Comments - जीवन की क्षणमंगुरता - Open Books Online2024-03-28T21:15:40Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A506173&xn_auth=noसही शब्द क्षणभंगुर है. इससे क…tag:openbooks.ning.com,2014-02-05:5170231:Comment:5083482014-02-05T17:59:49.576ZSaurabh Pandeyhttp://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>सही शब्द क्षणभंगुर है. इससे क्षणभंगुरता न कि क्षणमंगुरता.</p>
<p>संप्रेषणीयता पर तनिक प्रयास बहुत कुछ सार्थक करता जायेगा, आदारणीया..</p>
<p></p>
<p>सादर</p>
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<p>सही शब्द क्षणभंगुर है. इससे क्षणभंगुरता न कि क्षणमंगुरता.</p>
<p>संप्रेषणीयता पर तनिक प्रयास बहुत कुछ सार्थक करता जायेगा, आदारणीया..</p>
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<p>सादर</p>
<p></p> जीवन की क्षणभंगुरता का वास्तव…tag:openbooks.ning.com,2014-02-05:5170231:Comment:5081442014-02-05T05:15:45.398ZDr.Prachi Singhhttp://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>जीवन की क्षणभंगुरता का वास्तविक एहसास जब हृदय करता है तो नज़रिया कैसे बदलने सा लगता है..इस बात को बहुत सुन्दरता से प्रस्तुत किया है आदरणीया मोहिनीचंद्रा जी..</p>
<p></p>
<p>सिर्फ कुछ एक जगह पन्क्चुएशन मार्क्स की और आवश्यकता है ताकि प्रस्तुति प्रवाह में निर्बाध स्पष्ट होती जाए.</p>
<p></p>
<p>सादर शुभकामनाएं </p>
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<p>जीवन की क्षणभंगुरता का वास्तविक एहसास जब हृदय करता है तो नज़रिया कैसे बदलने सा लगता है..इस बात को बहुत सुन्दरता से प्रस्तुत किया है आदरणीया मोहिनीचंद्रा जी..</p>
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<p>सिर्फ कुछ एक जगह पन्क्चुएशन मार्क्स की और आवश्यकता है ताकि प्रस्तुति प्रवाह में निर्बाध स्पष्ट होती जाए.</p>
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<p>सादर शुभकामनाएं </p>
<p></p> बहुत ही सुंदर रचना, बधाई बधाईtag:openbooks.ning.com,2014-02-03:5170231:Comment:5074492014-02-03T15:03:30.923Zरमेश कुमार चौहानhttp://openbooks.ning.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>बहुत ही सुंदर रचना, बधाई बधाई</p>
<p>बहुत ही सुंदर रचना, बधाई बधाई</p> आप सबका आभार .tag:openbooks.ning.com,2014-02-03:5170231:Comment:5069962014-02-03T11:54:57.430Zmohinichordiahttp://openbooks.ning.com/profile/mohinichordia
<p>आप सबका आभार .</p>
<p>आप सबका आभार .</p> वाह! बहुत सुन्दर! आपको हार्दि…tag:openbooks.ning.com,2014-02-02:5170231:Comment:5071292014-02-02T16:56:26.930Zबृजेश नीरजhttp://openbooks.ning.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>वाह! बहुत सुन्दर! आपको हार्दिक बधाई!</p>
<p>वाह! बहुत सुन्दर! आपको हार्दिक बधाई!</p> बहुत सुंदर व दार्शनिक रचना है…tag:openbooks.ning.com,2014-02-02:5170231:Comment:5067602014-02-02T10:01:13.330Zcoontee mukerjihttp://openbooks.ning.com/profile/coonteemukerji
<p>बहुत सुंदर व दार्शनिक रचना है.....आपको बधाई.</p>
<p>बहुत सुंदर व दार्शनिक रचना है.....आपको बधाई.</p> वास्तविकता को बयां करती रचना…tag:openbooks.ning.com,2014-02-02:5170231:Comment:5064682014-02-02T04:24:56.684Zजितेन्द्र पस्टारियाhttp://openbooks.ning.com/profile/JitendraPastariya
<p>वास्तविकता को बयां करती रचना पर , हार्दिक बधाई आदरणीया मोहिनी जी</p>
<p>वास्तविकता को बयां करती रचना पर , हार्दिक बधाई आदरणीया मोहिनी जी</p> जीवन की क्षण भंगुरता को छोटी…tag:openbooks.ning.com,2014-02-01:5170231:Comment:5064542014-02-01T22:45:56.097ZVindu Babuhttp://openbooks.ning.com/profile/vandanatiwari
<p> जीवन की क्षण भंगुरता को छोटी-छोटी घटनाओं में अनुभव करवाती हुई अच्छी रचना बन पड़ी है आदरणीया।</p>
<p>आपको बहुत बधाई इस अभिव्यक्ति के लिए।</p>
<p>सादर</p>
<p> जीवन की क्षण भंगुरता को छोटी-छोटी घटनाओं में अनुभव करवाती हुई अच्छी रचना बन पड़ी है आदरणीया।</p>
<p>आपको बहुत बधाई इस अभिव्यक्ति के लिए।</p>
<p>सादर</p> आदरणीया , जीवन के एक सत्य की…tag:openbooks.ning.com,2014-02-01:5170231:Comment:5064232014-02-01T15:17:17.130Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooks.ning.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीया , जीवन के एक सत्य की सुन्दर अभिव्यक्ति के लिये आपको हार्दिक से बधाइयाँ ॥</p>
<p>आदरणीया , जीवन के एक सत्य की सुन्दर अभिव्यक्ति के लिये आपको हार्दिक से बधाइयाँ ॥</p> आओ मोहिनी जी बहुत सुंदर रचना…tag:openbooks.ning.com,2014-02-01:5170231:Comment:5063682014-02-01T14:48:03.541Zannapurna bajpaihttp://openbooks.ning.com/profile/annapurnabajpai
<p>आओ मोहिनी जी बहुत सुंदर रचना हेतु बधाई स्वीकारें । </p>
<p>आओ मोहिनी जी बहुत सुंदर रचना हेतु बधाई स्वीकारें । </p>