Comments - ये दिल मांगत मोर- - Open Books Online2024-03-28T13:56:16Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A451543&xn_auth=noवाह !!! आदरणीय रविकर जी इस सु…tag:openbooks.ning.com,2013-10-10:5170231:Comment:4520992013-10-10T08:02:39.871Zannapurna bajpaihttp://openbooks.ning.com/profile/annapurnabajpai
<p>वाह !!! आदरणीय रविकर जी इस सुंदर हास्य युक्त दुर्मिल सवैया हेतु बहुत बधाई आपको । </p>
<p>वाह !!! आदरणीय रविकर जी इस सुंदर हास्य युक्त दुर्मिल सवैया हेतु बहुत बधाई आपको । </p> आदरणीय रविकर जी , अति सुन्दर…tag:openbooks.ning.com,2013-10-09:5170231:Comment:4521292013-10-09T08:20:04.850Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooks.ning.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीय रविकर जी , अति सुन्दर सवैया की रचना की आपने, हास्य मिश्रित भाव में ! बहुत बधाई !!</p>
<p>आदरणीय रविकर जी , अति सुन्दर सवैया की रचना की आपने, हास्य मिश्रित भाव में ! बहुत बधाई !!</p> हाहाहा वाह आदरणीय बहुत ही सुन…tag:openbooks.ning.com,2013-10-09:5170231:Comment:4521132013-10-09T06:58:53.106Zअरुन 'अनन्त'http://openbooks.ning.com/profile/ArunSharma
<p>हाहाहा वाह आदरणीय बहुत ही सुन्दर हास्यप्रद सवैया क्या कहने बहुत बहुत बधाई स्वीकारें.</p>
<p>हाहाहा वाह आदरणीय बहुत ही सुन्दर हास्यप्रद सवैया क्या कहने बहुत बहुत बधाई स्वीकारें.</p> शादी के लड्डू खाकर पछताने वाल…tag:openbooks.ning.com,2013-10-09:5170231:Comment:4519112013-10-09T05:02:36.628Zअखिलेश कृष्ण श्रीवास्तवhttp://openbooks.ning.com/profile/1j78r4oio7ulh
<p>शादी के लड्डू खाकर पछताने वाले समझदार कहलाते है । सवैया की बधाई रविकर भाई । </p>
<p>शादी के लड्डू खाकर पछताने वाले समझदार कहलाते है । सवैया की बधाई रविकर भाई । </p> खूबसूरत सवैया बन पड़ा है आदरण…tag:openbooks.ning.com,2013-10-09:5170231:Comment:4517592013-10-09T00:00:29.906ZSushil.Joshihttp://openbooks.ning.com/profile/SushilJoshi
<p>खूबसूरत सवैया बन पड़ा है आदरणीय रविकर जी.... बधाई हो....</p>
<p>खूबसूरत सवैया बन पड़ा है आदरणीय रविकर जी.... बधाई हो....</p> बहुत सुन्दर मन को गुदगुदाने म…tag:openbooks.ning.com,2013-10-08:5170231:Comment:4515962013-10-08T23:47:19.877ZAbhinav Arunhttp://openbooks.ning.com/profile/ArunKumarPandeyAbhinav
<p>बहुत सुन्दर मन को गुदगुदाने में सफल रचना आदरणीय श्री रविकर जी ..हार्दिक हार्दिक बधाई !</p>
<p>बहुत सुन्दर मन को गुदगुदाने में सफल रचना आदरणीय श्री रविकर जी ..हार्दिक हार्दिक बधाई !</p>