Comments - अहसास की ग़ज़ल:मनोज अहसास - Open Books Online2024-03-28T21:57:41Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1101870&xn_auth=noआदरणीय मुसाफिर जी सादर नमस्का…tag:openbooks.ning.com,2023-06-22:5170231:Comment:11060442023-06-22T14:34:30.753Zमनोज अहसासhttp://openbooks.ning.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>आदरणीय मुसाफिर जी सादर नमस्कार </p>
<p>ग़ज़ल पर प्रतिक्रिया और सुझाव देने हेतु हार्दिक आभार</p>
<p>सादर</p>
<p>आदरणीय मुसाफिर जी सादर नमस्कार </p>
<p>ग़ज़ल पर प्रतिक्रिया और सुझाव देने हेतु हार्दिक आभार</p>
<p>सादर</p> आ. भाई मनोज जी, सादर अभिवादन।…tag:openbooks.ning.com,2023-04-02:5170231:Comment:11016042023-04-02T05:54:44.543Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p><span>आ. भाई मनोज जी, सादर अभिवादन। गजल का प्रयास अच्छा है। हार्दिक बधाई। </span></p>
<p><span>यह मिसरा बह्र में नहीं है देखिएगा-</span></p>
<p></p>
<p><span>तेरी रहमत मुझे मिल जाता है सब्र ओ करार,</span></p>
<p><span>आ. भाई मनोज जी, सादर अभिवादन। गजल का प्रयास अच्छा है। हार्दिक बधाई। </span></p>
<p><span>यह मिसरा बह्र में नहीं है देखिएगा-</span></p>
<p></p>
<p><span>तेरी रहमत मुझे मिल जाता है सब्र ओ करार,</span></p>