Comments - खयाल जिंदा रहे तेरा ::: © - Open Books Online
2024-03-28T13:57:58Z
http://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A31914&xn_auth=no
नवीन भईया ,,,
जो आप ठीक समझो…
tag:openbooks.ning.com,2010-11-08:5170231:Comment:32132
2010-11-08T11:32:30.132Z
Jogendra Singh जोगेन्द्र सिंह
http://openbooks.ning.com/profile/JogendraSingh
<b>नवीन</b> भईया ,,,<br />
जो आप ठीक समझो कहो ......<br />
भईया हम तो आपकी गाय हैं , हाँक लो जैसे मन करे......
<b>नवीन</b> भईया ,,,<br />
जो आप ठीक समझो कहो ......<br />
भईया हम तो आपकी गाय हैं , हाँक लो जैसे मन करे......
लीक तो पता नहीं बागी भाई ,,,…
tag:openbooks.ning.com,2010-11-08:5170231:Comment:32118
2010-11-08T10:55:55.118Z
Jogendra Singh जोगेन्द्र सिंह
http://openbooks.ning.com/profile/JogendraSingh
लीक तो पता नहीं <b>बागी</b> भाई ,,,<br />
पर हाँ कुछ कलम घिसने जैसी गुस्ताखी अवश्य हो जाती है मुझसे ...<br />
ऊपर से आप जैसे हवा देने वाले मित्र भी मिल जाएँ तो समझो रोज एक नयी कलम खरीदनी पड़ेगी... हाहाहा...
लीक तो पता नहीं <b>बागी</b> भाई ,,,<br />
पर हाँ कुछ कलम घिसने जैसी गुस्ताखी अवश्य हो जाती है मुझसे ...<br />
ऊपर से आप जैसे हवा देने वाले मित्र भी मिल जाएँ तो समझो रोज एक नयी कलम खरीदनी पड़ेगी... हाहाहा...
लीक से हटकर कुछ लिखने का नाम…
tag:openbooks.ning.com,2010-11-08:5170231:Comment:32029
2010-11-08T03:27:58.029Z
Er. Ganesh Jee "Bagi"
http://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
लीक से हटकर कुछ लिखने का नाम ही शायद जोगिंदर है, इस बार भी एक शानदार प्रस्तुति | आपकी रचनाओं और टिप्पणियों का इंतजार "महा इवेंट" मे भी है |
लीक से हटकर कुछ लिखने का नाम ही शायद जोगिंदर है, इस बार भी एक शानदार प्रस्तुति | आपकी रचनाओं और टिप्पणियों का इंतजार "महा इवेंट" मे भी है |