Comments - रोला गीत - Open Books Online2024-03-29T13:17:03Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A324986&xn_auth=noविंध्येश्वरी त्रिपाठी जी बहुत…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3263342013-03-01T16:25:35.408Zrajesh kumarihttp://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>विंध्येश्वरी त्रिपाठी जी बहुत बढ़िया रोला गीत ,हार्दिक बधाई आपको |</p>
<p>विंध्येश्वरी त्रिपाठी जी बहुत बढ़िया रोला गीत ,हार्दिक बधाई आपको |</p> आदरणीय रविकर जी!
रचना की सराह…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3261652013-03-01T15:13:02.652Zविन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठीhttp://openbooks.ning.com/profile/Vindhyeshwariprasadtripathi
आदरणीय रविकर जी!<br />
रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन के लिये आपका बहुत-बहुत आभार।
आदरणीय रविकर जी!<br />
रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन के लिये आपका बहुत-बहुत आभार। आदरणीया प्राची दीदी!अनुज के र…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3260722013-03-01T15:12:18.729Zविन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठीhttp://openbooks.ning.com/profile/Vindhyeshwariprasadtripathi
आदरणीया प्राची दीदी!अनुज के रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन के लिये आपका बहुत-बहुत आभार।
आदरणीया प्राची दीदी!अनुज के रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन के लिये आपका बहुत-बहुत आभार। पूज्य गुरुदेव श्री सौरभ पाण्ड…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3261642013-03-01T15:11:11.602Zविन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठीhttp://openbooks.ning.com/profile/Vindhyeshwariprasadtripathi
पूज्य गुरुदेव श्री सौरभ पाण्डेय जी सादर चरणस्पर्श!<br />
रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन के लिये आपका बहुत-बहुत आभार।
पूज्य गुरुदेव श्री सौरभ पाण्डेय जी सादर चरणस्पर्श!<br />
रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन के लिये आपका बहुत-बहुत आभार। आ. राम शिरोमणि पाठक जी,
आ. श्…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3263182013-03-01T15:08:08.777Zविन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठीhttp://openbooks.ning.com/profile/Vindhyeshwariprasadtripathi
आ. राम शिरोमणि पाठक जी,<br />
आ. श्याम वर्मा जी,<br />
आ. पवन अम्बा जी,<br />
आ. मंजरी जी,<br />
आ. राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'<br />
रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन हेतु हार्दिक आभार
आ. राम शिरोमणि पाठक जी,<br />
आ. श्याम वर्मा जी,<br />
आ. पवन अम्बा जी,<br />
आ. मंजरी जी,<br />
आ. राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'<br />
रचना की सराहना एवं उत्साहवर्द्धन हेतु हार्दिक आभार बहुत बढ़िया आदरणीय | सुन्दर पू…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3260462013-03-01T11:51:29.253Zरविकरhttp://openbooks.ning.com/profile/dineshravikar
<p>बहुत बढ़िया आदरणीय |<br/> सुन्दर पूर्ति-</p>
<p>बहुत बढ़िया आदरणीय |<br/> सुन्दर पूर्ति-</p> बहुत प्यारा छंदबद्ध रोलागीत …tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3259932013-03-01T11:01:21.786ZDr.Prachi Singhhttp://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>बहुत प्यारा छंदबद्ध रोलागीत </p>
<p><span>ठगे गये हम लोग,देख अपनापन खोया॥..वाह </span></p>
<p>हार्दिक बधाई विन्ध्येश्वरी जी </p>
<p>बहुत प्यारा छंदबद्ध रोलागीत </p>
<p><span>ठगे गये हम लोग,देख अपनापन खोया॥..वाह </span></p>
<p>हार्दिक बधाई विन्ध्येश्वरी जी </p> त्रिपाठी जी गीत मन को भा गया tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3261112013-03-01T08:51:57.573Zराजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'http://openbooks.ning.com/profile/RajendraSinghKunwarFariyadhi543
<p>त्रिपाठी जी गीत मन को भा गया </p>
<p>त्रिपाठी जी गीत मन को भा गया </p> ठगे गये हम लोग,देख अपनापन खोय…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3261092013-03-01T08:50:27.582ZSaurabh Pandeyhttp://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p><em>ठगे गये हम लोग,देख अपनापन खोया..</em> विंध्येश्वरीजी इस छंदबद्ध रचना के लिए बहुत बहुत बधाई.. . </p>
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<p><em>ठगे गये हम लोग,देख अपनापन खोया..</em> विंध्येश्वरीजी इस छंदबद्ध रचना के लिए बहुत बहुत बधाई.. . </p>
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<p></p> आदरणीय वीनस जी ग़ज़ल की सराहना…tag:openbooks.ning.com,2013-03-01:5170231:Comment:3258692013-03-01T07:21:00.921Zmrs manjari pandeyhttp://openbooks.ning.com/profile/mrsmanjaripandey
<p>आदरणीय वीनस जी ग़ज़ल की सराहना कर के मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए हार्दिक आभार।</p>
<p>आदरणीय वीनस जी ग़ज़ल की सराहना कर के मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए हार्दिक आभार।</p>