11:26:40.760ZDr Ashutosh Mishrahttp://openbooks.ning.com/profile/DrAshutoshMishra
<p>आदरणीय नूर जी कल इस रचना को पढ़ा था आज मेरा मन बरबस फिर यहाँ आ गया ..कई बार गुनगुनाया ..वाकई कमाल की ग़ज़ल </p>
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<p>आदरणीय नूर जी कल इस रचना को पढ़ा था आज मेरा मन बरबस फिर यहाँ आ गया ..कई बार गुनगुनाया ..वाकई कमाल की ग़ज़ल </p>
<p></p> हर शेर पर अलग-अलग दाद ...
मगर…tag:openbooks.ning.com,2014-10-30:5170231:Comment:5848092014-10-30T18:07:31.046ZSaurabh Pandeyhttp://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>हर शेर पर अलग-अलग दाद ...</p>
<p>मगर ये तो इनमें भी विशेष - </p>
<p>ये सदाएँ हैं मेरी आहों की मेरी ग़ज़लें तेरी अदाएँ हैं, <br/> मेरे आंसुओं की लक़ीरें हैं कोई शेर मुझ से बना कहाँ. </p>
<p></p>
<p>मक्ता भी वाह वाह ! .. दिल से बधाई, आदरणीय</p>
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<p>हर शेर पर अलग-अलग दाद ...</p>
<p>मगर ये तो इनमें भी विशेष - </p>
<p>ये सदाएँ हैं मेरी आहों की मेरी ग़ज़लें तेरी अदाएँ हैं, <br/> मेरे आंसुओं की लक़ीरें हैं कोई शेर मुझ से बना कहाँ. </p>
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<p>मक्ता भी वाह वाह ! .. दिल से बधाई, आदरणीय</p>
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<p></p> अगर इक्जामनर होता
तो नंबर दस…tag:openbooks.ning.com,2014-10-30:5170231:Comment:5845642014-10-30T09:45:41.429Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttp://openbooks.ning.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
<p>अगर इक्जामनर होता</p>
<p>तो नंबर दस में दस देता</p>
<p>नजाकत के अलग देता</p>
<p>लियाकत के अलग देता ----------संग्रहणीय गजल है i</p>
<p>अगर इक्जामनर होता</p>
<p>तो नंबर दस में दस देता</p>
<p>नजाकत के अलग देता</p>
<p>लियाकत के अलग देता ----------संग्रहणीय गजल है i</p> सभी साथियो का दिल से शुक्रिया…tag:openbooks.ning.com,2014-10-30:5170231:Comment:5844032014-10-30T05:26:38.858ZNilesh Shevgaonkarhttp://openbooks.ning.com/profile/NileshShevgaonkar
<p>सभी साथियो का दिल से शुक्रिया ..</p>
<p>सभी साथियो का दिल से शुक्रिया ..</p> शानदार जनाब वाहहहहहहtag:openbooks.ning.com,2014-10-30:5170231:Comment:5844002014-10-30T04:02:17.491Zumesh katarahttp://openbooks.ning.com/profile/umeshkatara437
<p>शानदार जनाब वाहहहहहह</p>
<p>शानदार जनाब वाहहहहहह</p> क्या शानदार ग़ज़ल हुई है जनाब ,…tag:openbooks.ning.com,2014-10-29:5170231:Comment:5844252014-10-29T17:17:40.882ZSaarthi Baidyanathhttp://openbooks.ning.com/profile/saarthibaidyanath
<p>क्या शानदार ग़ज़ल हुई है जनाब , माशा-अल्लाह ! दिली दाद कुबूल फरमायें ... :)</p>
<p>क्या शानदार ग़ज़ल हुई है जनाब , माशा-अल्लाह ! दिली दाद कुबूल फरमायें ... :)</p> आदरणीय नूर जी .आपकी एक और बेह…tag:openbooks.ning.com,2014-10-29:5170231:Comment:5845282014-10-29T15:37:42.620ZDr Ashutosh Mishrahttp://openbooks.ning.com/profile/DrAshutoshMishra
<p>आदरणीय नूर जी .आपकी एक और बेहतरीन ग़ज़ल ..रूमानियत से भरी इस ग़ज़ल के हर शेर पर मेरी तरफ से हार्दिक बधाई सादर </p>
<p>आदरणीय नूर जी .आपकी एक और बेहतरीन ग़ज़ल ..रूमानियत से भरी इस ग़ज़ल के हर शेर पर मेरी तरफ से हार्दिक बधाई सादर </p>