Comments - नया पकवान / लघुकथा / चंद्रेश कुमार छतलानी - Open Books Online2024-03-28T12:24:37Zhttp://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1010472&xn_auth=noरचना पसंद कर उस पर अपनी टिप्प…tag:openbooks.ning.com,2020-07-04:5170231:Comment:10116602020-07-04T13:04:42.633ZDr. Chandresh Kumar Chhatlanihttp://openbooks.ning.com/profile/ChandreshKumarChhatlani
<p>रचना पसंद कर उस पर अपनी टिप्पणी देने हेतु हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' जी सर. साभार.</p>
<p>रचना पसंद कर उस पर अपनी टिप्पणी देने हेतु हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' जी सर. साभार.</p> आ. भाई चंद्रेश जी, अच्छी कथा…tag:openbooks.ning.com,2020-06-29:5170231:Comment:10109902020-06-29T04:08:00.529Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई चंद्रेश जी, अच्छी कथा हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई चंद्रेश जी, अच्छी कथा हुई है । हार्दिक बधाई ।</p> रचना पसंद कर उस पर अपनी टिप्प…tag:openbooks.ning.com,2020-06-29:5170231:Comment:10113172020-06-29T02:41:05.866ZDr. Chandresh Kumar Chhatlanihttp://openbooks.ning.com/profile/ChandreshKumarChhatlani
<p>रचना पसंद कर उस पर अपनी टिप्पणी देने हेतु हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर सिंह जी सर एवं आदरणीय समर कबीर जी सर. साभार.</p>
<p>रचना पसंद कर उस पर अपनी टिप्पणी देने हेतु हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर सिंह जी सर एवं आदरणीय समर कबीर जी सर. साभार.</p> जनाब चंद्रेश जी आदाब, अच्छी ल…tag:openbooks.ning.com,2020-06-24:5170231:Comment:10107522020-06-24T09:11:29.743ZSamar kabeerhttp://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब चंद्रेश जी आदाब, अच्छी लघुकथा लिखी आपने, बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब चंद्रेश जी आदाब, अच्छी लघुकथा लिखी आपने, बधाई स्वीकार करें ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय चंद्रेश ज…tag:openbooks.ning.com,2020-06-23:5170231:Comment:10106582020-06-23T03:58:12.027ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooks.ning.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय चंद्रेश जी। बहुत सारगर्भित एवम मारक लघुकथा।राजा की न्याय प्रणाली पर तीखा कटाक्ष। आज की शासन व्यवस्था को झकझोरती प्रतीकात्मक शैली की लाज़वाब प्रस्तुति।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय चंद्रेश जी। बहुत सारगर्भित एवम मारक लघुकथा।राजा की न्याय प्रणाली पर तीखा कटाक्ष। आज की शासन व्यवस्था को झकझोरती प्रतीकात्मक शैली की लाज़वाब प्रस्तुति।</p>