Comments - जा रे-जा रे कारे काग़ा - Open Books Online2024-03-29T02:11:32Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1094730&xn_auth=noअच्छी रचना है भाई अमन...बधाईtag:openbooks.ning.com,2022-12-13:5170231:Comment:10948052022-12-13T12:51:49.546Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://openbooks.ning.com/profile/brijeshkumar
<p>अच्छी रचना है भाई अमन...बधाई</p>
<p>अच्छी रचना है भाई अमन...बधाई</p> बहुत सुन्दर गीत गरीबी और गांव…tag:openbooks.ning.com,2022-12-10:5170231:Comment:10950292022-12-10T12:08:53.715ZSURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMARhttp://openbooks.ning.com/profile/SURENDRAKUMARSHUKLABHRAMAR
बहुत सुन्दर गीत गरीबी और गांव की छवि समेटे , निखार और रखिए।<br />
जय जय श्री राधे
बहुत सुन्दर गीत गरीबी और गांव की छवि समेटे , निखार और रखिए।<br />
जय जय श्री राधे आ. भाई अमन जी, अभिवादन। गीत क…tag:openbooks.ning.com,2022-12-02:5170231:Comment:10948932022-12-02T22:31:58.104Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई अमन जी, अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा है। पर अभी यह कुछ और समय चाहता है। इस प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई।</p>
<p>आ. भाई अमन जी, अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा है। पर अभी यह कुछ और समय चाहता है। इस प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई।</p> बहुत सुंदर मनुहार भरा गीत लय…tag:openbooks.ning.com,2022-12-02:5170231:Comment:10948842022-12-02T13:54:47.676ZDr.Prachi Singhhttp://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>बहुत सुंदर मनुहार भरा गीत <br/>लय कहीं कहीं अटक रही है , वहां साधने की कोशिश हो तो आसानी से गीत सध जाएगा </p>
<p></p>
<p>बधाई इस अभिव्यक्ति के लिए </p>
<p></p>
<p>बहुत सुंदर मनुहार भरा गीत <br/>लय कहीं कहीं अटक रही है , वहां साधने की कोशिश हो तो आसानी से गीत सध जाएगा </p>
<p></p>
<p>बधाई इस अभिव्यक्ति के लिए </p>
<p></p>