Comments - याद रखना, कुछ बातें ज़ुबां से न कहीं जातीं हैं। - Open Books Online2024-03-28T16:00:18Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A475548&xn_auth=noतेरे लिए तिल-तिल मरने का ग़म न…tag:openbooks.ning.com,2014-05-09:5170231:Comment:5399352014-05-09T04:36:08.614ZPRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHAhttp://openbooks.ning.com/profile/PRADEEPKUMARSINGHKUSHWAHA
<p><span>तेरे लिए तिल-तिल मरने का ग़म नहीं मुझे,</span><br/><span>याद रखना, कुछ बातें ज़ुबां से न कहीं जातीं हैं। </span></p>
<p>बहुत खूब </p>
<p>सादर बधाई </p>
<p><span>तेरे लिए तिल-तिल मरने का ग़म नहीं मुझे,</span><br/><span>याद रखना, कुछ बातें ज़ुबां से न कहीं जातीं हैं। </span></p>
<p>बहुत खूब </p>
<p>सादर बधाई </p> आदरणीय बसंत जी,जितेन्द्र जी औ…tag:openbooks.ning.com,2013-11-27:5170231:Comment:4783072013-11-27T13:41:30.048ZSavitri Rathorehttp://openbooks.ning.com/profile/SavitriRathore
<p>आदरणीय बसंत जी,जितेन्द्र जी और विजय जी नमस्कार ! मेरी भावाभिव्यक्ति को आत्मसात करने हेतु धन्यवाद।</p>
<p>आदरणीय बसंत जी,जितेन्द्र जी और विजय जी नमस्कार ! मेरी भावाभिव्यक्ति को आत्मसात करने हेतु धन्यवाद।</p> अंतर्मन की व्यथा रचना रूप में…tag:openbooks.ning.com,2013-11-25:5170231:Comment:4773632013-11-25T10:22:44.105Zविजय मिश्रhttp://openbooks.ning.com/profile/37jicf27kggmy
अंतर्मन की व्यथा रचना रूप में अभिव्यक्त , सुंदर ,साधुवाद सावित्रीजी
अंतर्मन की व्यथा रचना रूप में अभिव्यक्त , सुंदर ,साधुवाद सावित्रीजी सच! इन्सान कुछ अपने अन्तर की…tag:openbooks.ning.com,2013-11-24:5170231:Comment:4766012013-11-24T04:08:28.328Zजितेन्द्र पस्टारियाhttp://openbooks.ning.com/profile/JitendraPastariya
<p>सच! इन्सान कुछ अपने अन्तर की भावनाएं, बयां नहीं कर सकता, सुंदर रचना पर बधाई स्वीकारें आदरणीया सावित्री जी</p>
<p>सच! इन्सान कुछ अपने अन्तर की भावनाएं, बयां नहीं कर सकता, सुंदर रचना पर बधाई स्वीकारें आदरणीया सावित्री जी</p> आदरणीया जी ...बहुत सुन्दर भाव…tag:openbooks.ning.com,2013-11-23:5170231:Comment:4762452013-11-23T09:33:11.030Zबसंत नेमाhttp://openbooks.ning.com/profile/BasantNema
<p>आदरणीया जी ...बहुत सुन्दर भाव दिल के दर्द् को बहुत ही खुबसुरत अन्दाज मे बँया किया है आप ने लेखनी से ....... बधाई शुभकामनाये <span><br/></span></p>
<p>आदरणीया जी ...बहुत सुन्दर भाव दिल के दर्द् को बहुत ही खुबसुरत अन्दाज मे बँया किया है आप ने लेखनी से ....... बधाई शुभकामनाये <span><br/></span></p>