Comments - हर सम्त अँधेरा है इसे दूर भगाओ...(ग़ज़ल-सालिक गणवीर) - Open Books Online2024-03-29T02:05:12Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1015318&xn_auth=noभाई हर्ष महाजन जीसादर अभिवादन…tag:openbooks.ning.com,2020-09-11:5170231:Comment:10173252020-09-11T11:33:57.134Zसालिक गणवीरhttp://openbooks.ning.com/profile/SalikGanvir
<p>भाई हर्ष महाजन जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और सराहना के लिए ह्रदय तल से आपका आभारी हूँ.</p>
<p>भाई हर्ष महाजन जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और सराहना के लिए ह्रदय तल से आपका आभारी हूँ.</p> बहुत ही बेहतरीन अशआर आदरणीय स…tag:openbooks.ning.com,2020-09-11:5170231:Comment:10173212020-09-11T07:23:33.991ZHarash Mahajanhttp://openbooks.ning.com/profile/HarashMahajan
<p>बहुत ही बेहतरीन अशआर आदरणीय सालिक जी । अच्छी पेशकश के लिए बहुत बहुत बधाई ।</p>
<p>सादर</p>
<p>बहुत ही बेहतरीन अशआर आदरणीय सालिक जी । अच्छी पेशकश के लिए बहुत बहुत बधाई ।</p>
<p>सादर</p> भाई लक्ष्मण धामी जीसादर अभिवा…tag:openbooks.ning.com,2020-09-11:5170231:Comment:10172332020-09-11T07:15:50.708Zसालिक गणवीरhttp://openbooks.ning.com/profile/SalikGanvir
<p>भाई लक्ष्मण धामी जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और सराहना के लिए ह्रदय तल से आपका आभारी हूँ.</p>
<p>भाई लक्ष्मण धामी जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और सराहना के लिए ह्रदय तल से आपका आभारी हूँ.</p> "आ. भाई सालिक गणवीर जी, सादर…tag:openbooks.ning.com,2020-09-11:5170231:Comment:10172262020-09-11T02:57:06.105Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p><span>"आ. भाई सालिक गणवीर जी, सादर अभिवादन । बेहतरीन गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।"</span></p>
<p><span>"आ. भाई सालिक गणवीर जी, सादर अभिवादन । बेहतरीन गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।"</span></p> मुहतरमा डिंपल शर्मा जीसादर अभ…tag:openbooks.ning.com,2020-08-22:5170231:Comment:10153912020-08-22T16:11:23.229Zसालिक गणवीरhttp://openbooks.ning.com/profile/SalikGanvir
<p>मुहतरमा डिंपल शर्मा जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी आमद और सराहना के लिए हृदयतल से आभार व्यक्त करता हूँ. सादर .</p>
<p>मुहतरमा डिंपल शर्मा जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी आमद और सराहना के लिए हृदयतल से आभार व्यक्त करता हूँ. सादर .</p> भाई आशीष यादव जी.सादर अभिवादन…tag:openbooks.ning.com,2020-08-22:5170231:Comment:10154812020-08-22T16:10:11.956Zसालिक गणवीरhttp://openbooks.ning.com/profile/SalikGanvir
<p>भाई आशीष यादव जी.<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी आमद और सराहना के लिए हृदयतल से आभार व्यक्त करता हूँ. सादर एवं सप्रेम. इस मंच पर आपकी उपस्थिती से प्रसन्नता हुई.</p>
<p>भाई आशीष यादव जी.<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी आमद और सराहना के लिए हृदयतल से आभार व्यक्त करता हूँ. सादर एवं सप्रेम. इस मंच पर आपकी उपस्थिती से प्रसन्नता हुई.</p> भाई ब्रजेश कुमार 'ब्रज' जीसाद…tag:openbooks.ning.com,2020-08-22:5170231:Comment:10153892020-08-22T16:07:52.469Zसालिक गणवीरhttp://openbooks.ning.com/profile/SalikGanvir
<p>भाई ब्रजेश कुमार 'ब्रज' जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी आमद और सराहना के लिए हृदयतल से आभार व्यक्त करता हूँ. सादर एवं सप्रेम.</p>
<p>भाई ब्रजेश कुमार 'ब्रज' जी<br/>सादर अभिवादन<br/>ग़ज़ल पर आपकी आमद और सराहना के लिए हृदयतल से आभार व्यक्त करता हूँ. सादर एवं सप्रेम.</p> आदरणीय सालिक गणवीर जी नमस्ते,…tag:openbooks.ning.com,2020-08-22:5170231:Comment:10154782020-08-22T14:28:17.844ZDimple Sharmahttp://openbooks.ning.com/profile/DimpleSharma
<p>आदरणीय सालिक गणवीर जी नमस्ते, वाह वाह बहुत ख़ूब "पर काट के कहता है मुझे उड़ के दिखाओ" क्या कहने,हर शेर कमाल, खुबसूरत ग़ज़ल पर बधाई स्वीकार करें आदरणीय।</p>
<p>आदरणीय सालिक गणवीर जी नमस्ते, वाह वाह बहुत ख़ूब "पर काट के कहता है मुझे उड़ के दिखाओ" क्या कहने,हर शेर कमाल, खुबसूरत ग़ज़ल पर बधाई स्वीकार करें आदरणीय।</p> बहुत अच्छी ग़ज़ल बनी है।सारे शे…tag:openbooks.ning.com,2020-08-22:5170231:Comment:10153842020-08-22T13:21:35.473Zआशीष यादवhttp://openbooks.ning.com/profile/Ashishyadav
<p>बहुत अच्छी ग़ज़ल बनी है।सारे शेर बहुत अच्छे लगे। मुबारकबाद स्वीकार कीजिए।</p>
<p>बहुत अच्छी ग़ज़ल बनी है।सारे शेर बहुत अच्छे लगे। मुबारकबाद स्वीकार कीजिए।</p> अच्छी ग़ज़ल कही है ज़नाब सालिक ज…tag:openbooks.ning.com,2020-08-22:5170231:Comment:10154542020-08-22T04:33:39.465Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://openbooks.ning.com/profile/brijeshkumar
<p>अच्छी ग़ज़ल कही है ज़नाब सालिक जी बधाई</p>
<p>अच्छी ग़ज़ल कही है ज़नाब सालिक जी बधाई</p>