Comments - गुरवै: नमों नमः - Open Books Online2024-03-29T16:04:14Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1067910&xn_auth=noनमस्कार, महोदया, प्रेरक आलेख…tag:openbooks.ning.com,2021-09-08:5170231:Comment:10678522021-09-08T13:35:35.750ZChetan Prakashhttp://openbooks.ning.com/profile/ChetanPrakash68
<p>नमस्कार, महोदया, प्रेरक आलेख है, गुरु की महत्व पर ! लेकिन माननीया आलेख शोध परक विधा है, तथ्य सौ फीसदी सही होने चाहिए! विधवा-विवाह की सर्वप्रथम पैरवी करने वाले और स्त्री-शिक्षा हेतु आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले बंगाल में स्वतंत्रता आंदोलन को धार देने वाले परम आदरणीय राजा राम मोहन रायथे, ईश्वर चंद्र विद्यासागर बहुत बड़े शिक्षाविद विनम्रता की प्रतिमूर्ति थे! बेजोड़ स्मरण शक्ति</p>
<p>के लिए जाने जाते है ं ! साभार </p>
<p>नमस्कार, महोदया, प्रेरक आलेख है, गुरु की महत्व पर ! लेकिन माननीया आलेख शोध परक विधा है, तथ्य सौ फीसदी सही होने चाहिए! विधवा-विवाह की सर्वप्रथम पैरवी करने वाले और स्त्री-शिक्षा हेतु आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले बंगाल में स्वतंत्रता आंदोलन को धार देने वाले परम आदरणीय राजा राम मोहन रायथे, ईश्वर चंद्र विद्यासागर बहुत बड़े शिक्षाविद विनम्रता की प्रतिमूर्ति थे! बेजोड़ स्मरण शक्ति</p>
<p>के लिए जाने जाते है ं ! साभार </p>